Pages

Friday, April 30, 2021

कोरोना वायरस से बचना है और दूसरों को भी बचाना है अनिवार्य अतः रखें इन चीजों का ध्यान: प्रताप मिश्रा


अगर आप ऑफिस या जरूरी काम से घर से बाहर जाते हैं तो आपको इन बातों का सबसे ज्यादा ख्याल रखना होगा. नीचे बताए गए नियम को ध्यान में रखते हुए आप खुद का और अपने परिवार का ध्यान रख सकते हैं.

कोरोना वायरस तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. लोगों की ज़रा सी लापरवाही से संक्रमण फैल रहा है. आपको कहीं से भी और किसी को भी संक्रमण हो सकता है. यहां तक कि आप घर में रहने पर खुद को सुरक्षित मान रहे हों तो भी गलत है. आप घर में रहने पर भी इस महामारी के शिकार हो सकते हैं. ऐसे में अगर कोई घर का सदस्य बाहर जाता है तो उसकी लापरवाही से भी आपका पूरा परिवार संक्रमित हो सकता है. CDC ने खुद को और अपने घर को कोरोना से दूर रखने के कुछ टिप्स बताए हैं आप भी उन्हें जरूर फॉलो करें.


1-मास्क सही तरीके से पहनें- घर से बाहर निकलते वक्त मास्क अच्छी तरह से पहनें. मास्क से आपकी नाक और मुंह पूरी तरह से ढंका होना चाहिए. आपके चेहरे पर मास्क सही से फिट होना चाहिए. ध्यान रखें कि मास्क में आपको सांस लेने में परेशानी नहीं होनी चाहिए. अगर आप कपड़े का मास्क इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसे हर रोज अच्छी तरह से साबुन से धो लें.


2- 6 फीट की दूरी- इस वक्त भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें. कोशिश करें लोगों से कम से कम 6 फीट की दूरी रहे. आप जितने लोगों के ज्यादा संपर्क में आएंगे संक्रमित होने का खतरा उतना बढ़ जाता है. बिना लक्षण के लोगों से भी आपको कोरोना हो सकता है.


3- ठीक से हाथ धोएं- कहीं बाहर से आने पर हाथ अच्छी तरह साबुन और पानी से 20 सेकेंड तक धोएं. अगर पानी नहीं है तो आप 60% अल्कोहल वाले सैनिटाइजर से हाथों को समय-समय पर साफ करते रहें. बाहर जाने पर अपने मुंह, आंख और नाक को बिल्कुल न छुएं.


4- छींकते और खांसते वक्त मुंह को ढक लें- अगर आपने मास्क नहीं पहन रखा तो खांसते या छींकते वक्त टिश्यू से अपने मुंह और नाक को ढक लें. इसके अलावा अपनी कोहनी से मुंह को कवर कर लें. अगर मास्क पहनने में छींक या खांसी आती है तो मास्क तुरंत बदल लें और हाथों को अच्छी तरह से धोएं.


5- घर को ऐसे साफ करें- अगर आप बाहर आते-जाते हैं तो घर और ऑफिस की सतहों जैसे मेज, दरवाजों के हैंडल, स्विच बोर्ड, काउंटरटॉप्स, फोन, कीबोर्ड, टॉयलेट, नल, डेस्क और सिंक को रोज जरूर साफ करें. आप इन्हें क्लीन करने के लिए डिसइंफेक्टेड प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं.


6- घर आकर तुरंत नहाएं- अगर आप ऑफिस या किसी काम से बाहर जाते हैं तो घर आकर किसी भी चीज को ना छुए. सबसे पहले बिना किसी से मिले बाथरूम में जाकर नहाएं. अगर नहाना नहीं हो पा रहा तो अच्छे से हाथ-पैर और मुंह साफ करके कपड़े बदल लें.


7- बच्चों और सीनियर सिटीजन से दूर रहें- कहीं भी बाहर से आने के बाद घर के बच्चों और बुजुर्गों से दूर रहें. ऐसे लोगों को COVID-19 होने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है. घर के किसी बीमार व्यक्ति से मिलते वक्त विशेष सावधानी बरतें.


8- शेयरिंग से बचें- अगर आप ऑफिस या बाहर कहीं जाते हैं तो अपनी चीजें एक-दूसरे से शेयर करने से बचें. खासतौर से अपने ग्लास, कप, प्लेट, कपड़े और तौलिए जैसी चीजें बिल्कुल शेयर न करें.


9- अपनी हेल्थ का ध्यान रखें- अगर आपका बाहर का एक्सपोज़र है तो आपको अपने स्वास्थ्य पर जरूर ध्यान देना चाहिए. बुखार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत या फिर COVID-19 के कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत बाकी लोगों से खुद को अलग कर लें.


10- बुखार और ऑक्सीजन चेक करें- अगर आप COVID-19 से संक्रमित हो गए हैं तो आपको नियमित रुप से अपना टेंपरेचर चेक करना है. दिन में 3 बार अपना ऑक्सीजन लेवल जरूर चेक कर लें. सुबह शाम गरारे करें और दिन में कम से कम 3 बार भाप लें. डॉक्टर की सलाह पर जरूरी दवाएं खाएं.

कोरोना के विषाणुओं को मुंह में ही खत्म करेगा हर्बल माउथ सैनिटाइजर



 
कोरोना के विषाणुओं को मुंह में ही खत्म करेगा हर्बल माउथ सैनिटाइजर
लखनऊ। कोरोना के विषाणु मुंह से बाहर निकलकर दूसरे को संक्रमित न करें। इसलिए मास्क का चलन बढ़ाने को कहा गया है। यही विषाणु मुंह नाक के रास्ते फेफड़े तक पहुंचकर उन्हें नुकसान पहुंचा रहे हैं। अगर इन विषाणुओं को मुंह में खत्म कर दिया जाए। न यह सीने को संक्रमित कर पाएगा, न ही थूक के जरिए बाहर निकलकर लोगों को बीमार करेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए यूपी निवासी अमेरिकी वैज्ञानिक ने एक हर्बल माउथ सैनिटाइजर तैयार किया है। इसके प्रयोग से कोरोना विषाणु मुंह में ही नष्ट हो जाएंगे। यह पूरी तरह से प्राकृतिक है। इसमें किसी प्रकार का कोई रसायन नहीं मिलाया गया है।

सिद्धार्थनगर के बांसी के मूल निवासी और अमेरिका के मेरीलैंड में यूनिफाम्र्ड सर्विसेज आफ हेल्थ साइंस में वैज्ञानिक सहायक प्रोफेसर डॉ. शाश्वत शरद श्रीवास्तव ने ऐसा हर्बल सैनिटाइजर बनाया है, जिससे 60 सेकेंड तक गरारा करने पर कोरोना वायरस नष्ट हो जाता है।

उन्होंने आईएएनएस को बताया कि यह हर्बल सैनिटाइजर बिड़ला इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालोजी एंड साइंस (बिट्स) हैदराबाद की प्रोफेसर डॉ. सुमन कपूर के साथ मिलकर राइटश्योर नाम से हर्बल एंटीवायरल माउथवाश एंड गार्गल का निर्माण किया है। दवा के तौर पर प्रयोग के लिए एम्स जोधपुर में इसका क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है।

डॉ. शरद ने बताया कि यह माउथवाश मुंह के वायरस, बैक्टीरिया और अन्य रोगों के कारक को नष्ट करता है। इसमें मुलेठी, ब्राह्मी, शतावरी, कलौंजी, नीम, तुलसी, अश्वगंधा, सौंफ जैसी 24 औषधियों का अर्क है, जबकि दूसरे माउथवाश में संश्लेशित रसायन होता है, जिसका लंबे समय तक प्रयोग नुकसानदायक हो सकता है। इस हर्बल सैनिटाइजर से गरारे का असर चार-पांच घंटे तक रहता है।

उन्होंने बताया कि यह हर्बल सैनिटाइजर कोरोना वायरस सहित किसी भी वायरस को मारने में सक्षम है। तीन एमएल इस माउथवाश को 30 एमएल पानी मे डाल कर दिन में तीन से चार बार 30 सेकेंड तक गरारा करने से वायरस व्यक्ति के गले में ही खत्म हो जाता है। जिससे वायरस को शरीर के अंदर जाने से रोका जा सकता है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति भी इससे गरारा करने से जल्द ही संक्रमण मुक्त हो सकता है। अमेजन में यह राइट श्योर गार्गल और वन एमजी की बेवासाइट पर उपलब्ध है। अभी इसकी कीमत करीब 249 रुपए है।

डा. शाश्वत ने बताया कि, "कोविड-19 वायरस संक्रमण के पहले पांच दिन जीभ और गले में पनपता है। वहां गुणात्मक वृद्धि करने के बाद वह फेफड़ों को संक्रमित कर गंभीर संकट पैदा करता है। इस हर्बल सैनिटाइजर में प्रचुर मात्रा में सैपोनिन है, जो वायरस के वसीय आवरण को नष्ट कर देता है। इससे वायरस लोड कम हो जाता है और श्वसन तंत्र में संक्रमण की आशंका काफी कम करता है। वायरस के आवरण में पाए जाने वाले एस ग्लाइकोप्रोटीन में मैनोस और मैनन ग्लायकन होता है, जिससे सैनिटाइजर के तत्व तेजी से क्रिया करते हैं। ऐसे में कोरोना वायरस मानव कोशिका से जुड़ नहीं पाता है। मानव कोशिका से न जुड़ पाने के कारण उसका पोषण नहीं हो पाता है और वह निष्क्रिय हो जाता है। इसलिए सांस के जरिये बाहर आने के बाद भी वायरस नए व्यक्ति को संक्रमित नहीं कर पाता।"

प्रोफेसर डॉ. शाश्वत ने बताया कि वैश्विक आकंडे बताते हैं कि लगभग 10 से 15 प्रतिशत रोगियों में यह निमोनिया जैसे गंभीर रोग में परिवर्तित हो जाता है। राइटश्योर माउथवॉश और गार्गल पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को बिना नुकसान पहुंचाए संक्रमण को रोकने में सक्षम है।

ये विभिन्न प्राकृतिक हर्बल पदार्थों का एक ऐसा नवीन संयोजन है जो श्वास कणों के द्वारा संचरित होने वाले सार्स-कोव2 जैसे भयानक संक्रमणों को रोकने में सक्षम है। अत: यह संक्रमित व्यक्तियों में रोग के प्रसार की तीव्रता कम कर सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम होता है।

मूलरूप से सिद्धार्थ नगर बांसी के निवासी शाश्वत शरद के पिता बस्ती एपीएन डिग्री कालेज से अर्थशास्त्र रीडर के पद से सेवानिवृत्त हुए। शाश्वत अवध विश्वविद्यालय अयोध्या से माइक्रोबायोलॉजी से एमएससी तथा बीआईटीएस पीलानी से बायोकेमिस्ट्री में पीएचडी की डिग्री हासिल की है। डॉ. शरद ने एसजीपीजीआई लखनऊ, निमहान्स बेंगलूर और आईएचबीएएस दिल्ली में भी शोध कार्य किया है।

यूपी में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शामिल होंगे आयुष डॉक्टर्स



 
यूपी में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शामिल होंगे आयुष डॉक्टर्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी आयुष चिकित्सकों को कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के लिए कहा है।

गुरुवार देर शाम आयुष चिकित्सकों के साथ बातचीत में, योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे कोविड रोगियों को उपचार प्रदान करें।

आयुष डॉक्टरों को कोरोना के खिलाफ जागरूकता पैदा करने और उपचार की पेशकश करने के लिए स्थानीय प्रशासन और एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र के साथ समन्वय करने के लिए कहा गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा, "वर्तमान में होमआइसोलेशन में ढाई लाख लोग हैं और आयुष,होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सकों को परामर्श देने के लिए उनके पास जाने को कहा गया है। साथ आयुष विभाग को हर घर में काढ़ा बंटवाना चाहिए ।

उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक जिले में आयुष, होम्योपैथी और यूनानी डॉक्टरों की एक टीम स्थापित की जानी चाहिए और यह टीम लोगों को स्वास्थ्य के बारे में सलाह दे, साथ ही उन्हें टेली परामर्श सेवाओं के साथ भी जोड़ा जाए।

इन सेवाओं के रूप में, उन्हें लोगों को कोविड 19 के खिलाफ सरल उपचार विकल्पों के बारे में बताना चाहिए जो आसानी से उपलब्ध हो जाएं।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान समय में लोगों को आयुष के लाभों से अवगत कराना आवश्यक है।

उन्होंने कहा, "हमारी प्राचीन स्वास्थ्य प्रणालियाँ न केवल सस्ती हैं, बल्कि अधिक उपयोगी भी हैं। हमें निगरानी समितियों के माध्यम से इनका लाभ अधिक लोगों तक पहुंचाना होगा"

उन्होंने बीमारी से मुक्त बनाने में योग की भूमिका पर भी जोर दिया और कहा कि आयुष डॉक्टरों को लोगों को यह बताना चाहिए कि उनकी प्रतिरक्षा को कैसे बढ़ाया जा सकता है।

2020 में, सरकार द्वारा एक 'आयुष कवच' ऐप लॉन्च किया गया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐप का इस्तेमाल अब लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, "योग और प्राणायाम कोविड 19 के खिलाफ फायदेमंद साबित हुए हैं। लोगों को अपने दैनिक जीवन में इन प्रथाओं का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए"

'आज तक' के मशहूर एंकर रोहित सरदाना का 40 साल की उम्र में कोरोना से निधन, मीडिया जगत में छाया शोक


Rohit Sardana Death: Aaj Tak's famous anchor Rohit Sardana dies at the age of 40 from Corona, mourning in the Hindi media world

देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अभी-अभी एक बेहद ही दुखद खबर सामने आई है। इंडिया टुडे ग्रुप और आजतक के मशहूर न्यूज एंकर रोहित सरदाना का आज शुक्रवार को कोरोना से निधन हो गया है। हिन्दी मीडिया जगत के लिए ये बड़ी क्षति है। लंबे समय तक जी न्यूज में एंकर रहे रोहित सरदाना पिछले कई समय से आज तक न्यूज चैनल में एंकर के तौर पर काम कर रहे थे।

जी न्यूज चैनल के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया कि थोड़ी देर पहले जितेंद्र शर्मा का फोन आया। उसने जो कहा सुनकर मेरे हाथ काँपने लगे। हमारे मित्र और सहयोगी रोहित सरदाना की मृत्यु की ख़बर थी। ये वायरस हमारे इतने क़रीब से किसी को उठा ले जाएगा ये कल्पना नहीं की थी। इसके लिए मैं तैयार नहीं था। यह भगवान की नाइंसाफ़ी है...। ॐ शान्ति।

 

अब से थोड़ी पहले @capt_ivane का फ़ोन आया।उसने जो कहा सुनकर मेरे हाथ काँपने लगे।हमारे मित्र और सहयोगी रोहित सरदाना की मृत्यु की ख़बर थी।ये वाइरस हमारे इतने क़रीब से किसी को उठा ले जाएगा ये कल्पना नहीं की थी।इसके लिए मैं तैयार नहीं था।ये भगवान की नाइंसाफ़ी है..
ॐ शान्ति — Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) April 30, 2021

लंबे अरसे से टीवी मीडिया का चेहरा रहे रोहित सरदाना आज तक न्यूज चैनल पर प्रसारित होने वाले शो 'दंगल' की एंकरिंग करते थे। 2018 में ही रोहित सरदाना को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से नवाजा गया था। सीनियर जर्नलिस्ट राजदीप सरदेसाई ने भी रोहित सरदाना की मौत की जानकारी दी है।

 

Rohit and I had differing political views but always enjoyed debating without any rancour. We did a show one night that finished at 3 am (think it was SC verdict on Karnataka) after which he said, ‘boss aaj maza aa gaya!’ He was a passionate anchor journalist. RIP Rohit Sardana. — Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) April 30, 2021

उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि दोस्तों बेहद दुखद खबर है। मशहूर टीवी न्यूज एंकर रोहित सरदाना का निधन हो गया है। उन्हें आज सुबह ही हार्ट अटैक आया है। उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना।

कोरोनो लहर में 3 लेयर वाला कपड़े का मास्क, सर्जिकल मास्क जितना प्रभावी


 
कोरोनो लहर में 3 लेयर वाला कपड़े का मास्क, सर्जिकल मास्क जितना प्रभावी
लंदन, 29 अप्रैल (आईएएनएस)| शोधकर्ताओं की एक टीम ने अपनी रिसर्च में पाया है कि इस कोरोना टाइम में अच्छी तरह से फिट, तीन लेयर वाला कपड़े का मास्क, सर्जिकल मास्क जितना ही प्रभावी साबित हो सकता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल और सर्वे टीम ने पाया कि आदर्श परिस्थितियों और तीन लेयर वाला कपड़े का फिट मास्क आप पहने हुए है तो वह सर्जिकल मास्क के जितना ही बूंदो को फिलटर करेगा। दोनों में संक्रमण फैलने का खतरा 50 से 75 प्रतिशत तक कम होता है।
उदाहरण के लिए, "जर्नल ऑफ फ्लूइड्स में प्रकाशित निष्कर्ष से पता चला है, यदि एक संक्रमित व्यक्ति और एक स्वस्थ व्यक्ति दोनों मास्क पहने हुए हैं, तो वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे संक्रमण फैलने का खतरा 94 प्रतिशत तक कम होता है"
बेहतर ढंग से समझने के लिए, टीम ने देखा कि कैसे तरल बूंदों को कपडे के मुखौटे में कैद और फिल्टर किया जाता है, जिसमें निरोधात्मक प्रभाव सहित निस्पंदन प्रक्रियाओं की समीक्षा और मॉडलिंग की जाती है।
टीम ने समझाया कि जड़त्वीय प्रभाव एक छलनी या कोलंडर के रूप में फिल्टर नहीं होता है, यह आपकी सांस में हवा को मोड़ने और मास्क के अंदर मुड़ने के लिए मजबूर करके काम करता है ताकि बूंदें हवा के रास्ते का पालन न कर सकें और बूंदें मास्क के अंदर खत्म हो जाए।

दिल्ली में कोरोना से हालात खराब, आप MLA शोएब इकबाल ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की


दिल्ली में कोरोना से हालात खराब, आप MLA शोएब इकबाल ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की

आप पार्टी के विधायक शोएब ने कहा कि विधायक होते हुये भी उनकी कोई सुन नहीं रहा और ना ही कोई मदद मिल रही है.. मरीज़ों को ऑक्सीजन- दवाइयां और अस्पताल में बेड नही मिल रहे है।

दिल्ली में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच आम आदमी पार्टी के विधायक शोएब इकबाल ने दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की माँग की है। शोएब ने कहा कि विधायक होते हुये भी उनकी कोई सुन नहीं रहा और ना ही कोई मदद मिल रही है.. मरीज़ों को ऑक्सीजन- दवाइयां और अस्पताल में बेड नही मिल रहे है। ऐसे में दिल्ली में  राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।

 

गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली कांग्रेस ने राष्ट्रीय राजधानी की अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली सरकार पर कोविड—19 महामारी से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाया और यहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। 

देशभर में तबाही मचा रही कोरोना की दूसरी लहर, बीते 24 घंटे में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 4 लाख के करीब,


Corona Cases in India Last 24 Hours: The second wave of Corona sweeping the country, Corona patients figure to close to 4 lakhs in the last 24 hours, the number of deaths has come down, so many people died on Thursday?

देशभर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर भारी तबाही मचा रही है। कोरोना के मामलों में लगातार रिकॉर्ड संख्या में इजाफा हो रहा है। बीते 24 घंटे में ये आंकड़ा प्रतिदिन करीब 4 लाख को छू रहा है। गुरुवार को एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 386,452 मामले सामने आए हैं। देशभर में अब कुल मामले 1,87,54,984 हो गए। वहीं पिछले 24 घंटे में 3498 कोरोना मरीजों ने दम तोड़ दिया है। हालांकि बुधवार के मुकाबले मरने वालों की संख्या में कमी देखी गई है। बुधवार को मरने वालों की संख्या 3647 थी। 

 

India reports 3,86,452 new #COVID19 cases, 3498 deaths and 2,97,540 discharges in the last 24 hours, as per Union Health Ministry

Total cases: 1,87,62,976
Total recoveries: 1,53,84,418
Death toll: 2,08,330
Active cases: 31,70,228

Total vaccination: 15,22,45,179 pic.twitter.com/mRsifO2IMP — ANI (@ANI) April 30, 2021

 केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 30 लाख कोरोना मरीजों का अभी देशभर में इलाज चल रहा है। देशभर में इस घातक बीमारी से मृतकों की कुल संख्या 2,08,313 हो गई है। लगातार मामले बढ़ने के बीच देश में उपाचाराधीन मरीजों की संख्या 31,64,825 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 16.79 प्रतिशत है।

 

Maharashtra: The statewide restrictions that were initially imposed till May 1st in the wake of the #COVID19 situation, have been further extended till May 15th.

Visuals from Bandra in Mumbai. pic.twitter.com/0DKxOnC4yz — ANI (@ANI) April 30, 2021

कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर घटकर 82.10 प्रतिशत हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 1,53,73,765 हो गई है। कोरोना संक्रमण से मौत होने की दर घटकर 1.11 प्रतिशत हो गई है। देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या पिछले साल सात अगस्त को 20 लाख को पार कर गई थी।

Thursday, April 29, 2021

Corona Good News : कोरोना की नकारात्मक खबरों के बीच वायरस से संक्रमित मरीजों में उत्साह भर गए पूर्व पीएम..! 88 साल की उम्र में मनमोहन सिंह ने दी कोरोना को मात, एम्स से घर लौटे


Corona Good News: Amidst the negative news of Corona, the former PM was filled with excitement in virus-infected patients ..! At the age of 88, Manmohan Singh defeated Corona, returned home from AIIMS

देशभर में आ रही कोरोना संक्रमण की नकारत्मक खबरों के बीच एक सकारात्मक खबर मिली है। आज गुरुवार को एम्स में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी को मात देकर घर लौट चुके हैं। 88 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री को आज नई दिल्ली स्थित एम्स से छुट्टी मिल गई।

 

Former PM Manmohan Singh discharged from AIIMS Trauma Centre in Delhi, after recovering from #COVID19: AIIMS Official

He was admitted here on April 19th. pic.twitter.com/YzjSJmZGmk — ANI (@ANI) April 29, 2021

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मनमोहन सिंह को 19 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव होने के बाद एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। डॉ. सिंह कोरोना को इस दौरान कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज दी गईं थी। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी गुरशरण कौर ने 4 मार्च को एम्स जाकर कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लिया था। 

उनके कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद देशभर में उनके रिकवर होने के लिए प्रार्थनाएं की गई थीं। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के कई अन्य नेताओं ने उनके जल्द स्वस्थ होकर घर लौटने की कामना की थी। ऐसे में इतनी लंबी उम्र में कोरोना को मात देकर उनकी घर लौटना उनकी इच्छाशक्ति को दर्शाता है। वहीं उनका सही होना देश के अन्य कोरोना मरीजों को प्रेरित करेगा। 


सीएम योगी का ऐलान: कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश के अस्पतालों में तत्काल बढ़ाये जायेंगे 33 हजार बेड


सीएम योगी का ऐलान: कोरोना से निपटने प्रदेश के अस्पतालों में तत्काल बढ़ाये जायेंगे 33 हजार बेड


facebook sharing button
whatsapp sharing button
twitter sharing button
sharethis sharing button
sms sharing button

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार बड़े फैसले ले रहे हैं. गुरुवार को कोरोना महामारी से निपटने के लिए एक्शन में आए सीएम योगी ने प्रदेश में करीब 33 हजार बेड तत्काल बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने प्रदेश में मौजूदा एल-1, एल-2, एल-3 के करीब 1 लाख 80 हजार बेड के अतिरिक्त 33 हजार और बेड बढ़ाने के आदेश दिए हैंl

सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा स्वास्थ्य विभाग को 15 हजार बेड और चिकित्सा शिक्षा विभाग को 18 हजार बेड तत्काल बढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा 15 हजार बेड के सापेक्ष, प्रदेश के सभी 75 जिलों में निगरानी करते हुए तत्काल 200 बेड बढ़ाए जाएंगे.l

उत्तर प्रदेश सरकार ने सप्ताहांत में लगने वाले लॉकडाउन की अवधि एक दिन और बढ़ा दी है. सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बृहस्पतिवार को यहां बताया कि प्रदेश में अब शुक्रवार रात आठ बजे से मंगलवार सुबह सात बजे तक लॉकडाउन रहेगा. पहले यह सोमवार सुबह सात बजे तक लागू रहता था. सहगल ने बताया कि इस दौरान केवल आवश्यक और अनिवार्य सेवाएं ही यथावत जारी रहेंगी. औद्योगिक गतिविधियां और वैक्सीनेशन कार्य साप्ताहिक बंदी में भी जारी रहेगा. इस व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई एक समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया गयाl

सहगल के मुताबिक मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि कोविड संक्रमण की तेज दर में मरीजों की तादाद बढ़ी है. इस बार की लहर में ऑक्सीजन की मांग सामान्य से कई गुना अधिक बढ़ी है. इस संबंध में व्यवस्था कराई जा रही है. मगर कुछ लोग अनावश्यक भय के कारण ऑक्सीजन सिलिंडर की जमाखोरी करने में लग गए हैं. रेमेडेसिविर जैसी जीवनरक्षक मानी जा रही दवा की कालाबाजारी कर रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाय।

योगी ने निर्देश दिए कि विशेषज्ञ चिकित्सकों का पैनल गठित कर लोगों को सही जानकारी दी जाए. किसे अस्पताल में भर्ती होना जरूरी है, किसे रेमेडेसिविर की जरूरत है और किन मरीज को ऑक्सीजन की अनिवार्यता है. अनावश्यक भय और अज्ञानता के कारण लोग इन आवश्यक चीजों का संग्रहण कर रहे हैं. इससे व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कुछ अस्पतालों द्वारा मरीजों से अवैध वसूली की शिकायत मिली हैl

Coronavirus: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुलाई मंत्रिपरिषद की बैठक, ले सकते हैं बड़ा निर्णय


Coronavirus: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुलाई मंत्रिपरिषद की बैठक, ले सकते हैं बड़ा निर्णय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई है. ये बैठक सुबह 11 बजे से होगी. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री इस बैठक में बड़े फैसले ले सकते हैं.

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के भीषण संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई है. ये बैठक सुबह 11 बजे से होगी. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री इस बैठक में बड़े फैसले ले सकते हैं. ये बैठक राजधानी दिल्ली में होगी. माना जा रहा है कि इस बैठक में प्रधानमंत्री कोरोना से निपटने के लिए युद्धस्तर पर बनाई गई रणनीति को लागू करने का ऐलान कर सकते हैं.


सेना प्रमुख के साथ भी बैठक कर चुके हैं पीएम मोदी


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे के साथ कोविड-19 प्रबंधन को लेकर बैठक की. जिसमें उन्होंने सेना की ओर से उठाए गए कदमों और अन्य तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान सेना प्रमुख नरवणे ने प्रधानमंत्री को बताया कि सेना ने अपने चिकित्‍सा कर्मचारियों को राज्‍य सरकारों की सेवा में तैनात किया है और साथ ही वह देश के विभिन्‍न भागों में अस्‍थायी अस्‍पताल बना रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कोविड-19 के खिलाफ जंग में भारतीय सेना द्वारा किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की.’’


पीएमओ ने भी जारी किया बयान


 प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक नरवणे ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर कोविड प्रबंधन के लिए सेना की तैयारियों और पहलों की जानकारी दी और उन्हें बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों में सेना की ओर से अस्थायी अस्पतालों का भी निर्माण किया जा रहा है. नरवणे ने प्रधानमंत्री को बताया कि जहां संभव हो रहा है वहां सेना के अस्पतालों को आम जनता की सेवा में इस्तेमाल किया जा रहा है और इसके लिए आम नागरिक चाहें तो पास के सेना के अस्पताल से संपर्क साध सकते हैं. सेना प्रमुख ने प्रधानमंत्री को इस बात से भी अवगत कराया कि आयात किए गए ऑक्सीजन टैंकरों और गाड़ियों के प्रबंधन में जहां विशेषज्ञ कौशल की जरूरत पड़ रही है वहां सेना के श्रमबल की ओर से मदद पहुंचाई जा रही है. 

Wednesday, April 28, 2021

मई के पहले हफ्ते के बाद थम जाएगा कोरोना का कहर, कानपुर IIT की स्टडी


मई के पहले हफ्ते के बाद थम जाएगा कोरोना का कहर, कानपुर IIT की स्टडी

facebook sharing button
whatsapp sharing button
twitter sharing button
sharethis sharing button
नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से तबाही जारी है. हर दिन 3 लाख से ज्यादा मामले आ रहे हैं. कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के बीच वैक्सीनेशन और टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है. इस बीच कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना का पीक जल्द आने वाला है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मई के पहले ही हफ्ते में कोरोना का पीक आएगा और मामले कम होने लगेंगे.

आईआईटी कानपुर ने पिछले 7 दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों में कोरोना वायरस को लेकर एक मैथमेटिकल स्टडी की है. इस स्टडी के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है कि मई के पहले हफ्ते में कोरोना वायरस पीक पर होगा और फिर उसकी रफ्तार घटने लगेगी. IIT प्रोफेसर मनिंदर अग्रवाल के मुताबिक यह स्टडी गणित विज्ञान के आधार पर की गई है. उन्होंने बताया कि भारत की पीक अप्रैल के अंत और मई की शुरुआत में आएगी. उसके बाद केस कम होंगे. यह ग्राफ उन्होंने पिछले साल फैले संक्रमण को आधार बनाकर तैयार किया है.

उनका मानना है कि यह कोरोना वायरस सात दिन तक अधिक प्रभावी रहेगा. देश के जिन राज्यों में कोरोना वायरस ज्यादा घातक है वहां के केस और वायरस का अध्ययन करते हुए डेट के अनुसार ग्राफ तैयार किया है. हर राज्य के लिए अलग-अलग ग्राफ तैयार करते हुए कोरोना का पीक टाइम बताया है. गणितीय मॉडल के जरिए कोरोना संक्रमण के बढ़ते केस पर जो अध्‍ययन किया है, उसके मुताबिक 15 मई के आसपास कोरोना के एक्टिव केस 33 से 35 लाख के करीब पहुंच जाएंगे.

कहां पहुंचेगा कोरोना का आंकड़ा? इस सवाल के जवाब में आईआईटी की स्टडी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 35000 केस रोजाना आ सकते हैं. दिल्ली में यह संख्या 30000 प्रतिदिन हो सकती है. पश्चिम बंगाल में 11000, राजस्थान में 10000 और बिहार में 9000 प्रतिदिन के हिसाब से कोरोना वायरस केस देखे जा सकते हैं.

महाराष्ट्र में पीक पर कोरोना- कोरोना वायरस को लेकर की गई इस स्टडी में वैज्ञानिकों का यह भी दावा है कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस अब पीक पकड़ चुका है. 30 अप्रैल आते-आते उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात और पश्चिम बंगाल में भी कोरोना अपने चरम पर होगा और फिर घटने लगेगा.

किसान का बेटा हेलिकॉप्टर से दुल्हन लाया


 
किसान का बेटा सपना पूरा करने के लिए हेलिकॉप्टर से दुल्हन लाया
जयपुर । राजस्थान में एक दूल्हे ने अपनी दुल्हन के सपने को हकीकत में बदलने के लिए शादी समारोह के बाद उसे हेलीकॉप्टर से अपने घर लाया।

भरतपुर जिले के वैर सबब्लॉक में रायपुर गांव के रहने वाले दूल्हे सियाराम गुर्जर ने सोमवार को अपने ससुराल में एक हेलिकॉप्टर किराए पर लिया और मंगलवार को अपनी पत्नी के साथ उड़ान भरकर अपने गांव वापस लाया।

किसान का बेटा सियाराम गुर्जर पत्नी के अलावा अपने भाई करतार सिंह और बहनोई रामप्रसाद के साथ हेलिकॉप्टर पर सवार हुआ। विदाई के समय प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे कि कहीं कोविड गाइडलाइन को विफल न कर दिया जाए, क्योंकि हेलीकॉप्टर की एक झलक पाने के लिए वहां बड़ी भीड़ जमा हो गई थी।

गुर्जर ने कहा कि उनकी पत्नी रमा का एक हेलीकॉप्टर में बैठकर 'पिया के घर' जाने का सपना था और इसलिए उन्होंने एक हेलिकॉप्टर किराए पर लिया, जिसकी कीमत 7 लाख रुपये थी।

रमा ने कहा कि अपने ससुराल जाने के लिए हेलिकॉप्टर की सवारी करना उनका सपना था, जिसे अब हकीकत में बदल दिया गया है।

नदबई तहसील के गांव कारिली से हंसराज गुर्जर की बेटी रमा के साथ सियाराम गुर्जर की शादी धूमधाम से हुई।

शुरुआत में, जिला कलेक्टर के साथ-साथ सीएमएचओ ने क्षेत्र में बढ़ते कोविड-19 मामलों के मद्देनजर बारात के लिए हेलिकॉप्टर किराए पर लेने के लिए दूल्हे के दिए आवेदन को खारिज कर दिया था। हालांकि, बाद में कुछ नियम और शर्तो के साथ अनुमति दी गई, जिसका दूल्हे ने विधिवत पालन किया।

इस तरह दुल्हन की असामान्य विदाई कस्बे में चर्चा की बात बन गई।

ड्रग 'क्वीन' को मिली दर्दनाक मौत, चौथे पति ने जो किया जानकर रह जाएंगे हैरान


देश की राजधानी दिल्ली के हज़रत निज़ामुद्दीन में मंगलवार सुबह एक महिला और एक युवक को गोली मारने से सनसनी फैल गई. दोनों को आनन फानन में सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया. जहां साइना नाम की महिला को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.

दिल्ली: ड्रग 'क्वीन' को मिली दर्दनाक मौत, चौथे पति ने जो किया जानकर रह जाएंगे हैरान

साइना ने की 4 शादियां और चौथे पति ने की हत्या

दरअसल, 29 साल की साइना ने अपनी इस उम्र में 4 शादियां की थी. उसके पहले और दूसरे पति उसको छोड़कर बांग्लादेश चले गए थे. जिसके बाद साइना ने तीसरी शादी की दिल्ली में नशे के कारोबार का किंग समझे जाने वाले शराफत शेख से जिसको दिल्ली-एनसीआर में 'ड्रग लॉर्ड' के नाम से भी पहचाना जाता था. शराफत शेख के ऊपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) और मकोका समेत 37 मामले दर्ज है. शराफत शेख और साइना की शादी होने के बाद नशे की दुनिया मे पूरे निज़ामुद्दीन इलाके समेत दिल्ली में अब सिर्फ इन दोनों का वर्चस्व था. शराफत शेख की दहशत का आलम ये था कि कोई भी पुलिस वाला अकेला उस इलाके में जाने से डरता था. एक बार तो सीबीआई की नारकोटिक्स ब्रांच ने शराफत शेख़ के घर पर उसको पकड़ने के लिए रेड की थी तो शराफत के गुर्गों ने सीबीआई की टीम पर ही हमला कर दिया था. लेकिन जैसे जैसे शराफ़त की उम्र बढ़ती गई उसे अपना नशे का साम्राज्य चलाने के लिए किसी तेज तर्रार साथी की ज़रूरत पड़ी. लिहाजा उसने साइना से शादी कर ली थी. लेकिन शादी के कुछ समय बाद दिल्ली पुलिस ने शराफत को एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.

ऐसे वसीम ने दिया हत्याकांड को अंजाम

शराफत की गैर मौजूदगी में साइना ने एक साल पहले वसीम से शादी कर ली. वासीम साइना का चौथा पति था.लेकिन कुछ समय पहले दिल्ली पुलिस ने साइना को भी एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. नशे की दुनिया के दोनों सबसे बड़े खिलाड़ी शराफत शेख और उसकी पत्नी साइन अब तिहाड़ में थे. जबकि साइना के चौथे पति वसीम का दिल साइना की बहन रेहाना पर आ गया था. साइना की गैर मौजूदगी में दोनों के बीच संबंध भी बन गए थे. अभी ज्यादा वक़्त भी नहीं गुजरा था कि साइना को 8 महीने की गर्भवती होने की वजह से 24 अप्रैल को जेल से पैरोल पर छोड़ दिया गया था. जेल से छूटने के बाद साइना को वसीम और रेहाना के बीच के रिश्तों के बारे में पता चला जिसके बाद दोनों में जमकर झगड़ा भी हुआ. साइना को अपने और रेहाना के बीच रुकावट बनते देख वसीम ने साइना को हमेशा-हमेशा के लिए अपने और रेहाना के रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया. 27 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर जब साइना अपने साथी शहादत के साथ घर के बाहर बैठी हुई थी, वसीम ने पिस्तौल निकाल कर पहले शहादत को एक गोली मारी उसके बाद साइना को 4 गोली मारी. हत्या करते वक़्त वसीम को पता था कि उसकी छोटी सी चूक उसकी मौत की वजह बन सकती है लिहाज़ा वो अपने साथ दो पिस्तौल लेकर आया था. एक पिस्तौल के लॉक हो जाने की वजह से उसने दूसरी पिस्तौल निकाली और तब तक 4 गोली मारी जबतक साइना की मौत नहीं हो गई. हत्या की पूरी वारदात पास में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई जिसके बाद पुलिस ने वसीम को गिरफ्तार कर उसके पास से हथियार भी बरामद कर लिए है.

हर एंगल से पुलिस कर रही जांच

साउथ ईस्ट के डीसीपी आर पी मीना ने ज़ी न्यूज़ को बताया कि ' आरोपी ने पुलिस को बताया कि साइना उसके और रेहाना के बीच रोड़ा बन रही थी इसलिए उसने उसकी हत्या की है. आरोपी वसीम का अभी तक कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है. आरोपी फाइनेंस का काम करता है और उसकी शादी एक साल पहले ही साइना से हुई थी लेकिन उसके जेल जाने के बाद वसीम के संबंध साइना की बहन रेहाना से बन गए थे और साइना के जेल से छूटने के बाद वसीम और रेहाना मिल नहीं पा रहे थे, इसी लिए वसीम ने साइना की हत्या को अंजाम दिया है' हालांकि पुलिस इस हत्याकांड में रेहाना की भूमिका की भी जांच कर रही है, कि कहीं ऐसा तो नहीं कि शराफत शेख़ के जेल जाने और साइना की मौत के बाद पूरे नशे के कारोबार को वसीम और रेहाना अपने हाथ मे लेना चाहते है.