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Monday, February 27, 2023

पाकिस्‍तान के मौलाना ने उगली आग, कहा-एक दिन गंदे और बदबूदार सिखों को मुसलमान बनाएंगे


इन दिनों कई ऐसे वीडियोज सामने आ रहे हैं जो पाकिस्‍तान से हैं और जिनमें सिखों को लेकर कई तरह की आपत्तिजनक बातें कहीं जा रही हैं। देश के एक सूफी संत मौलाना डॉक्‍टर मोहम्‍मद सुलेमान का एक ऐसा ही वीडियो इस समय शेयर हो रहा है। इस वीडियो में सुलेमान ने सिख और उनके धर्मगुरु गुरुनानक देव के बारे में कई आपत्तिजनक बातें कही हैं। सुलेमान ने सिखों को गंदा और बदबूदार बता रहे हैं। उनकी मानें तो वह एक दिन सभी सिखों को इस्‍लाम कबूल करवाकर ही रहेंगे। इससे पहले भी एक मौलवी का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्‍होंने गुरुनानक देव पर कई तरह की विवादित टिप्‍पणियां की हैं।

गुरुनानक के पीछे भागकर भी गंदे काम-
वीडियो में सुलेमान को कहते हुए सुना जा सकता है, ‘मुझे सिखों के काफी फोन आते हैं। अब जो है सो है लेकिन मैं बहुत हैरान हूं। हमारे पैंगबर ने तो हमसे बगल के बाल भी साफ करने को कहा है। मैं लाहौर में पढ़ता था इसलिए मैंने इन्‍हें देखा है। अल्‍लाह मुझे माफ करे, ये सिख इतने गंदे हैं। इनके दाढ़ी होती है। हम इन सिखों को एकदिन मुसलमान बनाएंगे। हमारे पास पूरा एक प्‍लान है और अभी इसे आगे न लेकर जाएं।’ सुलेमान यहीं नहीं रुके बल्कि उन्‍होंने यहां तक कह दिया कि सिखों के जो गुरु थे, पता नहीं वो क्‍या थे। सुलेमान की मानें तो पैगंबर उन्‍हें कहीं ज्‍यादा महान थे। सुलेमान को कहते हुए सुना जा सकता है कि सिख अपने गुरु के पीछे भाग रहे हैं और फिर भी गंदे-गंदे काम करते हैं।

पाकिस्‍तानी मौलवी के जहरीले बोल-

सुलेमान से पहले पाकिस्‍तान के एक मौलवी की क्लिप को जमकर शेयर किया गया था। इस क्लिप में मौलवी ने सिखों के गुरु, गुरुनानक के बारे में कई बातें कही थीं। मौलवी का कहना था कि गुरुनानक ने कलमा नहीं पढ़ा था और इस्‍लाम कबूल नहीं किया था। इसलिए वह अच्‍छे इंसान नहीं हो सकते थे। उनका कहना था कि भले ही गुरुनानक, बाबा फरीद को पसंद करते थे मगर ऐसा करने से तो वह मुसलमान नहीं हो जाते। सच्‍चा मुसलमान वही है जो कलमा पढ़े। उनकी इस क्लिप को उन लोगों के मुंह पर तमाचे की तरह माना गया जो खालिस्‍तान आंदोलन का समर्थन करते हैं।

ISI की खतरनाक साजिश-
भारत के पंजाब राज्‍य में खालिस्‍तान बनाने की मांग को लेकर सन् 1980 के दशक की शुरुआत में एक आंदोलन की शुरुआत हुई। सिखों की तरफ से एक अलग देश बनाने की मांग पर शुरू हुई इस मुहिम को पाकिस्‍तान का समर्थन मिला। पाकिस्‍तानी आतंकियों ने इस आंदोलन की आड़ में भारत में कदम रखने शुरू कर दिए थे। साल 2021 में एक रिपोर्ट आई थी जिसमें कहा गया था कि पाकिस्‍तान की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई भारत में फिर से खालिस्‍तान आंदोलन को जिंदा करने की कोशिशों में लग गई है। इसके लिए उसे नवंबर 2019 में शुरू हुए करतारपुर कॉरिडोर को हथियार के तौर पर प्रयोग करना शुरू कर दिया है।

Sunday, February 26, 2023

US राष्ट्रपति उम्मीदवार निक्की हेली ने चीन-पाक को बताया दुश्मन, कहा- पाई-पाई के लिए तरसा दूंगी


US राष्ट्रपति उम्मीदवार निक्की हेली ने चीन-पाक को बताया दुश्मन, कहा- पाई-पाई के लिए तरसा दूंगी

अमेरिका में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार भारतीय मूल की निक्की हेली ने चीन और पाकिस्तान पर जमकर गुस्सा निकाला है। साल 2024 के लिए रिपब्लिकन नेता हेली ने कहा कि चीन, पाकिस्तान और अन्य अमेरिकी विरोधी देशों को दी जाने वाली विदेशी सहायता में कटौती की जाएगी। उन्होंने कसम खाई कि अगर वह राष्ट्रपति बनती हैं तो एक-एक पैसा की मदद के लिए इन्हें मजबूर किया जाएगा। उन्होंने पाकिस्तान की मदद के लिए बाइडेन सरकार की आलोचना भी की।

निक्की हेली के अलावा रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवारों में भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी भी मैदान में है। इनके अलावा पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी रेस में शामिल हैं। राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने कहा, "मैं अपने दुश्मनों को भेजी जाने वाली विदेशी सहायता में एक-एक प्रतिशत की कटौती करूंगी। बाइडेन प्रशासन ने पाकिस्तान को सैन्य सहायता फिर से शुरू कर दी है और अमेरिकी करदाता अभी भी कम्युनिस्ट चीन को पैसा देते हैं।”


पाक की मदद पर बाइडेन की आलोचना
51 वर्षीय निक्की हेली ने पाकिस्तान को सैन्य सहायता बहाल करने के लिए बाइडेन प्रशासन की आलोचना की। फॉक्स न्यूज ने हेली के हवाले से बताया कि वह "अमेरिकी विरोधी देशों" को अरबों डॉलर भेजना बंद करने का वादा करती हैं।"

शुक्रवार को प्रकाशित न्यू यॉर्क पोस्ट में हेली ने विदेशी सहायता को संभालने के तरीके के लिए अमेरिकी आलोचना की और कहा कि अमेरिका ने पिछले साल इराक, पाकिस्तान और यहां तक ​​कि चीन जैसे देशों की सहायता के लिए 46 अरब डॉलर खर्च किए। इसके लिए हेली ने ट्रंप के अलावा बाइडेन दोनों को कसूरवार ठहराया। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ जो बाइडेन ने नहीं किया। यह दोनों पार्टियों के अध्यक्षों के तहत दशकों से हो रहा है। हमारी विदेशी सहायता नीतियां अतीत में अटकी हुई हैं। वे आम तौर पर ऑटोपायलट पर काम करते हैं, हम सहायता हासिल करने वाले देशों के आचरण पर कोई विचार नहीं करते हैं।" 

उन्होंने विशेष रूप से इराक और पाकिस्तान और उन देशों को विदेशी सहायता का हवाला दिया जहां आतंकवादी संगठन संचालित हो रहे हैं और ये सरकारें अमेरिका समर्थित नहीं हैं।

गौरतलब है कि निक्की हेली ने 14 फरवरी को घोषणा की थी कि वह 2024 के रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन करेंगी। भारतीय मूल की रिपब्लिकन नेता निक्की हेली दक्षिण कैरोलिना की दो बार की गवर्नर और संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत रही हैं।

Monday, February 20, 2023

पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान को राहत, हाई कोर्ट से मिली जमानत

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान को सोमवार (20 फरवरी) को उनके खिलाफ दर्ज एक आतंकवादी मामले में 3 मार्च तक के लिए अंतरिम सुरक्षात्मक जमानत दे दी है. पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) के तरफ से अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर तोड़फोड़ की गई थी.

पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान को लाहौर हाई कोर्ट से राहत मिल गई है. एआरवाई न्यूज के रिपोर्ट के मुताबिक उनके खिलाफ संगजनी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था. इससे पहले इमरान खान को Election commission protest (ECP) विरोध मामले में लाहौर हाईकोर्ट के सामने पेश होने के लिए शाम 5:00 बजे तक का समय दिया गया था.

याचिका खारिज कर दी गई थी

पाकिस्तानी न्यूज मीडिया ARY के मुताबिक पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान गिरफ्तारी करने के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया था. इस से पहले 2 फरवरी को इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने प्रतिबंधित फंडिंग मामले में ही पाकिस्तान के चुनाव आयोग के खिलाफ इमरान खान की पार्टी के याचिका को लेकर खारिज कर दी गई थी.

इमरान खान के ऊपर आरोप था कि उनके और अन्य सहयोगियों ने विदेशी मुद्रा अधिनियम का उल्लंघन करते हुए विदेशी फंडिंग प्राप्त की थी. उनकी पार्टी के खिलाफ विदेशी फंडिंग का मामला 2014 का है जब पीटीआई के संस्थापक सदस्य अकबर एस बाबर ने विदेशी दानदाताओं के तरफ से पार्टी के फंडिंग में बड़ी अनियमितता का आरोप लगाया था.

Thursday, February 16, 2023

तालिबान ने किया खैबर पख्तूनख्वा के गांव पर कब्जा, डर से भाग खड़ी हुई पाकिस्तानी पुलिस और सेना


पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार अमजद अयूब मिर्जा ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है, जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया है. इस वीडियो में दिख रहा है कि टीटीपी ने खैबर पख्तूनख्वा के एक गांव पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद स्थानीय पुलिस और पाकिस्तानी सेना को इलाके में अपनी चौकियों से भागना पड़ा.

टीटीपी ने खैबर पख्तूनख्वा के एक गांव पर कब्जा कर लिया है. (प्रतीकात्मक तस्वीर- News18)

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) पिछले कई महीनों से पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत में सुरक्षा बलों के खिलाफ लगभग रोजाना हमले कर रहा है. अगस्त 2021 में जब से डूरंड रेखा के पार अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा किया है, तब से टीटीपी ने पाकिस्तान के सुरक्षा बलों पर हमले भी तेज कर दिए हैं.

ऐसी ही एक घटना में टीटीपी ने खैबर पख्तूनख्वा के एक गांव पर कब्जा कर लिया, जिससे स्थानीय पुलिस और पाकिस्तानी सेना को इलाके में अपनी चौकियों से भागना पड़ा. पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार अमजद अयूब मिर्जा ने ट्विटर पर इससे जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है, जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया है.

इस बीच मंगलवार को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा (केपीके) प्रांत में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) के प्रति निष्ठा रखने वाले लगभग सात आतंकवादी मारे गए. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, टीटीपी के आतंकवादी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा  प्रांत में उत्तरी वजीरिस्तान क्षेत्र में आतंकवाद निरोधी विभाग (सीटीडी) की एक टीम के साथ मुठभेड़ में मारे गए.

टीटीपी ने कथित तौर पर सीटीडी टीम पर घात लगाकर हमला किया था, जब वे हिरासत में लिए गए तालिबान आतंकवादियों को उत्तरी वज़ीरिस्तान के प्रशासनिक केंद्र बन्नू में स्थानांतरित कर रहे थे.

Sunday, February 12, 2023

22 साल में बने IAS और एक साल में रिजाइन, अब करोड़ों की कंपनी के मालिक


Roman Saini
अधिकतर लोग अपने जिंदगी को अच्छा बनाने के लिए एक अच्छे अवसर की तलाश में रहते हैं और मिलते ही अपना घर बसा लेते हैं. भारत में लाखों स्टूडेंट का आईएएस अधिकारी या डॉक्टर बनना एक सपना होता हैं, जो लोग इन सपनों को पूरा कर लेते हैं उनके लिए ये दौड़ जीती हुई मानी जाती है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते है कि अपने सपनों को पूरा करने के बाद भी दूसरी मंजिल पाने की चाहत रखते है. ऐसे ही एक कहानी है रोमन सैनी की है, आज हम आपको बताएंगे.

16 साल की उम्र में रोमन सैनी, एम्स प्रवेश परीक्षा पास करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति बन गए. एमबीबीएस पूरा करने के बाद सैनी ने नेशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर में काम किया. इस तरह के प्रतिष्ठित नौकरी अधिकतर लोग पसंद करते हैं, लेकिन रोमन सैनी ने डॉक्टर के रूप में सिर्फ 6 महीने ही काम किया. इसके बाद वह आईएएस अधिकारी बनने के सपने देख रहे थे.

22 साल की उम्र में रोमन सैनी ने यूपीएससी परीक्षा पास की, जो भारत में कठिन परीक्षाओं में से एक है. उन्होंने आईएस अधिकारी का ऑप्शन क्यों चुना इस पर एक बार टिप्पणी भी की, “जब मैं हरियाणा के दयालपुर में डॉक्टर के रूप में काम कर रहा था, तब मैंने देखा कि कैसे लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित है, तभी मैंने देश की सेवा करने के लिए आईएएस अधिकारी बनने का फैसला किया”. रोमन ने 22 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के आईएएस अधिकारियों में से एक थे, जो कलेक्टर के रूप में मध्य प्रदेश में तैनात रहे.

एक आईएएस अधिकारी के रूप में उनका कार्यकाल छोटा होना तय था, क्योंकि इसके बजाय अपने दोस्त गौरव मुंजाल के साथ अनएकेडमी की स्थापना की. जो आज हजारों आईएएस कैंडिडेट्स को यूपीएससी परीक्षाओं की तैयारी में सहायता करता है।

अनएकेडमी की शुरुआत 2010 में गौरव मुंजाल द्वारा बनाए गए यूट्यूब चैनल के रूप में हुई थी, कंपनी की अधिकारिक तौर पर 2015 में गौरव मुंजाल, रोमन सैनी और रमेश सिंह ने स्थापना की. वहीं अब अनएकेडमी18 हजार टीचर्स के नेटवर्क के साथ भारत के सबसे बड़ा एजुकेशन टेक्नोलॉजी प्लेटफार्म में से एक है. कुछ दिनों पहले कंपनी की कीमत 2 अरब डॉलर यानी करीब 14830 करोड़ रुपए आंकी गई है।

Saturday, February 11, 2023

पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोपी को भीड़ ने थाने में घुसकर मारा, फिर बॉडी जलाई


पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोपी को भीड़ ने थाने में घुसकर मारा, फिर बॉडी जलाई

पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब प्रांत के ननकाना साहिब (Nankana Sahib) में एक वीभत्स घटना में शनिवार, 11 फरवरी को हिंसक भीड़ ने एक व्यक्ति को ईशनिंदा के आरोप में थाने के बाहर घसीट कर जलाकर मार डाला. जब भीड़ उस व्यक्ति को पीट-पीट कर मार रही थी - जिसे कुरान के कथित अपमान के आरोप में सलाखों के पीछे डाल दिया गया था - थाने के SHO और अन्य पुलिस कर्मी अपनी जान बचाने की कोशिश करते हुए मौके से भाग निकले. Dawn की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक डॉक्टर उस्मान अनवर ने मॉब लिंचिंग को रोकने में विफल रहने पर दो वरिष्ठ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो, PM शहबाज ने जांच के आदेश दिए

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में ननकाना साहिब में एक पुलिस स्टेशन के बाहर हिंसक भीड़ दिखाई दे रही है. एक वीडियो में, भीड़ को वारबर्टन पुलिस स्टेशन के गेट को तोड़ते हुए और इसे खोलते हुए देखा जा सकता है, जिसके बाद भीड़ इस स्टेशन के अंदर धावा बोल देती है. एक दूसरे वीडियो में थाने के अंदर मुस्कुराते हुए छोटे बच्चे भी दिखे - जो कथित तौर पर भीड़ का हिस्सा थे. साथ ही टूटे शीशे और उलटे फर्नीचर को बिखरे हुए देखा जा सकता है.

पुलिस के बयान में कहा गया है कि आईजी अनवर ने ननकाना साहिब सर्कल के पुDSP नवाज वारक और वारबर्टन स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) फिरोज भट्टी को सस्पेंड कर दिया है.

घटना पर संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जांच के आदेश दिए हैं. प्रधान मंत्री कार्यालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार उन्होंने कहा है कि “पुलिस ने हिंसक भीड़ को क्यों नहीं रोका? कानून का राज सुनिश्चित किया जाए. किसी को भी कानून को प्रभावित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.“

पकिस्तान की विपक्षी पार्टी पीटीआई के उपाध्यक्ष और पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि यह घटना राज्य की मशीनरी के चरमराने को दर्शाती है.

इस बीच, पाकिस्तान उलेमा काउंसिल (पीयूसी) के अध्यक्ष ताहिर महमूद अशरफी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि जिस तरह भीड़ ने ईशनिंदा के आरोपी पर हमला किया, वह खेदजनक है.

पाकिस्तान में 1947 से ईशनिंदा के आरोप में 89 लोगों की हत्या

DAWN की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी 2022 में, सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (CRSS) ने एक रिपोर्ट में कहा कि आजादी के बाद से पाकिस्तान में ईशनिंदा के 1,415 आरोपों और मामलों में 89 नागरिक मारे गए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि 1947 से 2021 तक ईशनिंदा के आरोप में 18 महिलाओं और 71 पुरुषों की हत्या कर दी गई.

अभी फरवरी 2022 में, खानेवाल जिले के एक दूरदराज के गांव में पवित्र कुरान के कथित अपमान को लेकर भीड़ ने एक अधेड़ व्यक्ति को पत्थरों से मार डाला था.

भारत के इशारे पर पाकिस्तान का लोन रुक गया! पैर पकड़े फिर भी कर्ज दिए बिना ही IMF वापस लौटा


Pakistan

मौजूदा हालात देकखर वहां की आवाम को लग रहा है कि शहबाज सरकार ने मानों कोई तैयारी ही नहीं की थी। अक्सर ऐसे मौकों पर आईएमएफ की टीम एक स्टॉफ लेवल एग्रीमेंट करती है, जिसे दोनों पार्टियों का समझौता माना जाता है।

पाकिस्तान एक बिलिनयन डॉलर लोन मिलने का सपना देखता रह गया। लेकिन आईएमएफ की टीम लोन दिए बिना पाकिस्तान छोड़कर चली गई। शहबाद एंड कंपनी ने 10 दिनों का इंतजार किया। आईएमएफ के इशारे पर एक-एक डॉक्यूमेंट, सारा बहीखाता सबकुछ चेक करवाया। लेकिन इसके बाद भी आईएमएफ के साथ डील फाइनल नहीं हुई और यही एग्रीमेंट पाकिस्तान की दुखती रग बन गया है। पाकिस्तान का पैसा लगातार कम हो रहा है। शहबाज सरकार की फाइनेंस मिनिस्ट्री को अब भी उम्मीद है कि उन्हें जल्द पैसा मिल सकता है। पाकिस्तान को सात बिलियन डॉलर यानी करीब 57 हजार करोड़ रुपये का लोन मिलना था। 10 दिनों तक आईएमएफ की टीम ने पाकिस्तान की फाइनेंसियल कंडीशन को चेक किया। इसके बाद उन्होंने एक मेमोरेंडम दिया। जिनमें वो शर्तें लिखी गई हैं जिनके पूरा होने पर पाकिस्तान को लोन मिल पाएगा। 

 लोन दिए बिना वापस लौटा आईएमएफ

आईएमएफ का मेमोरेंडम अपने आप में गुलामी की जंजीर है। अब पाकिस्तान लोन ले या फिर लोन लेने से मना करे। दोनों ही हालत में बर्बादी तो तय है। पाकिस्तान के फाइनेंस मिनिस्टर इशाक डार ने आवाम के सामने आईएमएफ का मेमोरेंडम ऐसे पेश किया जैसे मानों उनकी सरकार कोई जंग जीत कर आई हो। आईएमएफ ने सिर्फ 170 अरब रुपए के टैक्स लगाने की सिफारिश की है। मतलब साफ है कि पाकिस्तान अगर 170 अरब रुपए के नए टैक्स लगाएगा तब जाकर आईएमएफ लोन देने के बारे में विचार करेगा। आईएमएफ की टीम ने इस्लामाबाद में कुछ भी खुलासा करने से इनकार कर दिया। उनका दावा है कि वो वाशिंगटन जाकर अपने हेडक्वार्टर से डील को फाइनल करवाएंगे और उससे पहले कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। 

भारत की वजह से नहीं मिला लोन?

मौजूदा हालात देकखर वहां की आवाम को लग रहा है कि शहबाज सरकार ने मानों कोई तैयारी ही नहीं की थी। अक्सर ऐसे मौकों पर आईएमएफ की टीम एक स्टॉफ लेवल एग्रीमेंट करती है, जिसे दोनों पार्टियों का समझौता माना जाता है। अब इस्लामाबाद में हर घंटे संकट बढ़ रहा है। एक तो समझौता हुआ नहीं। इसके साथ ही पाकिस्तान का फॉरेन रिजर्व लगातार नीचे जा रहा है। पाकिस्तान अपनी गलतियों की वजह से आईएमएफ की मिन्नतें कर रहा है। लेकिन पाकिस्तानियों ने इसमें भी हिन्दुस्तान का एंगल तलाश कर लिया। आजकर इस्लामाबाद से वाशिंगटन तक एक ही मैसेज चल रहा है। पाकिस्तानी एक्सपर्ट चीख-चीख कर बता रहे हैं कि हिन्दुस्तान की वजह से पाकिस्तान को लोन नहीं मिला। टीवी पर पाकिस्तानी एक्सपर्ट को ये कहते सुना गया कि मैं आपको गारंटी से कह सकता हूं कि आईएमएफ और एफएटीएफ के अंदर जो कुछ भी हुआ है भारत की लॉबी की वजह से है। आगे भी आपके साथ जो मुश्किल वक्त आएगा वो वाशिंगटन डीसी की लॉबी भारत के साथ है वही कराएगी। 

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था ढहने के कगार पर, हालात पूरी तरह बिगड़ने से पहले देश छोड़कर भाग सकते हैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री: प्रताप मिश्रा


पाकिस्तान की मुसीबतें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। महंगाई आसमान छू रही है और संकटग्रस्त देश ईंधन की समाप्ति जैसी सबसे बड़ी समस्या का सामना भी कर रहा है। लाहौर, गुजरांवाला, फैसलाबाद सहित प्रमुख शहरों में कई पेट्रोल पंपों पर स्टॉक खत्म हो गया है।

पाकिस्तान के बिगड़ते आर्थिक हालात के बीच खबर है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपने लिये विदेश में सुरक्षित ठिकाना तलाशने में जुट गये हैं। यदि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से जल्द ही राहत पैकेज नहीं मिला तो शहबाज शरीफ पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था पूरी तरह ढहने से पहले ही खुद को सुरक्षित कर सकते हैं। पाकिस्तान में इस बारे में तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। हम आपको बता दें कि पाकिस्तान में खाद्य संकट और पेट्रोलियम पदार्थों का संकट तो है ही साथ ही पाकिस्तानी रुपया सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार पूरी तरह खत्म हो चुका है। पाकिस्तान के दोस्त चीन ने भी अब किसी तरह की आर्थिक मदद देने से साफ इंकार करते हुए पहले अपना पुराना कर्ज लौटाने की मांग कर दी है। अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं पाकिस्तान को अब किसी प्रकार का कर्ज देकर अपनी रकम डुबाना नहीं चाहतीं ऐसे में पाकिस्तान एक राष्ट्र के रूप में सबसे गंभीर संकट का सामना कर रहा है।

भीषण आर्थिक तबाही के बीच पाकिस्तान की मुसीबतें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। महंगाई आसमान छू रही है और संकटग्रस्त देश ईंधन की समाप्ति जैसी सबसे बड़ी समस्या का सामना भी कर रहा है। लाहौर, गुजरांवाला, फैसलाबाद सहित प्रमुख शहरों में कई पेट्रोल पंपों पर स्टॉक खत्म हो गया है। कई लोगों ने वाहन घर पर खड़ा कर साइकिल की सवारी शुरू कर दी है। पाकिस्तान में पेट्रोल पंपों पर पहले तो पेट्रोल है नहीं, दूसरा अगर कहीं मिल भी रहा है तो वह भी बहुत ज्यादा दाम पर। पेट्रोल-डीजल-केरोसीन की कालाबाजारी को रोकने में पाकिस्तान सरकार पूरी तरह नाकाम सिद्ध हुई है। इस बीच, पाकिस्तान के पेट्रोलियम मंत्री ने तेल आपूर्तिकर्ताओं को किसी भी प्रकार की जमाखोरी के प्रति आगाह किया है।

हम आपको यह भी बता दें कि आर्थिक संकट और मुद्रा के अवमूल्यन के कारण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था अब 'ढहने' के कगार पर हैं। इस बीच, इस प्रकार की भी खबरें हैं कि हालात को देखते हुए शहबाज शरीफ देश छोड़ कर भाग सकते हैं और स्थानीय जनता में जिस प्रकार का आक्रोश देखने को मिल रहा है वह दर्शा रहा है कि यदि धैर्य ने जवाब दिया तो श्रीलंका की तरह राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के आवास में जनता घुस कर धावा बोल सकती है।

दूसरी ओर बात पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की करें तो यह क्षेत्र पूरी तरह अंधेरे में डूबा हुआ है। यहां ना दिन में बिजली है ना रात में। बिजली नहीं होने की वजह से छोटे-मोटे काम धंधे भी पूरी तरह बंद पड़े हैं, स्कूलों में अंधेरे कमरों में बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, दफ्तरों में बिजली नहीं होने की वजह से कोई कामकाज नहीं हो पा रहा है, बिजली नहीं होने से अधिकांश लोगों के मोबाइल फोन बंद हो गये हैं। बैंक और एटीएम भी बंद पड़े हैं। लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन इस्लामाबाद तक उनकी आवाज नहीं पहुँच रही है। पीओके के लोगों को गुस्सा इस बात पर भी है कि सर्वाधिक बिजली का उत्पादन करने वाले इस क्षेत्र की सारी बिजली बाकी पाकिस्तान को दे दी जा रही है और यहां के लोगों के साथ अन्याय किया जा रहा है।

मुजफ्फराबाद और आसपास के इलाके के अलावा गिलगित-बाल्टिस्तान के निवासी भी बिजली नहीं होने के कारण पिछले कई हफ्तों से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। दिन में तो सूरज की रोशनी में कुछ काम चल जाता है लेकिन दिन ढलते ही लोगों का जीना दुश्वार हो जाता है। सड़कों पर अंधेरा होने से गड्ढों में गिरने का खतरा अलग रहता है। पीओके के लोगों का कहना है कि इलाके की सरकार लोगों को पाकिस्तान की सरकार से कोई राहत नहीं दिला पा रही है। लोगों का कहना है कि पाकिस्तान बात तो पूरे कश्मीर की करता है लेकिन अपने हिस्से वाले कश्मीर के साथ दशकों से अत्याचार और अन्याय कर रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि पिछले चुनावों में यहां से इमरान खान की पार्टी को जीत मिली थी जिसका बदला शहबाज शरीफ की सरकार इस क्षेत्र के लोगों के साथ अन्याय बढ़ा कर ले रही है। स्थानीय लोग भारत से हस्तक्षेप करने की मांग कर रहे हैं और सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए कह रहे हैं कि हमें पाकिस्तान से आजादी दिलाओ। पीओके के निवासियों ने आरोप लगाया है कि शहबाज शरीफ सरकार ने इस क्षेत्र के साथ किये गये सभी समझौतों का उल्लंघन कर संकट को गहरा दिया है। खासतौर पर गिलगित-बाल्टिस्तान सबसे ज्यादा संघर्ष कर रहा है क्योंकि स्थानीय लोगों को पूरे दिन बिजली नहीं मिल रही है। 

बहरहाल, नकदी की समस्या से गुजर रहे पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से राहत पैकज जारी कराने को लेकर जारी वार्ता में एक नया रोड़ा अटक गया है। आईएमएफ ने कुछ मुद्दों पर स्पष्टीकरण मांगा है जिसे देने में पाकिस्तान सरकार के हाथ-पांव फूल रहे हैं। माना जा रहा है कि अब तक अमेरिकी डॉलर और चीन के कर्ज पर पलता रहा पाकिस्तान इस स्थिति में पहुँच गया है जहां से उबरना उसके लिए बहुत मुश्किल है। इसलिए आने वाले दिन पाकिस्तान के लिए और चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं।

Friday, February 10, 2023

वाराणसी पहुंची अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन, अपलक निहारती रहीं घाट, गंगा आरती में हुईं शामिल


varanasi

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी और पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन गुरुवार को वाराणसी पहुंची। इस दौरान उन्होंने दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती देखी। बता दें कि वह तीन दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंची है।

अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन गुरुवार की शाम को वाराणसी पहुंची। इस दौरान वह शाम को दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती देख अभिभूत हो गईं। वहीं बजड़े पर सवार क्लिंटन ने गंगा आरती के विहंगम दृश्य को कई बार कैमरे में भी कैद किया। साथ ही गंगा आरती का महात्म्य को भी वह अपने करीबियों से समझती रहीं। इसके बाद गंगा सेवा निधि के तीर्थ पुरोहितों ने उन्हें बजड़े पर गंगा पूजा कराई। बता दें कि हिलेरी क्लिंटन दोपहर तीन बजे विशेष विमान से बाबतपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचीं। जहां पर हवाई अड्डे की निदेशक आर्यमा सान्याल ने उनका स्वागत किया।

सारनाथ का भी करेंगी भ्रमण

इसके बाद हिलेरी क्लिंटन सड़क मार्ग से नदेसर स्थित होटल के लिए रवाना हो गईं। वहीं शाम को वह नमो घाट पर पहुंचकर बजड़े पर सवार होकर गंगा आरती देखने निकलीं। जिसके बाद वह रात में विश्राम के लिए देसर स्थित होटल लौट गईं। बता दें कि आज यानि की शुक्रवार को वह सारनाथ का भ्रमण करेंगी। दरभंगा घाट स्थित एक होटल में हिलेरी क्लिंटन ने डिनर किया। होटल की छत पर डिनर करने के साथ ही उन्होंने शास्त्रीय संगीत का भी लुत्फ उठाया। वहीं भोजन के बाद उन्होंने कहा कि पवित्र नदी के किनारे डिनर करके उन्हें काफी अच्छा लगा। वहां से रवाना होने के बाद मणिकर्णिका घाट पर जलती चिताओं को देख कर हिलेरी क्लिंटन ने अपनी सहयोगियों से इसके बारे में पूछा।

दोबारा स्वागत का मिला अवसर

जिसके बाद उन्हें बताया गया कि मृत्यु के बाद भारतीय संस्कृति के अनुसार यहां पर शवदाह किया जाता है। साथ ही उन्हें यह भी बताया गया कि गंगा किनारे का यह स्थान पौराणिक महत्व वाला है। इस दौरान वह मणिकर्णिका घाट को अपलक देखती रहीं। हवाई अड्डे पर निदेशक आर्यमा सान्याल ने हिलेरी क्लिंटन से कहा कि उन्हें दूसरी बार हिलेरी क्लिंटन का स्वागल करने का मौका मिला है। आर्यमा सान्याल ने बताया कि इससे पहले जब हिलेरी क्लिंटन अपने पति और अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ जयपुर आई थीं तो वह जयपुर हवाई अड्डे पर तैनात थीं। निदेशक सान्याल ने हिलेरी क्लिंटन को एक पौधा भेंट कर कहा कि यह हमेशा आपको काशी की याद दिलाता रहेगा।

तुर्की में भूकंप की भविष्यवाणी पहले ही कर दी गई थी, अब भारत तथा पाकिस्तान के लिए जारी हुई चेतावनी


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तुर्की और सीरिया में आए भूकंपों में अब तक बीस हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इस भूकंप में जनहानि से पूरी दुनिया स्तब्ध है। मगर इस भूकंप की भविष्यवाणी डच शोधकर्ता फ्रैंक होगर्बिट्स ने पहले ही कर दी थी, जो सच हुई। वहीं उन्होंने एक और भविष्यवाणी की है जो भारत और पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है। फ्रैंक हॉगर्बिट्स के अनुसार, एशियाई देश अब आपदा के कगार पर हैं। सोशल मीडिया पर फ्रैंक का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह बड़े भूकंप की भविष्यवाणी करते नजर आ रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फ्रैंक होगर्बिट्स ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि एशियाई मुल्कों को तुर्की की तरह भूकंप या प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़े. फ्रैंक ने दावा किया कि अगला भूकंप अफगानिस्तान में शुरू होगा और पाकिस्तान और हिंदुस्तान से होते हुए हिंद महासागर में समाप्त होगा। मोहम्मद इब्राहिम नाम के एक ट्विटर यूजर ने सूचना दी कि डच रिसर्चर फ्रैंक हॉगरबीट्स ने तीन दिन पहले तुर्की और सीरिया में भूकंप आने की भविष्यवाणी की थी और उन्होंने फिर से इसकी भविष्यवाणी की है.

एशियाई देश भूकंप के शिकार

फ्रैंक हॉगर्बिट्स ने कहा कि अगर हम वायुमंडल में उतार-चढ़ाव को देखें, तो यह साफ है कि एशियाई मुल्क भूकंप के शिकार होंगे। भूकंप ज्ञात नहीं हैं, इसलिए यह भविष्यवाणी अस्थायी है। उन्होंने कहा कि हर समय सभी भूकंपों का पता नहीं लगाया जा सकता है। फ्रैंक हॉगरबीट्स सोलर सिस्टम ज्योमेट्री सर्वे (एसएसजीएस) नामक संगठन में शोधकर्ता हैं।

पहले की गई भूकंप की भविष्यवाणी हुई सच

आपको बता दें कि 3 फरवरी, 2023 को आए भूकंप से तीन दिन पहले नीदरलैंड स्थित सोलर सिस्टम ज्योमेट्री सर्वे (एसएसजीएस) के लिए काम करने वाले डच शोधकर्ता फ्रैंक होगर्बिट्स ने इसकी भविष्यवाणी की थी। उन्होंने अपने ट्वीट में दक्षिण-मध्य तुर्की, जॉर्डन, सीरिया, लेबनान के क्षेत्र में जल्द ही 7.5 तीव्रता का भूकंप आने की संभावना जताई थी.

Thursday, February 9, 2023

अमेरिका की यूक्रेन को दो टूक, भारत पर नहीं लगा रहे कोई बैन, भारत हमारा खास पार्टनर


अमेरिका ने यूक्रेन को दो टूक जवाब दिया है कि वो भारत पर कोई कार्रवाई नहीं करने वाला और न ही उसकी मांग पर भारत पर कोई बैन लगाया जाएगा. दरअसल, यूक्रेन के शीर्ष नेताओं में से एक मांग की थी कि भारत रूस से लगातार तेल खरीद कर उसकी मदद कर रहा है. ऐसे में अमेरिका को भारत के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और भारत पर बैन लगा देना चाहिए. लेकिन अब अमेरिका ने साफ कर दिया है कि वो ऐसा सोचता तक नहीं है. क्योंकि भारत उसका अहम सहयोगी है और वो अपनी जरूरतों के हिसाब से चीजों को बिना बिगाड़े अपना काम कर रहा है.

यूक्रेन की मदद करने के लिए भारत की तारीफ

अमेरिका की यूरोपीय और यूरेसियन मामलों की उप सचिव केरेन डोनफ्राइड ने साफ कहा है कि अमेरिका भारत को बैन करने की कोई कार्रवाई नहीं करेगा।

इस दौरान अमेरिका ने भारत की तारीफ की है कि वो रूस के साथ संबंधों को बैलेंस करते हुए यूक्रेन की मानवीय आधार पर मदद भी कर रहा है. बता दें कि भारत ने यूक्रेन को मेडिकल सहायता लगातार भेजी है. इसके अलावा यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने बड़ा ऑपरेशन चलाया था. इस दौरान रूस ने यूक्रेनी शहरों पर हमलों को भी रोक दिया था. वहीं, भारत लगातार वैश्विक मंचों पर रूस से हमलों को बंद करने की अपील करता रहा है. 

भारत लगातार रहा है तटस्थ

अमेरिका की शीर्ष राजनयिकों में शामिल केरेन डोनफ्राइड ने ये बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत का रूख बेहद तटस्थ रहा है. वो अपनी जरूरतों के लिए ही रूस से सामान खरीद रहा है. चूंकि रूस के साथ भारत के संबंध ऐतिहासिक समय से रहे हैं, ऐसे में भारत को ऐसा करने से मना भी नहीं किया जा सकता. बता दें कि भारत ने रूस के साथ संबंधों पर पश्चिमी देशों को आड़े हाथों लिया था. भारत ने कहा था कि वो जितना तेल एक महीने में लेता है, रूस से उतना तेल यूरोपीय देश हर दिन लेते हैं. 

Tuesday, February 7, 2023

दिल्ली में हिंदू पुजारियों ने मुस्लिम मौलवियों की तरह वेतन के लिए अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया

दिल्ली में हिंदू पुजारियों ने मुस्लिम मौलवियों की तरह वेतन के लिए अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया

मुस्लिम मौलवियों की तरह वेतन की मांग को लेकर सैकड़ों पुजारियों ने मंगलवार, 7 फरवरी, 2023 को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के सामने धरना दिया। प्रदर्शनकारियों के समूह में दिल्ली भाजपा के मंदिर प्रकोष्ठ के लोग भी शामिल थे। विरोध का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

दिल्ली बीजेपी के मंदिर प्रकोष्ठ का आज सीएम अरविंद केजरीवाल आवास के सामने हनुमान चालीसा के साथ किया धरना प्रदर्शन, मांग की गई कि दिल्ली सरकार मौलवियों की तर्ज पर पुजारियों का वेतन भी तय करेंl

वायरल वीडियो में पुजारियों को अरविंद केजरीवाल के आवास के सामने धरना देते हुए देखा जा सकता है। विरोध के दौरान पुजारियों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया।

पुजारियों का कहना है कि जब तक दिल्ली सरकार उन्हें वेतन नहीं देती और सनातन धर्म की रक्षा के लिए काम नहीं करती, तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने यह भी कहा, “हम इस सरकार को बताना चाहते हैं कि यह सभी पुजारियों की आवाज है। हम उन्हें 2024 में सनातन धर्म की ताकत दिखाएंगे। जो जुड़े हैं वे सभी सनातन हैं। यही सनातन धर्म की पुकार है। होश में आओ और याजकों का वेतन दो।”

यह पहली बार नहीं है जब पुजारियों द्वारा अपना हक पाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया गया है। पहले भी ऐसे विरोध प्रदर्शन होते रहे हैं। 2021 में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के विभिन्न मंदिरों के पुजारियों को वेतन भुगतान की मांग को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल के घर के सामने धरना दिया था. बीजेपी ने मांग की थी कि दिल्ली के मंदिरों के पुजारियों को उचित वेतनमान दिया जाए.

केजरीवाल के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा था कि अगर मस्जिद की देखभाल करने वाले काजी और इमाम को वेतन दिया जा सकता है तो मंदिर के पुजारियों को भी वेतन मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि मंदिरों में सेवा करने वाले पुजारियों और संतों को किसी भी वेतन का भुगतान न करना दिल्ली सरकार के भेदभाव को दर्शाता है।

दिल्ली वक्फ बोर्ड में पंजीकृत लगभग 185 मस्जिदों के 225 इमामों और मुअज्जिनों को हर महीने उनके वेतन का भुगतान किया जाता है। इसमें इमाम को 18 हजार और मुअज्जिन को 14 हजार रुपए दिए जाते हैं। वहीं गैर पंजीकृत मस्जिदों के इमामों को 14 हजार रुपये और उन मस्जिदों के मुअज्जिनों को 12 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलता है.

राहुल गांधी के फिर बिगड़े बोल, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को बताया ‘ठग’!

2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू विमान खरीद को मुद्दा बनाया था। राहुल ने आरोप लगाया था कि इस विमान को खरीदने में घोटाला हुआ। ये आरोप लगाकर राहुल गांधी और कांग्रेस के लोग पीएम नरेंद्र मोदी के लिए ‘चौकीदार चोर है’ का नारा लगाते रहे थे। बाद में सुप्रीम कोर्ट में राहुल को माफी मांगनी पड़ी थी। इससे पहले राहुल गांधी एक बार मोदी के लिए ‘खून का दलाल’ जैसा विवादित बयान भी दे चुके थे।

rahul gandhi and yogi adityanath

कांग्रेस समेत विपक्ष के तमाम नेताओं के बोल आए दिन बिगड़ते रहे हैं। ताजा मामला राहुल गांधी का है। राहुल गांधी ने विवादित बयान दिया है। राहुल गांधी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को ‘ठग’ बताया है। राहुल गांधी ने सोमवार को सामाजिक संगठनों के भारत जोड़ो अभियान के तहत ये विवादित बयान दिया। जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी ने अपने बोल बिगाड़ते हुए योगी आदित्यनाथ के बारे में कहा कि योगी जी को अगर हिंदू धर्म समझ आता, तो वो जो करते हैं नहीं करते। वो अपने मठ का अपमान कर रहे हैं। वो धार्मिक नेता नहीं, मामूली ठग हैं। राहुल ने ये भी कहा कि देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य (यूपी) में बीजेपी जो कर रही है, वो अधर्म है। राहुल गांधी इससे पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं।

एक महिला के इस सवाल पर कि यूपी में धर्म की आंधी चल रही है और कांग्रेस क्या करेगी, पर राहुल ने कहा कि आपने कहा कि उत्तर प्रदेश में धर्म की आंधी है। ये धर्म नहीं है। मैंने इस्लाम के बारे में पढ़ा, ईसाई धर्म के बारे में पढ़ा। यहूदी और बौद्ध धर्म के बारे में भी पढ़ा है। हिंदू धर्म मैं समझता हूं और कोई भी धर्म नफरत फैलाने की बात नहीं करता। राहुल गांधी ने कहा कि तपस्या बंद करने पर व्यक्ति भ्रम में पड़ जाता है। उन्होंने कांग्रेस को तपस्वियों की पार्टी बताया। भारत जोड़ो यात्रा के बारे में राहुल ने कहा कि आगे और भी कोशिश होगी।

Rahul Gandhi pic

बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू विमान खरीद को मुद्दा बनाया था। राहुल ने आरोप लगाया था कि इस विमान को खरीदने में घोटाला हुआ। ये आरोप लगाकर राहुल गांधी और कांग्रेस के लोग पीएम नरेंद्र मोदी के लिए ‘चौकीदार चोर है’ का नारा लगाते रहे थे। बाद में सुप्रीम कोर्ट में राहुल को माफी मांगनी पड़ी थी। इससे पहले राहुल गांधी एक बार मोदी के लिए ‘खून का दलाल’ जैसा विवादित बयान भी दे चुके थे। अब उन्होंने योगी आदित्यनाथ को ठग कहा है।

Saturday, February 4, 2023

देश की सबसे बड़ी हेलिकॉप्टर फैक्ट्री बनकर तैयार, PM मोदी 6 फरवरी को करेंगे उद्घाटन, 20 साल में बनेंगे 1000 से ज्यादा चॉपर


तुमकुरु में एचएएल की हेलिकॉप्टर फैक्ट्री का PM नरेंद्र मोदी 6 फरवरी को करेंगे उद्धाटन. (twitter.com/PIB_India)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 फरवरी को कर्नाटक के तुमकुरु में एचएएल (Hindustan Aeronautics Limited-HAL) की हेलिकॉप्टर फैक्ट्री देश को सौपेंगे. 615 एकड़ जमीन में फैली इस ग्रीनफील्ड हेलिकॉप्टर फैक्ट्री की योजना देश की सभी हेलीकॉप्टर जरूरतों को पूरा करने के लिए वन-स्टॉप फैक्ट्री बनने के नजरिये से बनाई गई है. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह भारत की सबसे बड़ी हेलिकॉप्टर बनाने की फैक्टी है. शुरुआत में ये फैक्ट्री लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टरों (LUH) का उत्पादन करेगी. LUH स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित 3-टन वर्ग का सिंगल इंजन वाला बहुउद्देशीय उपयोगिता हेलिकॉप्टर है. जिसमें उच्च गतिशीलता की अनूठी विशेषताएं हैं.

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि शुरू में यह हेलिकॉप्टर कारखाना हर साल लगभग 30 हेलिकाप्टरों का उत्पादन करेगा और इसे चरणबद्ध तरीके से 60 और फिर 90 हेलिकॉप्टर सालाना तक बढ़ाया जा सकता है. इससे पहले एलयूएच का उड़ान परीक्षण किया गया है और ये उद्धाटन के लिए तैयार है. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इसे हल्के लड़ाकू हेलिकाप्टरों और भारतीय मल्टीरोल हेलिकॉप्टरों जैसे हेलिकॉप्टरों का उत्पादन करने के लिए आगे बढ़ाया जाएगा. इसका उपयोग एलसीएच, एलयूएच, सिविल एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर और आईएमआरएच के रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल के लिए भी किया जाएगा. इस फैक्ट्री से सिविल एलयूएच के संभावित निर्यात को भी पूरा किया जाएगा.

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि HAL की 20 साल के दौरान 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक के कुल कारोबार के साथ 3-15 टन की सीमा में 1,000 से अधिक हेलिकाप्टरों का उत्पादन करने की योजना है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करने के अलावा तुमकुरु हेलिकॉप्टर फैक्ट्री अपने सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से बड़े पैमाने पर समुदाय-केंद्रित कार्यक्रमों के जरिये आसपास के क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देगी. इस पर कंपनी पर्याप्त मात्रा में खर्च करेगी. गौरतलब है कि तुमकुरु कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से करीब 70 किलोमीटर दूर है.

Friday, February 3, 2023

विकास की दौड़ में पिछड़ गये वंचितों के लिए काम करना सरकार की पहली प्राथमिकता : प्रधानमंत्री मोदी


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्वोत्तर की अर्थव्यवस्था और प्रगति में पर्यटन की भूमिका को अहम बताया और कहा कि विकास की दौड़ में पिछड़ गये वंचितों के लिए काम करना सरकार की पहली प्राथमिकता है।

प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से असम के बारपेटा में कृष्णगुरु सेवाश्रम में विश्व शांति के लिए आयोजित कृष्णगुरु एकनाम अखंड कीर्तन में श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि कृष्ण गुरु द्वारा प्रचारित ज्ञान, सेवा और मानवता के संदेश से भारतीय परंपरा और भी मजबूत होती जा रही है।

प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर के विकास के लिए उठाये गये कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि बीते 8-9 वर्षों में देश ने सबके साथ और सबके विकास के लिए समर्पण भाव से काम किया है। आज विकास की दौड़ में जो जितना पीछे है, देश के लिए वो उतनी ही पहली प्राथमिकता है। यानी जो वंचित है, उसे देश आज वरीयता दे रहा है। उन्होंने कहा कि आज हम पूर्वोत्तर और असम के विकास को प्राथमिकता दे रहे हैं। पर्यटन इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था और प्रगति में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। इस बार आम बजट 2023-24 में पर्यटन से जुड़े अवसरों को बढ़ाने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। देश में 50 पर्यटन स्थलों को विशेष अभियान के तहत विकसित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भारत की सांस्कृतिक विरासत की सबसे बड़ी अहमियत, सबसे बड़ा मूल्यवान खजाना हमारे नदी तटों पर ही है, क्योंकि हमारी पूरी संस्कृति की विकास यात्रा नदी तटों से जुड़ी हुई है। मोदी ने कहा कि आप सभी ने गंगा विलास रिवर क्रूज के बारे में सुना होगा और बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक इस पर यात्रा कर रहे हैं। कुछ समय बाद यह क्रूज असम पहुंचेगा और राज्य के रिवर बेसिन से होकर गुजरेगा। इसके यात्री भारत की संस्कृति का अनुभव कर रहे हैं और उन स्थलों के बारे में जान रहे हैं जहां वे जा रहे हैं। मुझे विश्वास है कि इस क्रूज पर यात्रियों के माध्यम से असम की सुंदरता और संस्कृति को दुनिया जानेगी।

मोदी ने कहा कि बीते 8-9 वर्षों में देश में गोमोशा को लेकर आकर्षण बढ़ा है, तो उसकी मांग भी बढ़ी है। उन्होंने कहा, “जब असम के शिल्प की बात होती है तो यहां के ‘गोमोशा’ का भी जिक्र अपने आप हो जाता है। मुझे खुद ‘गोमोशा’ पहनना बहुत अच्छा लगता है।”

उन्होंने कहा कि महिलाओं की आय उनके सशक्तिकरण का माध्यम बने इसके लिए 2023-24 के बजट में ‘महिला सम्मान बचत योजना’ शुरू की गई है। इस योजना के तहत महिलाओं को बचत पर विशेष रूप से अधिक ब्याज का फायदा मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की कल्याणकारी योजनाओं की प्राणवायु, समाज की शक्ति और जन भागीदारी है। उन्होंने कहा, “हमने देखा है कि कैसे देश ने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया और फिर जन भागीदारी ने इसे सफल बना दिया। डिजिटल इंडिया अभियान की सफलता के पीछे भी सबसे बड़ी वजह जनभागीदारी ही है।”

उन्होंने कहा कि पारंपारिक तौर पर हाथ से किसी औजार की मदद से काम करने वाले कारीगरों को विश्वकर्मा कहा जाता है। देश ने पहली बार इन पारंपरिक कारीगरों के कौशल को बढ़ाने का संकल्प लिया है। इनके लिए ‘पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना’ शुरू की जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2023 में भारत की पहल पर पूरा विश्व मिलेट ईयर भी मना रहा है। मिलेट यानी मोटे अनाजों को अब एक नई पहचान दी गई है। ये पहचान श्री अन्न है यानि अन्न में जो सर्वश्रेष्ठ है, वो श्री अन्न है।

अखिलेश यादव के काफ‍िले में हादसा, चार गाड़ियां आपस में टकराईं, कई लोग जख्मी


Akhilesh Yadav

रिपोर्टों के अनुसार फरहत नगर रेलवे क्रॉसिंग के पास समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के काफिले के कई वाहन आपस में टकरा गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। यूपी के हरदोई में उनकी कारों के काफिले का एक्सीडेंट हो गया है। रिपोर्टों के अनुसार फरहत नगर रेलवे क्रॉसिंग के पास समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के काफिले के कई वाहन आपस में टकरा गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सपा प्रमुख कथित तौर पर अपने कार्यक्रम के साथ आगे बढ़ गए हैं। बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरदोई के हरपालपुर क्षेत्र के बैठापुर गांव में एक मांगलिक समारोह में शामिल होने आ रहे थे। जानकारी के मुताबिक अचानक सड़क के सामने कुछ आ गया। इससे एक वाहन ने ब्रेक लगाया और दूसरा वाहन आपस में टकरा गया। हालांकि इस हादसे में अखिलेश की कार को कोई नुकसान नहीं हुआ है। उनके पीछे चल रहे वाहन आपस में टकरा गए थे।

इससे काफिले में चल रहे आधा दर्जन वाहन आपस में टकरा गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस व अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। एएसपी पूर्वी अनिल कुमार यादव ने बताया कि अखिलेश यादव के काफिले का पीछा कर रहे उनके समर्थकों के वाहन आपस में टकरा गए. बताया जाता है कि पूर्व मुख्यमंत्री दोपहर करीब दो बजे मल्लावां में कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर हरपालपुर क्षेत्र के बैठापुर गांव के लिए रवाना हो गये। माधौगंज प्रखंड के फरहतनगर क्रासिंग मोड़ के पास काफिले में दौड़ रहे तेज रफ्तार वाहन मोड़ के पास अचानक पीछे से आपस में टकरा गये।

आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त

हादसे में करीब आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं, कई लोगों को मामूली चोटें भी आई हैं। सूचना पर एंबुलेंस सहित पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद सपा अध्यक्ष को गंतव्य की ओर रवाना किया गया। वहीं, हादसे के बाद लगे जाम को खुलवाया जा रहा है। 


Wednesday, February 1, 2023

असदुद्दीन ओवैसी और अखिलेश यादव की बढ़ी मुश्किलें, 5 साल की होगी सजा!


असुद्दीन ओवैसी और अखिलेश यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। श्रृंगार गौरी और ज्ञानवापी केस में हेट स्पीच मामले को लेकर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी तथा सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के खिलाफ वाराणसी के एमपी-एमएलए कोर्ट में एक वाद दाखिल किया गया था। इस मामले में कई सुनवाई के बाद मंगलवार को बहस पूरी हो गई। जिसके बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रखते हुए 14 फरवरी की तारीख निर्धारित की है। यदि ये फैसला वादी पक्ष के हक में आता है तो ओवैसी व सपा सुप्रीमो पर एफआईआर दर्ज होने के साथ  5 साल तक की सजा भी हो सकती है।

14 फरवरी को तय होगी सजा

वकील अजय प्रताप सिंह ने बताया कि वादी अधिवक्ता हरिशंकर पांडे के द्वारा न्यायालय में 156-3 के तहत असदुद्दीन ओवैसी, अखिलेश यादव व अन्य नेताओं के खिलाफ वाद दाखिल किया गया है। जहां कई सुनवाई के बाद मंगलवार को बहस पूरी हो चुकी है। इस मामले में अगली सुनवाई 14 फरवरी तय की गई है। इस दिन अदालत का फैसला आएगा।

5 साल तक की हो सकती है सजा

उन्होंने बताया कि इस मामले में एविडेंस के तौर पर पेपर की कटिंग व  लोगों के बयान को दर्ज कराया गया है। उन्होंने कहा कि यदि फैसला हमारे पक्ष में आता है तो इसमें सबसे पहले एफआईआर दर्ज होगी। इसके बाद थाने की ओर से पुलिस विवेचना करेगी। विवेचना करने के बाद यदि इन अभियुक्तों को दोषी पाया जाता है तो  गिरफ्तार किया जाएगा, जिसमें 5 साल तक की सजा हो सकती है।