बीएसपी के साथ जाने के ओम प्रकाश राजभर के दावे पर पार्टी के नैशनल को-ऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने विराम लगा दिया है। उन्होंने बिना नाम लिए राजभर पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ अवसरवादी लोग मायावती का नाम लेकर अपनी राजनीतिक दुकान चलाने की कोशिश कर रहे हैं।
अखिलेश यादव की सपा से हाथ छूटने के बाद सुहेलदव भारतीय समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर ने दावा किया था कि वह अब बीएसपी के साथ जा सकते हैं। हालांकि, बीएसपी चीफ मायावती से उनकी मुलाकात या बातचीत की कोई जानकारी नहीं आई थी। यहां तक की मायावती की ओर से भी ऐसा कोई इशारा नहीं मिला था, जिससे लगे कि वह ओपी राजभर के साथ गठबंधन के लिए उत्सुक हों। इस बीच राजभर के दावे को बीएसपी के नैशनल को-ऑर्डिनेटर ने बड़ा झटका दे दिया है।
सपा से टूटा गठबंधन
बता दें कि विधानसभा चुनाव और हालिया लोकसभा उपचुनाव में सपा की हार के बाद अखिलेश यादव पर लगातार हमलावर रहे ओम प्रकाश राजभर को समाजवादी पार्टी ने चिट्ठी लिखकर कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र होने बात कही थी। सपा की चिट्ठी में आरोप लगाते हुए कहा गया था कि राजभर बीजेपी को मजबूत करने में जुटे हैं। इससे पहले राजभर ने भी सपा से 'तलाक' की मांग की थी। बाद में जब सपा की चिट्ठी आई तो राजभर ने कहा कि उन्होंने (सपा ने) हमे तलाक दे दिया है और वह हमें कबूल है। इस तरह से चुनाव पूर्व बना यह गठबंधन टूट गया।
राजभर से उनके अगले कदम के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने बीएसपी के साथ जाने के संकेत दिए थे। हालांकि, बीएसपी की ओर से इस पर कोई स्पष्टीकरण अब तक नहीं दिया गया था। अब आकाश आनंद के ट्वीट को ही बीएसपी की ओर से इस गठबंधन की संभावना पर दी गई आधिकारिक प्रतिक्रिया माना जा रहा है, जो कम से कम राजभर के लिए सुखद संकेत नहीं है।
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