Wednesday, August 31, 2022

RTI में खुलासा- अपने खाने का खर्च खुद उठाते हैं PM मोदी, सरकार ने एक भी रुपया नहीं किया आवंटित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर होने वाले खर्च को लेकर एक आरटीआई दायर की गई थी। जिसका जवाब प्रधानमंत्री कार्यालय के सचिव बिनोद बिहारी सिंह ने दिया है। इसमें कुछ हैरान कर देने वाली जानकारियां भी सामने आई हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक नरेंद्र मोदी अपने खाने का खर्च खुद वहन करते हैं। इसके लिए भारत सरकार की ओर से एक रुपये भी नहीं आवंटित किया जाता है।

Prime Minister

RTI के जवाब में आगे बताया गया कि प्रधानमंत्री आवास (पीएम हाउस) की देखरेख केंद्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा की जाती है। वहीं पीएम की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप यानी एसपीजी के पास है, ऐसे में उनकी सभी गाड़ियों की देखरेख की जिम्मेदारी उसी के पास है। इसके अलावा आरटीआई में पीएम की सैलरी को लेकर भी जानकारी मांगी गई थी, लेकिन पीएमओ ने नियमों का हवाला देते हुए इसको बताने से इनकार कर दिया। हालांकि उनकी ओर से सिर्फ वेतनवृद्धि नियमानुसार किए जाने की जानकारी दी गई है।

जब संसद की कैंटीन में किया भुगतान
आपको बता दें कि 2 मार्च 2015 को पीएम मोदी अचानक संसद की कैंटीन में पहुंच गए थे। इसके बाद उन्होंने वहां पर सामान्य लोगों की तरह खाना खाया और फिर आरओ से पानी लेकर पीया। उस दौरान पीएम मोदी के खाने का बिल 29 रुपये आया था। जिसका भुगतान उन्होंने खुद किया। वहीं बाद में संसदीय कैंटीन में बड़े बदलाव हुआ, जिसके तहत वहां पर मिलने वाली सब्सिडी खत्म कर दी गई। इससे सरकार को सालाना करोड़ों रुपये की बचत होती है।

'रेवड़ी कल्चर' पर उठाए थे सवाल
हाल ही में पीएम मोदी ने खुद 'रेवड़ी कल्चर' पर सवाल उठाए थे। जुलाई में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि 'रेवड़ी कल्चर' वाले कभी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे नहीं बनाएंगे, नए एयरपोर्ट या डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनाएंगे। हमें मिलकर उनकी इस सोच को हराना होगा। वैसे पीएम ने किसी का नाम तो नहीं लिया था, लेकिन ये निशाना आम आदमी पार्टी पर माना गया, जो हर चुनावी घोषणा पत्र में मुफ्त बिजली-पानी की बात करती रहती है।

Tuesday, August 30, 2022

'मुझे गौ माता का मांस खिलाया, मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं', सुसाइड नोट पढ़कर उड़े पुलिस के होश


'मुझे गौ माता का मांस खिलाया, मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं', सुसाइड नोट पढ़कर उड़े पुलिस के होश

सूरत: गुजरात के सूरत से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। जी दरअसल यहाँ दो महीने पहले हुए सुसाइड मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जी दरअसल, उधना इलाके में युवक ने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी और उस समय पुलिस को मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। इस वजह से उन्होंने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया था। हालाँकि करीब दो महीने बाद मृतक का एक फेसबुक पोस्ट उसके जानने वाले किसी शख्स को दिखा। जी हाँ और उसने तुरंत पुलिस को उस पोस्ट की जानकारी दी। इस मामले में पुलिस ने फेसबुक पोस्ट के जरिए पता लगाया कि क्यों युवक ने सुसाइड किया था।

जी दरअसल, पुलिस को जो फेसबुक पोस्ट मिला है उसमें मृतक ने बताया कि पत्नी और उसके साले ने उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया था। आपको बता दें कि मृतक युवक का नाम रोहित राजपूत था और रोहित ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखकर उसे फेसबुक पर पोस्ट किया था। हालाँकि इस पर किसी का भी ध्यान नहीं गया। वहीं इस मामले में पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में रोहित ने लिखा है कि उसकी पत्नी और साले ने जबरदस्ती उसे गोमांस खिलाया। जब युवक ने गोमांस खाने से इनकार किया तो उसे वे लोग जान से मार डालने की धमकी देने लगे। हालाँकि फिलहाल सुसाइड नोट के आधार पर उधना थाना पुलिस ने मृतक की पत्नी और साले के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।

जी दरअसल रोहित ने सुसाइड नोट में लिखा, '''आज मैं इस दुनिया को छोड़कर जा रहा हूं। मेरी मौत का कारण मेरी बीवी सोनम और उसका भाई अख्तर अली है। मेरे सभी दोस्तों से अनुरोध है आप लोग मुझे इंसाफ दिलाना। मुझे जान से मारने की धमकी देकर गौ माता का मांस खिलाया गया। मैं अब इस दुनिया में जीने के लायक नहीं हूं। इसीलिए मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। आपका अपना रोहित सिंह।'' आपको बता दें कि रोहित प्यार में इतना पागल हो गया था कि उसने घर वालों के खिलाफ जाकर सोनम से शादी कर ली थी।

सूरत: गुजरात के सूरत से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। जी दरअसल यहाँ दो महीने पहले हुए सुसाइड मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जी दरअसल, उधना इलाके में युवक ने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी और उस समय पुलिस को मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। इस वजह से उन्होंने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया था। हालाँकि करीब दो महीने बाद मृतक का एक फेसबुक पोस्ट उसके जानने वाले किसी शख्स को दिखा। जी हाँ और उसने तुरंत पुलिस को उस पोस्ट की जानकारी दी। इस मामले में पुलिस ने फेसबुक पोस्ट के जरिए पता लगाया कि क्यों युवक ने सुसाइड किया था।

जी दरअसल, पुलिस को जो फेसबुक पोस्ट मिला है उसमें मृतक ने बताया कि पत्नी और उसके साले ने उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया था। आपको बता दें कि मृतक युवक का नाम रोहित राजपूत था और रोहित ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखकर उसे फेसबुक पर पोस्ट किया था। हालाँकि इस पर किसी का भी ध्यान नहीं गया। वहीं इस मामले में पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में रोहित ने लिखा है कि उसकी पत्नी और साले ने जबरदस्ती उसे गोमांस खिलाया। जब युवक ने गोमांस खाने से इनकार किया तो उसे वे लोग जान से मार डालने की धमकी देने लगे। हालाँकि फिलहाल सुसाइड नोट के आधार पर उधना थाना पुलिस ने मृतक की पत्नी और साले के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।

जी दरअसल रोहित ने सुसाइड नोट में लिखा, '''आज मैं इस दुनिया को छोड़कर जा रहा हूं। मेरी मौत का कारण मेरी बीवी सोनम और उसका भाई अख्तर अली है। मेरे सभी दोस्तों से अनुरोध है आप लोग मुझे इंसाफ दिलाना। मुझे जान से मारने की धमकी देकर गौ माता का मांस खिलाया गया। मैं अब इस दुनिया में जीने के लायक नहीं हूं। इसीलिए मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। आपका अपना रोहित सिंह।'' आपको बता दें कि रोहित प्यार में इतना पागल हो गया था कि उसने घर वालों के खिलाफ जाकर सोनम से शादी कर ली थी।

Saturday, August 27, 2022

चीन के टैंकों का मुकाबला करने के लिए, भारत ने और टैंकों को सीमा पर भेजा


हल्के टैंकों को दुर्गम क्षेत्रों में एयरलिफ्ट किया जा सकता है और यह स्थानीय कमांडरों को तेजी से आगे बढ़ने और संचालन में चपलता प्रदान करने में सक्षम बनाता है।

चीन के टैंकों का मुकाबला करने के लिए, भारत ने और टैंकों को सीमा पर भेजा

भारतीय सेना ने चीन से निपटने के लिए एलएसी के लिए हल्के टैंक ‘जोरावर’ की खरीद में तेजी लाई

लद्दाख में सीमावर्ती क्षेत्रों में चीन के शक्ति प्रदर्शन का मुकाबला करने के लिए और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन से बढ़ते खतरे के “भविष्य में” रहने की संभावना है, भारतीय सेना ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्वदेशी रूप से निर्मित हल्के टैंकों को तैनात करने के लिए प्रोजेक्ट जोरावर शुरू किया है। शुक्रवार को नई दिल्ली में उच्च पदस्थ अधिकारियों ने कहा कि टैंकों को शामिल करने से भारतीय सेना लद्दाख और कुछ अन्य क्षेत्रों में एलएसी पर तैनात चीनी टैंकों द्वारा उत्पन्न किसी भी खतरे का मुकाबला करने में सक्षम होगी। हल्के टैंकों को दुर्गम क्षेत्रों में एयरलिफ्ट किया जा सकता है और यह स्थानीय कमांडरों को तेजी से आगे बढ़ने और संचालन में चपलता प्रदान करने में सक्षम बनाता है।

जारी गतिरोध के दौरान, चीन ने पिछले साल एलएसी पर विभिन्न अग्रिम स्थानों पर विशेष रूप से लद्दाख क्षेत्र में हल्के टैंकों को शामिल किया था। इस कदम का विरोध करते हुए भारत ने अपने टी-90 और टी-72 टैंक तैनात कर दिए। T-90 का वजन लगभग 46 टन और T-72 का लगभग 45 टन है। हल्के टैंकों की आवश्यकता के बारे में बताते हुए, भारतीय पक्ष ने कहा कि बख्तरबंद कॉलम तत्परता में ताकत जोड़ते हैं और सेना आक्रामक और रक्षात्मक दोनों तरह से चीन पर बढ़त बनाने की इच्छुक है।

भारतीय सेना अब लगभग 25 टन वजनी इन टैंकों के निर्माण के लिए सरकार से मंजूरी और आवश्यकता (एओएन) की स्वीकृति का इंतजार कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव को सितंबर में मंजूरी के लिए रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि एक बार मंजूरी मिलने के बाद निर्माण के बाद तीन साल के भीतर टैंकों का परीक्षण शुरू हो जाएगा। सरकार ने इस साल मार्च में पर्वतीय युद्ध के लिए स्वदेशी डिजाइन और हल्के टैंकों के विकास के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी थी।

सेना अपने नियमित टैंकों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सक्षम प्रणालियों के समान मारक क्षमता, उच्च स्तर की स्थितिजन्य जागरूकता प्रदान करने के लिए सामरिक निगरानी ड्रोन का एकीकरण और एक साथ सक्रिय सुरक्षा प्रणाली के साथ 25 टन के अधिकतम वजन के साथ एक हल्का टैंक चाहती है। टैंक रोधी मिसाइलों का मुकाबला करने के लिए टैंकों में एक सुरक्षा कवच भी होगा।

इसके अलावा, पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील सहित नदी के इलाके में क्रियान्वयन के लिए टैंक उभयचर होंगे। झील ने मई 2020 में भारत और चीन के बीच के क्षेत्र में कई अन्य गतिरोध बिंदुओं के साथ तनाव को ट्रिगर करते हुए पहला गतिरोध देखा।

परियोजना के शीर्षक के संबंध में, शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि इसका नाम एक सैन्य जनरल जोरावर सिंह कहलूरिया के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने जम्मू के राजा गुलाब सिंह के अधीन सेवा की थी – जिन्हें ‘लद्दाख के विजेता‘ के रूप में जाना जाता है। सूत्रों ने कहा कि पर्याप्त मारक क्षमता, सुरक्षा, निगरानी और संचार क्षमताओं के साथ उच्च शक्ति-से-वजन अनुपात वाला एक हल्का फुर्तीला मंच सेना को विभिन्न खतरों और विरोधियों के उपकरण प्रोफाइल के खिलाफ अलग-अलग इलाकों में संचालन निष्पादित करने की बहुमुखी प्रतिभा प्रदान करने के लिए आवश्यक है, सूत्रों ने कहा। यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के कारण रक्षा संबंधी उपकरणों की आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित होने के बाद देश के भीतर हल्के टैंकों के निर्माण का निर्णय भी लिया गया था।

Friday, August 26, 2022

‘मेरे लिए पार्टी से पहले धर्म रक्षा जरूरी’: BJP से निलंबित MLA टी राजा सिंह बोले- हमेशा मोदी का विश्वस्त रहूँगा, बेल दिलाने वाले वकील को भी मिल रही धमकी


टी राजा सिंह का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा। वह हमेशा नरेंद्र मोदी और अमित शाह के सच्चे सैनिक रहेंगे। लेकिन उनके लिए धर्म की रक्षा पहले है।

टी राजा सिंह

हैदराबाद में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के निलंबित विधायक टी राजा सिंह बेल मिलने के बाद रिहा हैं। कट्टरपंथी दोबारा वीडियो के आधार पर उनकी गिरफ्तारी की माँग कर रहे हैं। वहीं इस बीच उनका कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा। वह हमेशा नरेंद्र मोदी और अमित शाह के सच्चे सैनिक रहेंगे। लेकिन उनके लिए धर्म की रक्षा पहले है।

 “मेरे लिए पार्टी से ज्यादा, धर्म को बचाना जरूरी है।” उन्होंने विवादित वीडियो के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से हटाए जाने पर कहा कि वो उस वीडियो का पार्ट-2 भी लेकर आएँगे।

टी राजा सिंह की वीडियो, गिरफ्तारी और बेल

बता दें कि टी राजा सिंह पहले मुनव्वर फारूकी के शो के विरोध में आवाज उठा रहे थे। इसी क्रम में उन्होंने अपनी वीडियो बनाई और उसमें इस्लाम व बुजुर्ग व्यक्ति के बारे में बात करने लगे। इसी वीडियो को देख मुस्लिमों ने आरोप लगाया कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी की। इसके बाद वह सभी सैंकड़ों की भीड़ जुटाकर सड़कों पर आ गए

टी राजा सिंह के खिलाफ दबीरापुरा और मंगलहाट पुलिस थानों में अलग-अलग केस दर्ज हुआ। उनपर दो संप्रदाय को भड़काने के आरोप लगे। मंगलवार की सुबह उनकी गिरफ्तारी हुई, दोपहर में बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निलंबित किया और फिर कोर्ट ने उन्हें 14 दिन न्यायिक हिरासत में भेजा।

मंगलवार की शाम में ही राजा सिंह के वकील ने उनकी रिहाई के लिए बेल याचिका दी। इसमें बताया गया कि कैसे उनको बिन नोटिस दिए गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट ने दलील को स्वीकारा और बेल मंजूर की।

टी राजा सिंह के रिहा होने के बाद राज्य में बवाल, वकील को भी UAE से धमकी मिली

राजा सिंह के रिहा होते ही हैदराबाद में चारों ओर दोबारा विरोध शुरू हो गया। कट्टरपंथी बाहर सड़कों पर आए और दोबारा हर जगह ‘सर तन से जुदा गूँजने लगा।’ इसी दौरान राजा सिंह के वकील को यूएई के नंबरों से 3 बार जान से मारने की धमकी आई

हैदराबाद के शालीबांदा में तो पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की हिंसक झड़प की घटना घटी। पुलिस वैन में भी कथिततौर पर प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की। इसके अलावा बाजारों से दुकानें जबरन बंद कराने की, राजा सिंह के पोस्टर्स पर चप्पल मारने की, उनका पुतला जलाने की घटना भी प्रकाश में आई।

‘हैदराबाद में चलेगा हमारा राज’: टी राजा सिंह के खिलाफ सड़कों पर उतरे कट्टरपंथी, पुलिस के सामने लगे ‘सर तन से जुदा’ के नारे, BJP नेता गिरफ्तार


टी राजा सिंह के विरुद्ध कार्रवाई की माँग के अलावा कट्टरपंथियों ने सड़कों पर उतरकर 'सर तन से जुदा', नारा-ए-तकबीर जैसे नारे लगाए।

टी राजा सिंह गिरफ्तार

तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक टी राजा सिंह को गिरफ्तार किया गया है। उनपर कट्टरपंथियों ने आरोप लगाया है कि उनकी वीडियो में पैगंबर मोहम्मद का अपमान किया गया।

वीडियो सोमवार रात मुनव्वर फारूकी के शो के खिलाफ बनाई गई थी। इसी में टी राजा सिंह ने पैगंबर मोहम्मद को और उनके निकाह लेकर विवादित टिप्पणी की। इसे देखने के बाद मुस्लिम भड़क गए और देर रात सड़कों पर कट्टरपंथियों की ऐसी भीड़ देखने को मिली जो ‘खुलेआम सर तन से जुदा’ के नारे लगा रही थी।

एक सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर सैयद कशफ द्वारा इस भीड़ का नेतृत्व किया गया और हैदराबाद कमिश्नर ऑफिस के बाहर ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सर तन से जुदा-सर तन से जुदा’ के नारे लगते रहे। कशफ को कहते सुना गया, “हैदराबाद को हम लोग कंट्रोल करते हैं।”

कट्टरपंथियों की यह भीड़ पूरी रात सड़क पर डटी थी और सुबह होने पर इन्होंने नमाज पढ़ी। फिर अपनी माँग करने लगे। वहीं हैदराबाद पुलिस ने इस मामले के संज्ञान में आते ही ये केस दायर किया।

दबीरापुरा थाने में आईपीसी की धारा 153ए, 295ए, 505 (1)(b)(c), 505 (2), 506 के तहत केस को दर्ज हुआ और आज सुबह टी राजा सिंह की गिरफ्तारी हुई।

टी राजा सिंह ने इस बीच ये बयान भी दिया कि उन्होंने अपनी वीडियो में किसी का नाम नहीं लिया है। उनकी वीडियो को गलत लिया जा रहा है। इसलिए वह एक और वीडियो साझा करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि हर एक्शन का एक रिएक्शन होता है।

बता दें कि टी राजा सिंह ने हैदराबाद में मुनव्वर फारूकी का शो रद्द करवाने के लिए लगातार बयान दे रहे थे। लेकिन सोमवार को उन्होंने फारूकी की हिंदूविरोधी कॉमेडी पर निशाना साधते हुए एक वीडियो बनाई और जिसमें बात करते करते वह एक बुजुर्ग व्यक्ति की बात बताने लगे। मुस्लिमों ने उसे सीधा पैगंबर मोहम्मद से जोड़ा और सैंकड़ों की तादाद में सड़कों पर आ गए।

Wednesday, August 24, 2022

पाकिस्तान के लिए 'भस्मासुर' बना TTP आतंकी संगठन, जमीन से लेकर पानी तक बड़े जंग की तैयारी


TTP Alert: पाकिस्तान के लिए 'भस्मासुर' बना यह आतंकी संगठन, जमीन से लेकर पानी तक बड़े जंग की तैयारी!

आतंकवाद और आतंकवादियों को कभी भारत के खिलाफ बढ़ावा देने वाला पाकिस्तान अब खुद उससे परेशान है. पाकिस्तान पिछले 3-4 साल में कई आतंकवादी हमले हुए हैं और सैकड़ों बेगुनाहों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. पाक के लिए सबसे बड़ा खतरा तहरीक-ए-तालिबान बन चुका है. यह आतंकी सगंठन समय-समय पर पाकिस्तानी सेना और आम लोगों को निशाना बनाता रहता है. अब इसने एक वीडियो जारी करते हुए पाकिस्तानी सेना को खुली चुनौती दी है. इस वीडियो में आतंकियों ने जमीन से लेकर पानी तक में जंग लड़ने की अपनी तैयारी को दिखाया है. इसमें आतंकी नौसेनिक युद्ध का प्रशिक्षण लेते दिख रहे हैं. इनके पास अमेरिका के कई अत्याधुनिक हथियार भी हैं.

टीटीपी के नए वीडियो ने बढ़ाई चिंता

टीटीपी के इस वीडियो में उसके आतंकी अमेरिकी हथियारों के अलावा हैवी मशीनगन, रॉकेट लॉन्चेर और अन्यक घातक राइफल के साथ दिख रहे हैं. इनके पास बड़ी मात्रा में पाकिस्ता्न हथियार भी मौजूद हैं. एक्सपर्ट बताते हैं कि अफगानिस्ताकन में तालिबान के सत्ताह में आने के बाद विभिन्नं देशों में इस तरह के घातक हथियारों की खेप बढ़ गई है. बताया जाता है कि ये आतंकी संगठन सबसे पहले स्वा त घाटी में घुसा था. धीरे-धीरे इसने यहां अपना खौफ जमा लिया.

खैबर पख्तूअनख्वा के सीएम देते हैं हफ्ता

टीटीपी आतंकी संगठन कितना खतरनाक है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान के कबायली इलाके खैबर पख्तूानख्वा  प्रांत के सीएम इन आतंकियों को हफ्ता देते हैं. इस संबंध में हाल ही में खुलासा हुआ था. एक्सपर्ट बताते हैं कि यह संगठन अब तक 83 हजार से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार चुका है. ये संगठन पाकिस्तान को जिहादी देश बनाने की फिराक में है और इसकी नजर परमाणु बम पर है.

टीटीपी ने पाकिस्तान के सामने रखी तीन शर्तें

हाल ही में लगातार होते हमलों से परेशान पाक सरकार ने टीटीपी से बातचीत की शुरुआत की थी. पाकिस्तातन के साथ बातचीत में इस आतंकी संगठन ने अपनी तीन मांगें रखी हैं. इनकी मांग ये है कि उन्हें हथियार रखने, सेना को बनाए रखने और जिन क्षेत्रों पर उसका नियंत्रण है, वहां व्याापक स्‍वायत्तसता दी जाए. इस बीच पाकिस्तांन की सेना ने संसदीय समिति के सामने स्पष्ट किया है कि वह इन तीनों ही मांगों को नहीं मानेगी. वहीं चर्चा ये भी है कि अपने कबायली इलाके पश्तून को पाकिस्तान सरकार इस आतंकी संगठन को सौंपना चाहती है. 

Tuesday, August 23, 2022

S-400 की तैनाती से टेंशन में पाकिस्तान, कहने लगा- निरंकुश तरीके से हथियार जुटाने में लगा है भारत


Pakistan

पाकिस्तान के प्रवक्ता ने आरोप लगाया, ‘‘पाकिस्तान की लंबे समय से यह चिंता रही है कि हथियारों की होड़ और पिछले कुछ वर्षों में भारत द्वारा निरंकुश तरीके से हथियार जुटाने से हमारे क्षेत्र में असंतुलन पैदा हुआ है जोकि और बढ़ गया है।

चीन और पाकिस्तान के रूप में भारत के सामने दो बड़े खतरे हैं। दोनों देशों की तरफ से भारत के खिलाफ रणनीतिक चालें चली जाती रहती हैं। दोनों परमाणु हथियार संपन्न देश हैं और भारत को लेकर दोनों देशों के इरादे भी ठीक नहीं हैं। ऐसे में भारत की तरफ से भी अपनी तैयारियां तेज कर दी गई हैं। भारत ने अपने आयुध के जखीरे में आधुनिक तकनीक से लैस हथियारों को शामिल करने में लगा है। लेकिन भारत की इन रक्षा तैयारियों ने पाकिस्तान को डरा दिया है। घबराहट में उसकी तरफ से अटपटे बयान भी सामने आने लगे हैं। पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत का ‘‘निरंकुश तरीके से हथियार जुटाना’’ क्षेत्र में असंतुलन पैदा कर रहा है, जिससे शांति और स्थिरता को खतरा है। 

पाकिस्तान सीमा से करीब 90-100 किलोमीटर की दूरी  

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता असीम इफ्तिखार अहमद ने साप्ताहिक प्रेसवार्ता के दौरान उस सवाल के जवाब में यह बात कही, जिसमें भारतीय वायुसेना द्वारा पंजाब के आदमपुर और हलवारा वायुसेना स्टेशन में एस-400 रूसी मिसाइल रक्षा प्रणाली की तैनाती के बारे में पूछा गया था, जो पाकिस्तान सीमा से करीब 90-100 किलोमीटर की दूरी पर है।

हमारे क्षेत्र में पैदा हो रहा असंतुलन: पाकिस्तान 

पाकिस्तान के प्रवक्ता ने आरोप लगाया, ‘‘पाकिस्तान की लंबे समय से यह चिंता रही है कि हथियारों की होड़ और पिछले कुछ वर्षों में भारत द्वारा निरंकुश तरीके से हथियार जुटाने से हमारे क्षेत्र में असंतुलन पैदा हुआ है जोकि और बढ़ गया है। यह क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा है।’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने उन चिंताओं को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सदस्यों के साथ साझा किया है और इन मुद्दों को संयुक्त राष्ट्र में संबंधित मंचों पर भी उठाया है।

भारत के शीर्ष सत्ताधारी नेता पर फिदाइन हमले की साजिश रच रहा ISIS का आतंकी रूस में पकड़ा गया

रूस में सोमवार को इस्लामिक स्टेट (IS)  के फिदायीन हमलावर को गिरफ्तार किया गया है। वह भारत में आत्मघाती हमले की फिराक में था. रूसी सुरक्षा एजेंसियों ने यह गिरफ्तारी की है। एजेंसियों ने दावा किया है कि सुसाइड हमलावर भारत में धमाके की साजिश रच रहा था। उसके निशाने पर सत्ताधारी दल के शीर्ष नेता थे। रूसी समाचार एजेंसी स्पुतनिक के अनुसार, आरंभिक पूछताछ में इस आतंकी ने कबूला है कि उसने भारत के एक शीर्ष नेता को निशाना बनाने की साजिश रची थी। उसने यह भी बताया कि आईएस भारत में हमले की साजिश रच रहा है।

तुर्की में आत्मघाती हमलावर के रूप में भर्ती किया था

रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (FSB)  ने प्रतिबंधित IS के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। वह सेंट्रल एशियाई देश का मूल निवासी है। पकड़े गए ISIS आतंकी को तुर्की में आत्मघाती हमलावर के रूप में भर्ती किया था। उसे भारत में आतंकी हमला करने के लिए रूस छोड़कर जाने के आदेश दिए गए थे।

भारतीय राजनेता पर हमले की प्लानिंग कर रहा था

आतंकी की योजना भारत में सत्ताधारी दल के एक बड़े नेता को उड़ाने की थी। रूस की सुरक्षा एजेंसी की मानें तो, वह अप्रैल से जून तक तुर्की में था और उसने वहां आतंकी की ट्रेनिंग थी। उसे पहले रूस भेजा गया और वहां से उसे भारत भेजने की तैयारी थी।

इराक और सीरिया के बड़े हिस्से पर है इस्लामिक स्टेट का कब्जा

बता दें कि आईएसआईएस को दाएश, इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवेंट या इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया के नाम से भी जाना जाता है। 2013 में यह आतंकी संगठन अस्तित्व में आया था। यह दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी और अमीर आतंकी संगठन माना जाता है। इसका बजट दो अरब डॉलर का बताया जाता है। 2014 में इसने अपने मुखिया अबु बक्र अल बगदादी को दुनिया के सभी मुसलमानों का खलीफा घोषित किया था। इराक और सीरिया के बड़े हिस्से पर इस आतंकी संगठन का कब्जा माना जाता है। इन जगहों पर आतंकी संगठन पुराना इस्लामी कानून चलाता है।

Monday, August 22, 2022

यूपी में दो समुदाय के लोग आमने-सामने, खिंच गईं तलवारें, 21 घायल


Bahraich: दो समुदाय के लोग आमने-सामने, खिंच गईं तलवारें, 21 घायल, जानिए क्या है मामला?यूपी के बहराइच में दो समुदायों के बीच जमकर मारपीट और बवाल हो गई. इस घटना से इलाके में तनाव का माहौल है. आपको बता दें कि खेत में बकरी चरने को लेकर ये बवाल हुआ. इस दौरान जमकर  लाठी-डंडे और तलवारें भी चलीं. जिसमें 21 लोग घायल हो गए. ये मामला थाना मोतीपुर इलाके का है. बता दें कि बहराइच पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है.

बलवा सहित तमाम संगीन धाराओं में दर्ज हुई FIR
आपको बता दें कि थाना मोतीपुर के लौकिहा गांव में ये वारदात हुई. खुद SSP ने मौके का दौरा किया है. वहीं, इस बवाल को लेकर स्थानीय पुलिस की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं. बता दें कि दोनों पक्षों के बीच पहले से रंजिश की आग सुलग रही थी. त्योहारों के दौरान भी उच्चाधिकारियों ने मौके पर नजर रखने के लिए पहले से स्थानीय पुलिस को आगाह किया था.

12 लोग पुलिस की हिरासत में, मौके पर फोर्स तैनात
दरअसल, बाग में बकरी जाने को लेकर दो समुदाय में मारपीट शुरू हो गई. आरोप है कि अल्पसंख्यक समुदाय की ओर से लाठी डंडे और तलवार से हमला किया गया, जिसमें 21 लोग घायल हुए हैं. चार घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है. पुलिस समुदाय विशेष के 31 नामजद और अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं, एसपी ने घटनास्थल का जायजा लिया है. बता दें कि गांव में पुलिस तैनात है.

मारपीट में एक पक्ष के 21 लोग घायल
दरअसल, मोतीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम लौकिहा राय बोझा मुस्लिम बाहुल्य गांव है. गांव निवासी विनोद वर्मा पुत्र हरीराम का बाग है. उनके बाग में गांव के ही इसरार पुत्र अब्दुल अजीज की बकरी फसल चरने लगी, जिसका विनोद ने विरोध किया. इससे इसरार नाराज हो गया. बताया जा रहा है कि वह अपने सैकड़ों साथियों के साथ लाठी डंडा और तलवार लेकर पहुंच और सभी को मारने लगे. मारपीट में एक पक्ष से 21 लोग घायल हो गए हैं. चार लोगों की हालत गंभीर है, उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है.

पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
आपको बता दें कि सूचना पाकर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह, एसडीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, पुलिस क्षेत्राधिकारी जंग बहादुर यादव, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अशोक कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. वहीं, पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने भी मौका मुआयना कर, ग्रामीणों का बयान दर्ज किया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विनोद वर्मा की तहरीर पर 31 नामजद और अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गांव में पुलिस बल तैनात है.

Thursday, August 18, 2022

‘गाँव में रहना है तो इस्लाम अपनाना पड़ेगा’: झारखंड के मुस्लिम बहुल गाँव में हिंदू परिवार की बेटियों के साथ मारपीट और अश्लीलता, पंचायत में उठक-बैठक भी कराई


हाल ही में झारखंड के कई जिलों के ऐसे इलाके के सरकारी स्कूलों के नाम बदलने का मामला सामने आया, जहाँ मुस्लिमों की आबादी ज्यादा है। इन इलाकों के सरकारी स्कूलों के नाम बदलकर उर्दू स्कूल कर दिया गया और रविवार की जगह शुक्रवार (जुमे) की दिन छुट्टी घोषित कर दी गई।

प्रदर्शन और पीड़ित

झारखंड के हजारीबाग (Hazaribagh, Jharkhand) के एक गाँव में रहने वाले दो-तीन हिंदू परिवारों को मुस्लिमों द्वारा तंग करने का मामला सुर्खियों में है। इस गाँव की एक हिंदू लड़की को मुस्लिमों द्वारा कान पकड़वाकर जबरन उठक-बैठक कराने का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं, उन पर इस्लाम अपनाने (Religious Conversion in Islam) का भी दबाव बनाया जा रहा है।

मामला हजारीबाग के बड़कागाँव थाना क्षेत्र के सिरमा गाँव का है। इस गाँव की महिला किरण देवी का आरोप है कि 10 अगस्त की रात को मुखिया इशरत जहां के बेटे वसीम दर्जनों लोगों के साथ रात में उनके जबरन घुस गया और बेटियों को अगवा करके ले गया।

किरण देवी का आरोप है कि बाहर बारिश में भरी पंचायत में उनकी दोनों नाबालिग बेटियों के साथ गाली-गलौच और अश्लीलता की गई। उन्हें थप्पड़ मारे गए और कान पकड़वाकर सबके उठक-बैठक कराई गई। इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया गया। आरोपितों ने धमकी दी कि उनका पूजा-पाठ बंद करवा दिया जाएगा।

किरण देवी का कहना है कि अगले दिन जब इस घटना की शिकायत लेकर पंचायत समिति के पास गई तो तो 15-20 लोगों ने उन्हें घेर लिया, जिसमें मुस्लिम महिलाएँ भी शामिल थीं। वे सभी किरण देवी पर इस्लाम अपनाने का दबाव बनाने लगे। उन्होंने धमकाया कि इस गाँव में रहना है तो मुस्लिम बनना होगा, नहीं तो लापता करवा दिया जाएगा। 

हालाँकि, पुलिस ने लापरवाही और पीड़ित परिवार पर ही केस दर्ज करने के बाद सनातन हिंदू समाज संगठन ने अनशन शुरू कर दिया। संगठन का कहना है कि पीड़ित को न्याय दिलाने के बजाय पुलिस ने उन पर ही मामला दर्ज कर दिया है। संगठन ने परिवार पर केस हटाने और उसे सुरक्षा देने की माँग की है।

बता दे कि सिरमा गाँव है मुस्लिम बहुल और यहाँ पर हिंदुओं के दो-तीन परिवार ही रहता है। जिस परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है उसमें दो नाबालिग लड़कियाँ, एक छोटा भाई और उनकी विधवा माँ है। उनके पिता तुलसी साव की मौत हो चुकी है।

मामले की शिकायत करने के बाद मुस्लिम पक्ष ने भी परिवार पर मुकदमा कर दिया। पुलिस ने पीड़ित परिवार पर ही धार्मिक भावना भड़काने का आरोप लगाकर मामला दर्ज कर लिया। इस पर पीड़िता का कहना है कि पुलिस आरोपितों को बचाने के लिए जानबूझकर मामले को उलझा रही है।

जब लोगों को इस बात का पता चला तो उनमें आक्रोश फैल गया। पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में अनशन शुरू कर दिया। लोगों के दबाव को देखते हुए पुलिस का कहना है कि दो आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है और अन्य चार लोगों की तलाश जारी है। उन्हें जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बता दें कि आरोपितों में मुखिया इशरत जहां के पुत्र मोहम्मद वसीम, शजीबुल्ला, मोहम्मद नाजिम, मोहम्मद तकिब, मोहम्मद आसिफ समेत 5 अज्ञात लोगों का नाम शामिल है। पुलिस ने इनमें मोहम्मद नदीम और मोहम्मद साकिब को गिरफ्तार कर लिया है।

इसके पहले पंचायत में उसे एक वीडियो वायरल करने का दोषी करार दिया था और कहा था कि इसे वायरल करने से उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँची है। वहीं, युवती का कहना था कि उसने वीडियो को वायरल नहीं किया है। इसके बावजूद उसे और परिवार को जलील किया गया। बताया जा रहा है कि उस वीडियो में गाँव के कुछ मुस्लिम लड़के पाकिस्तान का झंडा लहरा रहे थे।।

बता दें कि झारखंड में कई इलाकों में पिछले कुछ वर्षों में मुस्लिमों की तादाद तेजी से बढ़ी है। आबादी बढ़ने के साथ उन इलाकों की जनसांख्यिकीय स्थिति भी बदल गई है। जिन-जिन क्षेत्रों में मुस्लिमों की आबादी बढ़ी है, वहाँ वे इस्लाम के अनुसार कामकाज करने का दबाव बना रहे हैं।

हाल ही में झारखंड के कई जिलों के ऐसे इलाकों के सरकारी स्कूलों के नाम बदलने का मामला सामने आया, जहाँ मुस्लिमों की आबादी ज्यादा है। इन इलाकों के सरकारी स्कूलों के नाम बदलकर उर्दू स्कूल कर दिया गया और रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी घोषित कर दी है।

हरदोई में नौकर के प्यार में पागल हुई मालकिन ने पति को दी थी दर्दनाक मौत, कोर्ट ने पांच साल बाद दिया ये फैसला


यूपी के हरदोई में पांच साल पहले हुई हत्या मामले में कोर्ट ने आजीवन कारावास के साथ हजारों रुपए का अर्थदंड लगाते हुए आरोपियों को सजा सुनाई है। नौकर के प्यार में पागल हुई एक महिला ने पति को दर्दनाक मौत दी थी।

mistress fell madly love servant Hardoi gave husband painful death court gave decision after five years

हरदोई: उत्तर प्रदेश के जिले हरदोई में कोर्ट ने पांच साल पहले हत्या के मामले में फैसाल सुनाया है। शहर में एक महिला ने नौकर के साथ मिलकर पति की निर्मम हत्या की थी। इसी मामले में अदालत ने नौकर और मृतक की पत्नी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। दरअसल पांच साल पहले नौकर के साथ अवैध संबंधों का विरोध करने पर महिला ने नौकर के साथ मिलकर पति की गला घोटकर हत्या कर दी थी। इतना ही नहीं उसके सिर पर बांके से भी हमला किया था। कोर्ट में सुनवाई के बाद अभियोजन पक्ष की ओर से प्रस्तुत किए गए साक्ष्यों के आधार पर सत्र न्यायाधीश निरुपमा विक्रम की अदालत ने पति की हत्या करने वाली महिला और उसके प्रेमी नौकर को आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया है। इसके अलावा कोर्ट ने नौकर पर 30 हजार और महिला पर 25 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया है।

महिला ने रस्सी से अपने पति की दी दर्दनाक मौत
साल 2017 की 22 जून को शहर के थाना कोतवाली क्षेत्र में आवास विकास कॉलोनी के रहने वाले मनीष श्रीवस्तव की रस्सी से गला घोटकर और बांके के द्वारा सिर पर प्रहार कर निर्मम हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इन्ही की हत्या का खुलासा किया था। इसमें पुलिस का कहना था कि मनीष ने घटना से 9 साल पहले आवास विकास कॉलोनी निवासी शीतल वर्मा के साथ प्रेम विवाह किया था, मृतक पति, पत्नी और बच्चों के साथ अपनी ससुराल में रहता था। वह डीजे चलवाने का कोरबार करता था और उसका काम उसका नौकर राहुल कश्यप निवासी चंदीपुरवा देखता था। तभी घर आते जाते नौकर राहुल का मृतक की पत्नी शीतल वर्मा के साथ अवैध संबंध हो गए थे। 

पति ने दोनों को साथ देखने के बाद किया था विरोध 
हत्या की घटना वाले दिन सुबह मनीष ने दोनों को एक साथ देख लिया था। इसका विरोध किया तो शीतल ने रस्सी से गला कसकर और राहुल ने बांके से हमला कर उसकी हत्या कर दी थी। इतना ही नहीं हत्या के बाद इसको हादसा करार देने के लिए दोनों मृत अवस्था में मनीष को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित किया और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या का खुलासा हुआ। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की तो उन्होंने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया था। 

मृतक की मां ने हत्या का मुकदमा कराया था दर्ज
दोनों के गुनाह स्वीकारने के बाद पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बांका,रस्सी और तमंचा व कारतूस बरामद कर दोनों को जेल भेज दिया था। मृतक की मां मायारानी श्रीवास्तव ने नौकर राहुल और बहु शीतल के खिलाफ बेटे की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। अभियोजन पक्ष की ओर से संजीव सिंह ने मुकदमे से संबंधित साक्ष्य प्रस्तुत किए और गवाहों के बयान दर्ज कराए गए। इस हत्या की प्रक्रिया पांच साल तक चली और बुधवार को अपर सत्र न्यायाधीश निरुपमा विक्रम की अदालत ने नौकर राहुल और मृतक की पत्नी शीतल वर्मा को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही शीतल को 25 हजार और राहुल को 30 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया है।

Wednesday, August 17, 2022

यूपी: आधी रात को चोरी-चुपके नाबालिग हिंदू लड़की का हो रहा था निकाह आ धमकी पुलिस


उत्तर प्रदेश के उन्नाव में नाबालिग हिंदू लड़की के साथ युवक के निकाह का सनसनीखेज मामला सामने आया है. (सांकेतिक तस्वीर)

उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में नाबालिग हिंदू लड़की के साथ युवक के निकाह का सनसनीखेज मामला सामने आया है. उन्नाव के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले में रहने वाली नाबालिग किशोरी के साथ युवक का निकाह कराने के लिए मंगलवार देर रात एक मुस्लिम महिला के दबाव में मौलाना लड़की के घर पहुंचा. हालांकि, जैसे ही मौलाना को पता चला कि लड़की और लड़का दोनों हिंदू हैं, उसने निकाह कराने से मना कर दिया, मगर जब उसके ऊपर दवाब बनाया गया तो उसने निकाह कराना शुरू कर दिया.

हिंदू लड़का-लड़की के निकाह के लिए मौलाना जब दुआ पढ़ रहा था, तभी हिन्दू नाबालिग लड़की के निकाह की सूचना पर हिन्दू संगठन और आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए और हंगामा खड़ा कर दिया. हंगामे की सूचना पर पुलिस भी पहुंची और सभी को हिरासत में लिया. फिलहाल, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है. इतना ही नहीं, हिंदूवादी संगठन के लोग थाने पर भी काफी देर तक जमे रहे. इस तरह से थाने के बाहर आधी रात तक लोगों का जमावड़ा लगा रहा.

बताया जा रहा है कि इलाके की रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी के घर युवक पहुंचा था. देर रात निकाह करने के लिए मौलाना को बुलाया गया. मौलाना ने दोनों के हिन्दू होने के चलते निकाह करवाने से मना कर दिया मगर दबाव में दुआ पढ़ी जा रही थी. हालांकि, तभी हिंदूवादी संगठन पहुंच गए और पीछे से पुलिस भी आ धमकी. पुलिस और हिन्दू संगठनों को देख वहां हड़कंप मच गया. हिंदू लड़की के निकाह की जानकारी होने पर हिन्दू संगठन के लोगों ने जमकर हंगामा किया.

सूत्रों की मानें तो नाबालिग की परवरिश कर रही मुस्लिम महिला द्वारा लड़की को बेचे जाने की आशंका जताई जा रही है. वहीं पुलिस ने इमाम को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. फिलहाल, पुलिस ने मौजूद लोगों को समझा बुझाकर वापस भेज दिया है. हालांकि, नाबालिग लड़की का निकाह क्यों कराया जा रहा था, इसके पीछे की वजह सामने नहीं आई है. वहीं लड़की के पिता की तरफ से मुस्लिम महिला और एक मुस्लिम व्यक्ति के खिलाफ तहरीर दी गई है.

Tuesday, August 16, 2022

उत्तर प्रदेश में एक परिवार को झंडा बांटने पर मिली सिर तन से जुदा करने की धमकी


बिजनौर में एक परिवार को झंडा बांटने पर मिल सिर तन से जुदा करने की धमकी

अरुण कश्यप उर्फ अन्नू एक छोटे से मकान में अपने परिवार के साथ बिजनौर के बुद्धुपाड़ा इलाके में रहता है. 14 अगस्त की सुबह अरुण कश्यप के परिवार ने उठ कर देखा कि इनके मकान के मुख्य दीवार पर हाथ से लिखी चंद लाइन का धमकी भरा एक कागज चस्पा था. दीवार पर चिपके कागज़ की इबारत कुछ इस तरह लिखी है, "अन्नू तुझे घर-घर तिरंगा देने की बहुत खुशी है. तेरा भी सिर तन से अलग करना पड़ेगा-ISI के साथी."

बिजनौर. जहां एक ओर स्वतंत्रता की 76वीं वर्षगांठ के मौके पर आजादी के अमृत महोत्सव में हर कोई जश्न में डूबा हुआ था तो वहीं बिजनौर के एक गरीब परिवार को तिरंगा झंडा बांटने पर सिर कलम करने की धमकी भरा पत्र मिलने से पूरा परिवार दहशत व सदमे में है. पुलिस प्रशासन ने पुलिस परिवार को सुरक्षा मुहैया करा दी है. साथ ही अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस की कई टीमें लगाकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

अरुण कश्यप उर्फ अन्नू एक छोटे से मकान में अपने परिवार के साथ बिजनौर के बुद्धुपाड़ा इलाके में रहता है. 14 अगस्त की सुबह अरुण कश्यप के परिवार ने उठ कर देखा कि इनके मकान के मुख्य दीवार पर हाथ से लिखी चंद लाइन का धमकी भरा एक कागज चस्पा था. दीवार पर चिपके कागज़ की इबारत कुछ इस तरह लिखी है, “अन्नू तुझे घर-घर तिरंगा देने की बहुत खुशी है. तेरा भी सिर तन से अलग करना पड़ेगा-ISI के साथी.” धमकी भरा पत्र देखकर पुलिस के अफसरों के भी होश उड़ गए आनन-फानन में अरुण कश्यप के परिवार के घर सुरक्षा मुहैया करा दी गई. साथ ही पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज कर सीओ की अगुवाई में कई पुलिस की टीम लगाकर मामले की जांच की जा रही हैं. एसपी सिटी, बिजनौर डॉ प्रवीन रंजन सिंह ने कहा कि मामले में जो भी तथ्य सामने आएगा प्रभावी तरिके से कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.

पूरा परिवार खौफजदा
अरुण कश्यप की माने तो उनका परिवार खौफ़ के मारे बेहद दहशतज़दा है. पूरा परिवार छोटे से कमरे में कैद हो चला है. परिवार की आंखों व चेहरे पर खौफ व दहशत की लकीरें साफ तौर पर देखी जा सकती है. अरुण कशयप का कहना है कि जिसने भी ऐसी हरकत की हैं वो जल्द पुलिस की गिरफ्त में होना चाहिए. साथ ही कश्यप का पूरा परिवार धमकी भरे पत्र मिलने के बाद दहशत में है.

हिंदू राष्ट्र का संविधान तैयार, मुस्लिमों और ईसाइयों को नहीं मिलेगा मतदान का अधिकार


हिंदू राष्ट्र के संविधान का मसौदा तैयार हो चुका है. वाराणसी में 30 संतों और विद्वानों ने इसे तैयार किया है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इसमें मुस्लिमों और ईसाइयों को मताधिकार नहीं दिया गया है. इसे माघ मेला 2023 के दौरान होने वाली धर्म संसद में प्रस्तुत किया जाएगा. बता दें कि फरवरी 2022 में आयोजित माघ मेले के दौरान भारत को अपने संविधान के साथ हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए धर्म संसद में प्रस्ताव पारित हुआ था. 

शिक्षा, रक्षा आदि के बारे में है जिक्र
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंदू राष्ट्र के संविधान के पहले मसौदे में शिक्षा, कानून-व्यवस्था, रक्षा, मतदान प्रणाली, रक्षा, राज्य के मुखिया के अधिकारों के बारे में बताया गया है. हिंदू राष्ट्र के संविधान के मुताबिक, देश की राजधानी वाराणसी होगी. यहां धर्म संसद बनाने का प्रस्ताव है. 

सभी को लेना होगा सैन्य प्रशिक्षण

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हिंदू राष्ट्र के संविधान में कहा गया है कि सभी लोगों को अनिवार्य रूप से सैन्य प्रशिक्षण दिया जाएगा. खेती को टैक्स फ्री किया जाएगा. मुस्लिमों और ईसाइयों को मताधिकार नहीं होगा. हिंदू, सिखों, बौद्ध, जैन को मताधिकार मिलेगा. 16 साल की उम्र पूरी होने के बाद वोट देने का अधिकार दिया जाएगा.

ब्रिटिश कालीन नियम हो जाएंगे खत्म
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इस संविधान के कवर पेज पर अखंड भारत का नक्शा लगाया गया है. कवर पेज में कुछ मंदिरों के ऊपर भगवा झंडा फहराते हुए दिखाया गया है. ब्रिटिश कालीन नियम खत्म कर दिए जाएंगे. सब कुछ वर्ण व्यवस्था के आधार पर चलाया जाएगा. हर जाति के लोगों को सुविधा और सुरक्षा मिलेगी. 

गुरुकुल में दी जाएगी शिक्षा
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि न्याय प्रणाली त्रेतायुग और द्वापरयुग के जमाने की होगी. गुरुकुल में शिक्षा दी जाएगी. इसमें आयुर्वेद, गणित, नक्षत्र, भूगर्भ, ज्योतिष आदि की पढ़ाई कराई जाएगी.

Saturday, August 13, 2022

चीन को लेकर राजनाथ सिंह ने दिया बड़ा बयान, ड्रैगन के नापाक मंसूबे पर फिरा पानी


China: चीन को लेकर राजनाथ सिंह ने दिया बड़ा बयान, ड्रैगन के इस नापाक मंसूबे पर फिरा पानी

India-China Relation: भारत-चीन सीमा क्षेत्र से सटे इलाकों में चीन की अवैध गतिविधियां अक्सर उजागर होती रहती हैं. बीते कुछ वर्षों में चीन ने कई बार भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की है. लेकिन भारत, चीन की घुसपैठ की कोशिशों को हमेशा नाकाम करता रहा है. इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष को देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर सियासत न करने के लिए कहा है. विपक्ष लंबे समय से भारतीय सीमा में कथित चीनी घुसपैठ को लेकर केंद्र पर हमला करता रहा है. राजनाथ सिंह ने दो टूक कहा है कि भारत ने चीन को अपने क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया है. 

चीन को लेकर राजनाथ सिंह ने कह दी ये बात

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि भारत ने चीन को अपने क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने दिया और राजनीतिक दलों को देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो भी कहा जाए, भारत ने अपनी जमीन पर किसी को भी अतिक्रमण नहीं करने दिया. सिंह ने कहा कि सरकार ने भारत के लोगों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और जो भी देश की शांति एवं सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश करेगा, उसे करारा जवाब दिया जाएगा.

विपक्ष पर बरसे रक्षा मंत्री

उन्होंने कहा, 'इस मामले में कई घटनाएं हुईं, जिन्हें हम केवल दो-तीन लोग ही जानते हैं. मैं उन विवरणों का खुलासा नहीं कर सकता लेकिन हमने उन्हें अपने क्षेत्र में घुसपैठ नहीं करने दी.' सिंह ने राजनीतिक दलों से मुद्दों का राजनीतिकरण न करने की अपील की. रक्षा मंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों को नवीनतम हथियारों और प्रौद्योगिकी से लैस किया जा रहा है तथा वे भविष्य के सभी खतरों से निपटने के लिए तैयार हैं. उन्होंने रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि उनके मंत्रालय ने स्वदेशी हथियारों के निर्माण के लिए कई सुधार किए हैं.

रक्षा क्षेत्र में आगे बढ़ रहा भारत

सिंह ने कहा, 'पिछले कुछ वर्षों में सरकार द्वारा किए गए उपायों के कारण, भारत दुनिया के शीर्ष 25 रक्षा निर्यातकों में जगह पाने के लिए छलांग लगा चुका है. इस दशक के अंत तक, भारत न केवल अपने लिए रक्षा उपकरण बनाएगा, बल्कि मित्र देशों की जरूरतों को भी पूरा करेगा.' सिंह मुगल काल के राजपूत सेनापति वीर दुर्गादास राठौर की प्रतिमा के अनावरण समारोह में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि भाजपा जो कहती है वह करती है.

राजपूत सेनापति की 385वीं जयंती

राजपूत सेनापति की 385वीं जयंती पर जोधपुर के सलवां कलां गांव में राठौर की प्रतिमा का अनावरण करते हुए सिंह ने कहा, 'कहा जाता है कि राजनीतिक नेताओं की कथनी और करनी में अंतर होता है.' उन्होंने अपने संबोधन में कहा, 'लेकिन भाजपा जो कहती है वह करती है. हमें यह प्रेरणा वीर दुर्गादास राठौर जैसे धरती के सपूतों से मिलती है.' प्रतिमा की स्थापना की प्रशंसा करते हुए सिंह ने कहा कि राठौर हमेशा धार्मिक सौहार्द के लिए खड़े रहे. सिंह ने कहा, ‘हमें ऐसे समय में उनसे सीखने की जरूरत है जब कुछ ताकतें हिंदुओं और मुसलमानों के बीच दरार को बढ़ाने की साजिश कर रही हैं.’ इससे पहले, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राज्यसभा सदस्य राजेंद्र गहलोत और अन्य भाजपा नेताओं ने यहां हवाई अड्डे पर रक्षा मंत्री का स्वागत किया. 

स्वतंत्रता दिवस से पहले यूपी के कुशीनगर में फहराया गया पाकिस्तान का झंडा


Kushinagar: स्वतंत्रता दिवस से पहले यूपी में फहराया गया पाकिस्तान का झंडा, जानिए कहां?

कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पाकिस्तान का झंडा फहराने का मामला सामने आया है. तरया सुजान थाना क्षेत्र के बेदुपार मुस्तकील में एक नाबालिग युवक ने ऐसा किया. उसने अपने छत पर पाकिस्तानी झंण्डा फहराया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में युवक पाकिस्तानी झंडा फहराने के लिए अपने घर की छत पर चढ़ा नजर आ रहा है. कुछ लोगों द्वारा पाकिस्तानी झंडा फहराने का विरोध किया गया. जब वह नहीं माना तो मामले की जानकारी तरया सुजान पुलिस को दी गई. जिसके बाद पुलिस हरकत में आई, इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.

आनन फानन में पुलिस ने पाकिस्तानी झंडे को उतरवाया 
आपको बता दें कि भाजपा द्वारा हर घर तिरंगा अभियान के तहत, यूपी में रिकॉर्ड बनाने की तैयारी हो रही है. इस बीच कुशीनगर में पाकिस्तान का झंडा फहराया जाना बेहद शर्मनाक हैं. बताया जा रहा है कि बेदुपार मुस्तकिल के रहने वाले रफीक आलम ने अपने दो मंजीले घर पर पाकिस्तानी झंडा फहरा दिया. जिसके बाद लोगों ने इस तस्वीर को मोबाइल में कैद किया और वीडियो वायरल कर दिया. मामले का संज्ञान लेकर पुलिस मौके पर पहुंच गई. आनन फानन में पाकिस्तानी झंडे को उतरवाया गया. जिसके बाद आरोपी को हिरासत में ले लिया गया. 

घर की छत पर फहराया पाकिस्तान का झंडा 
पुलिस की मानें तो ये घटना देर शाम की है. जब रफीक और उसकी बहन मोहर्रम का पर्व खत्म होने के बाद घर आए थे. उन्होंने अपने दोनों नाबालिग भतीजे, जिनमें सलमान 6 साल और दूसरा भतीजा 9 साल का, दोनों को पाकिस्तानी झंडा देते हुए फहराने को कहा, लेकिन दोनों नाबालिग छोटे होने के चलते, घर के अन्य सदस्य जो 21 साल का है. उसने घर की छत पर चढ़ कर पाकिस्तान का झंडा फहरा दिया.

एसपी कुशीनगर ने दी जानकारी
आपको बता दें कि इस घटना के बाद घर के सभी सदस्य फरार हो गए. जिनमें एक को पुलिस ने मौके से पकड़ा, जो नाबालिग है. फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. फिलहाल, पुलिस पाकिस्तानी झंडे को फहराने की वजह तलाशने के लिए अन्य कड़ियों को जोड़ने में जुटी है. इस मामले में एसपी कुशीनगर रितेश सिंह ने बताया कि पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया. इस सम्बंध में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.

Wednesday, August 10, 2022

मिर्ची बाबा के मोबाइल में मिले अश्‍लील वीडियो और लड़कियों के नंबर, फोन देख दंग रह गई पुलिस


ग्वालियर पुलिस ने मशहूर मिर्ची बाबा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने जब बाबा का मोबाइल खंगाला तो उसमें कई अश्‍लील वीडियो और लड़कियों के फोन नंबर सेव थे। जिसमें उसने पति का नाम लिखकर उसके आगे बीवी लिख रखा था।

मिर्ची बाबा के मोबाइल में मिले अश्‍लील वीडियो और लड़कियों के नंबर, फोन देख दंग रह गई पुलिस
ग्वालियर पुलिस ने सोमवार रात मशहूर मिर्ची बाबा को गिरफ्तार कर लिया है।

ग्वालियर पुलिस ने सोमवार रात मशहूर मिर्ची बाबा को गिरफ्तार कर लिया है। मिर्ची बाबा के खिलाफ भोपाल के गोविंदपुरा थाने में दुष्‍कर्म का मामला दर्ज है। गिरफ्तार करने वाली टीम में अपर पुलिस अधीक्षक राजेश दंडोतिया की टीम ने भोपाल के इनपुट पर बाबा को गिरफ्तार किया है।

बाबा के पास से एक मोबाइल मिला जिसमें एक अश्लील वीडियो और लड़कियों के फोन नंबर सेव थे।

भोपाल पुलिस आयुक्त ने रात में ग्वालियर के एसएसपी अमित सांघी को बताया कि भागवत कथा करने ग्वालियर के गिरगांव आए मिर्ची बाबा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। एसएसपी सांघी ने अपर पुलिस अधीक्षक राजेश दंडोटिया को उनकी तलाश में लगाया।

देर रात मिर्ची बाबा के पास खबर पहुंची कि उनके खिलाफ भोपाल में प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। अपर पुलिस अधीक्षक राजेश दंडोतिया के रूप में रात में वह टीम के साथ मिर्ची बाबा को गिरफ्तार करने आया था। उसके गोला का मंदिर स्थित होटल नारायणम में रहने की सूचना मिली थी।

जब तक वह वहां पहुंचे, तब तक बाबा फॉर्च्यूनर कार से निकल चुके थे। कुछ ही दूर पर पुलिस ने उसे घेर लिया। उसे पकड़ लिया गया, फिर भोपाल पुलिस की टीम आई और उसे भोपाल पुलिस के हवाले कर दिया गया।

जानें क्‍या है मामला

भोपाल के गोविंदपुरा थाने में 17 जुलाई 2022 को रायसेन की एक महिला ने मिर्ची बाबा पर दुष्‍कर्म का संगीन आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस ने जांच के बाद मामला दर्ज किया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर बाबा की गिरफ्तारी की रणनीति बनाना शुरू कर दिया है।

बताया जाता है कि भोपाल पुलिस को सूचना मिली थी कि मिर्ची बाबा ग्वालियर में है। इसके बाद भोपाल पुलिस ने ग्वालियर पुलिस को सूचना दी। इसके बाद ग्वालियर पुलिस ने बाबा को पकड़ने के लिए टीम तैनात कर दी। पुलिस ने बाबा को सोमवार रात में होटल नारायणन के पास से दबोच लिया।

क्‍यों चर्चा में हैं बाबा

मिर्ची बाबा काफी लोकप्रिय हैं और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में काफी सक्रिय रहे हैं। हाल ही में  कांग्रेस विधायक के विवाद में समझौता भी कराया था। साथ ही कुछ महीने पहले मुरैना में मिर्ची बाबा पर भी हमला हुआ था। इस हमले में बाबा ने पहले भी शिकायती आवेदन दिया था। बाद में आवेदन भी वापस ले लिया गया।

- स्मृति ईरानी और उनकी बेटी को लेकर हाल ही में एक विवादित बयान दिया था।

- पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान दिग्विजय सिंह की जीत के लिए मिर्ची का हवन किया गया था। बयान दिया था- अगर वे नहीं जीते तो जल समाधि ले लेंगे।

PM मोदी ने जब किया अपनी प्रॉपर्टी का खुलासा, लोग सुनकर हुए हैरान, आप भी चौंक पड़ेंगे


जैसा कि नेताओं के बारे में धारणा है कि उनमें से अधिकांश करोड़पति होंगे। प्रधानमंत्री को लेकर भी यही माना जाता है कि उनके पास अकूत पैसा होगा। पहले के प्रधानमंत्रियों की बात रहने दें, तो मौजूद PM नरेंद्र मोदी की प्रॉपर्टी के खुलासे ने सबको हैरान कर दिया है। 
 

Do you know how much property Prime Minister Narendra Modi has kpa

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने अपनी प्रॉपर्टी का खुलासा किया है। यह जानकार ताज्जुब होना लाजिमी है कि उनके पास अपेक्षाकृत मामूली प्रॉपर्टी है। जैसा कि नेताओं के बारे में धारणा है कि उनमें से अधिकांश करोड़पति होंगे। प्रधानमंत्री को लेकर भी यही माना जाता है कि उनके पास अकूत पैसा होगा। पहले के प्रधानमंत्रियों की बात रहने दें, तो मौजूद PM नरेंद्र मोदी की प्रॉपर्टी के खुलासे ने सबको हैरान कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास महज 2.23 करोड़ रुपए  की संपत्ति है। 

कैबिनेट मंत्रियों ने दिया है प्रॉपर्टी का लेखाजोखा
बता दें कि पिछले वित्त वर्ष में सभी 29 कैबिनेट मंत्रियों ने अपनी और अपने आश्रितों की संपत्ति घोषित की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास 2.23 करोड़ रुपए करीब की प्रॉपर्टी है। इसमें से ज्यादातर संपत्ति बैंक डिपॉजिट के रूप में है। आपको हैरानी होगी कि  PM मोदी के पास कोई भी अचल संपत्ति नहीं है। यानी घर-जमीन आदि। उनके पास पहले गुजरात के गांधीनगर में जमीन थी। इस जमीन की कीमत 1.1 करोड़ रुपए आंकी गई है। लेकिन इसे वो दान कर चुके हैं। मोदी ने अक्टूबर 2002 में गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए यह जमीन खरीदी थी। इस जमीन के 3 और पार्टनर थे। इसमें PM की एक चौथाई ( 25%) हिस्सेदारी थी। 

अब जानिए बाकी मंत्रियों की प्रॉपर्टी की डिटेल्स
प्रधानमंत्री मोदी की तरह ही देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी खास पैसे वाले नहीं हैं। उनके पास 2.54 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 2.97 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है। अपनी प्रॉपर्टी की घोषणा करने वालों में धर्मेंद्र प्रधान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, आर के सिंह, हरदीप सिंह पुरी, पुरुषोत्तम रूपाला और जी किशन रेड्डी भी शामिल रहे। मुख्तार अब्बास नकवी ने जुलाई में मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। वे पहले ही अपनी प्रॉपर्टी की घोषणा कर चुके हैं। मोदी मंत्रिमंडल में इस समय 28 कैबिनेट मंत्री हैं।

PMO की वेबसाइट पर अपलोड हुई मोदी की जानकारी
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की वेबसाइट पर PM मोदी की संपत्ति के डिक्लेरेशन से पता चलता है कि 31 मार्च 2022 तक मोदी की कुल संपत्ति 2 करोड़ 23 लाख 82 हजार 504 रुपए थी। मोदी की चल संपत्ति में पिछले साल की तुलना में 26.13 लाख रुपए की बढ़ोतरी हुई है। आज के समय में फोर व्हीलर होनाआम बात है, लेकिन मोदी के पास कोई व्हीकल नहीं है। उनके पास सोने की 4 अंगूठियां हैं। इनकी कीमत 1.73 लाख रुपए बताई जाती है। 31 मार्च, 2021 तक प्रधानमंत्री के पास 1.1 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति थी। 31 मार्च 2022 तक की जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री के पास कुल 35,250 रुपए कैश थे। जबकि पोस्ट आफिस में उनके नाम पर 9 लाख 5 हजार 105 रुपए के नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट जमा हैं। मोदी के नाम 1 लाख 89 हजार 305 रुपए का लाइफ इंश्योरेंस भी बताए गए हैं।

Tuesday, August 9, 2022

मोहर्रम पर बरेली के बाद वाराणसी में भी बवाल, हुई पत्थरबाजी, चले हथियार


मोहर्रम पर ताजिया जुलूस निकालने के दौरान बरेली के बाद वाराणसी में भी पत्थरबाजी हुई है। यहां हथियार भी चलाये गये। नये रास्ते से जबरन ताजिया निकालने और छायादार पेड़ काटने को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद एक व्यापारी को लाठी-डण्डों से पीट डाला। 

Brick stones and weapons also clashed in Varanasi, dozens injured

वाराणसीः उत्तर प्रदेश में मोहर्रम का जुलूस शांतिपूर्वक निकलवाने की पुलिस की मंशा आखिरकार धरी रह गई। बरेली के बाद अब वाराणसी में भी मोर्हरम जुलूस दौरान बवाल हो गया। पुलिस ने भारी सतर्कता बरती। जबरदस्त घेराबन्दी भी थी। लेकिन, बवाल हो ही गया। 

बवाल की शुरुआत जामुन के पेड़ को काटने को लेकर हुई। दरअसल, नई बस्ती से ताजिया लेकर जुलूस मिर्जामुराद के करधना बाजार पहुंचा। तभी ताजिया के लिए खदेरू साव दुकान के सामने एक छायादार जामुन का पेड़ था। कुछ लोग उस पेड़ को काटने लगे। तो स्थानीय लोगों एवं व्यापारियों इसका विरोध किया। बस, यहीं से शुरू हुआ विवाद। 

स्थानीय लोगों ने कहा, ‘मतलब भर का रास्ता है तो पेड़ क्यों काट रहे हो?’ इसी बीच बहस होने लगी और कुछ ही समय में बहस मारपीट में बदल गई। दरअसल, पेड़ काट रहे कुछ मुसलमानों ने एक व्यापारी को जमकर लाठी डण्डों से पीट दिया। दुकान को भी छतिग्रस्त कर दिया। इससे पूरे गांव में बवाल मच गया। 

इस घटना की जानकारी ज्योंही प्रतापपुर बस्ती व अन्य जगह फैली, सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए। फिर पथराव शुरू हो गया। लोगों को बढ़ता देख जुलूस में मुस्लिम समुदाय के लोग ताजिया लेकर भाग खड़े हुए। इस दौरान ताजिया भी क्षतिग्रस्त हो गई। 
गौर करने वाली बात यह है कि, ईंट-पत्थर के साथ ही हथियारों का भी इस्तेमाल किया गया। बवाल में दर्जनों लोग घायल हुए हैं। पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद भी पत्थरबाजी होती रही। आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं। मौके पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स ने लोगों को समझाने की कोशिश की। जब लोग नहीं मानें तो बल प्रयोग कर तितर बितर किया गया। सूचना पर डीआईजी, एडिशनल एसपी, एसपी ग्रामीण, एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह, एसडीएम राजातालाब गिरीश द्विवेदी, सीओ बड़ागांव आदि भी पहुंच गए हैं।

उधर थाना प्रभारी मिर्जामुराद के अनुसार, इस इकलौती ताजिया को करधना बाज़ार होते भटपुरवा गांव ले जा रहे थे। वहां अन्य कई ताजिया सामूहिक रूप से मिलकर कुंडरीया गांव स्थित कर्बला में परम्परागत ढंग से दफन किया जाता है।

ओवैसी की पार्टी का नेता निकला ISIS आतंकी, 15 अगस्त को बम ब्लास्ट की रच रहा था साजिश: यूपी ATS ने आजमगढ़ से दबोचा


ये भी पता चला है कि ISIS आतंकी सबाउद्दीन आजमी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का भी सक्रिय सदस्य है।

आजमगढ़, ISIS, सबाउद्दीन, गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश ATS ने आजमगढ़ से ISIS के आतंकी सबाउद्दीन आजमी को गिरफ्तार किया है, जो स्वतंत्रता दिवस पर बम ब्लास्ट की साजिश रच रहा था। ये गिरफ़्तारी मंगलवार (9 अगस्त, 2022) को हुई है। बता दें कि देश 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है और देश भर में इसके लिए कई कार्यक्रमों की योजनाएँ है, कई चल रहे हैं। ये भी पता चला है कि ISIS आतंकी सबाउद्दीन आजमी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का भी सक्रिय सदस्य है।

अब आतंकरोधी दस्ते की टीम सबाउद्दीन आजमी को लेकर मुख्यालय पहुँची है, जहाँ उनसे पूछताछ जारी है। इस दौरान ATS ने उनके मोबाइल फोन का डेटा भी खँगाला है। वो आतंकी जिहाद करने के लिए युवाओं का ब्रेनवॉश भी कर रहा था। ISIS द्वारा तैयार किए गए टेलीग्राम चैनल से भी वो जुड़ा हुआ है। इस चैनल का नाम ‘अल स्वायर मीडिया’ है। ATS पता कर रही है कि सबाउद्दीन आजमी कहाँ बम विस्फोट करने की साजिश रच रहा था।

जम्मू कश्मीर में जिस तरह से आतंकियों पर कार्रवाई हो रही है, इस पर वो कश्मीर के लोगों से भी बातचीत कर के उन्हें भड़का रहा था। राजनीति को ही उसने युवाओं का ब्रेनवॉश का माध्यम बनाया था। AIMIM से जुड़े हुए वो अन्य लोगों को भी अपनी आतंकी गतिविधियों में जोड़ रहा था। नगर पालिका माहुल के वार्ड नंबर 9 से उसने सभासद का चुनाव भी लड़ा था। चुनाव के प्रचार-प्रसार को जरिया बना कर वो जिहादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।

आतंकी गतिविधियों के लिए वो खुद का संगठन भी तैयार कर रहा था। पार्टी के नाम से उसने अपना एक व्हाट्सएप्प ग्रुप भी बना रखा था। इसमें से इसके गिरोह के कई लोगों का खुलासा होने की आशंका है। इसके कई साथियों को जल्द ही दबोचा जा सकता है। आजमगढ़ जिले की ख़ुफ़िया यूनिट और पुलिस ने भी इस गिरफ़्तारी के बाद सक्रियता और सतर्कता बढ़ा दी है। इस गिरफ़्तारी से इस गिरोह द्वारा बम ब्लास्ट की साजिश विफल हो गई है।

Sunday, August 7, 2022

योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री को सजा, जज के हाथ से आदेश की कॉपी छीनकर भागा वकील!


Government of UP :योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री को सजा, जज के हाथ से आदेश की कॉपी छीनकर भागा वकील!

योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान को एसीएमएम 3 कोर्ट ने 35 साल पुराने मामले में सजा सुनाई है। सुनवाई के बाद आदेश के सुरक्षित होते ही मंत्री राकेश सचान कोर्ट से भाग निकले। माना जा रहा है कि मंत्री को पहले से ही सजा सुनाए जाने का अनुमान लग था। (Government of UP)

35 साल पुराने गिट्टी चोरी मामले में शनिवार को ACMM-3 कोर्ट ने सुनवाई कर…(Government of UP)

35 साल पुराने गिट्टी चोरी मामले में शनिवार को ACMM-3 कोर्ट ने सुनवाई कर आदेश सुरक्षित किया। मामले की सुनवाई हो जाने के बाद मंत्री राकेश सचान सजा सुनाये जाने की आशंका से कोर्ट से बाहर चले गए। मंत्री वकील पर भी गंभीर आरोप की खबर आई है। जानकारी के मुताबिक खबर है की मंत्री के वकील ने जज के हाथ से आदेश की कॉपी छीनकर भागने का आरोप है। (Government of UP)

बतादें कि मामला तब का है जब मंत्री राकेश सचान रेलवे…(Government of UP)

बतादें कि मामला तब का है जब मंत्री राकेश सचान रेलवे ठेकेदार थे। कानपुर के किदवई नगर क्षेत्र के निवासी राकेश सचान ने अपनी राजनीतिक शुरुआत समाजवादी पार्टी से की थी। 2019 लोकसभा चुनाव में वे एसपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए था। 2022 में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की और कानपूर देहात के भोगनीपुर से समाजवादी पार्टी के नरेंद्र पाल सिंह को हराया और योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में मंत्री पद प्राप्त किया। 

Saturday, August 6, 2022

'जिन लोगों की वजह से सभी मुसलमानों को जिहादी कहा जाता है, वे आतंकवादी हैं, जहां भी मिलें, उन्हें गोली मार दो'-सांसद बदरुद्दीन अजमल


असम की पॉलिटिकल पार्टी AIUDF के प्रेसिडेंट और धुबरी से सांसद बदरुद्दीन अजमल ने मदरसों की आड़ में आतंकवादी गतिविधियां चला रहे कथित लोगों को गोली मारने की वकालात की है। अजमल ने कहा कि पूरे मुसलमानों को जिहादी कहा जाता है, यह जिहाद नहीं आतंकवाद है।

Big statements by AIUDF chief Badruddin Ajmal on Jihad and Islamic terrorism kpa
पिछले दिनों असम के दो जिलों से बांग्लादेश स्थित आतंकवादी समूह अंसारुल इस्लाम(Bangladesh-based terror group Ansarul Islam) से जुड़े 12 जिहादियों की गिरफ्तारी पर असम की पॉलिटिकल पार्टी AIUDF के प्रेसिडेंट और धुबरी से सांसद बदरुद्दीन अजमल(AIUDF chief Badruddin Ajmal) ने कड़क जवाब दिया है। पढ़िए क्या बोले अजमल...

जहां मिलें, उन्हें गोली मार दो
बदरुद्दीन अजमल ने गुवाहाटी में मीडिया से बातचीत(ANI के हवाले से) में कहा-हमें उनसे (मदरसों में बुरे तत्व) कोई सहानुभूति नहीं है। सरकार को उन्हें जहां भी मिलें गोली मार देनी चाहिए। यदि मदरसों में 1-2 खराब शिक्षक पाए जाते हैं, तो सरकार को हिरासत में लेना चाहिए और जांच पूरी होने के बाद उन्हें उठा लेना चाहिए, वे जो चाहें करें। लेकिन अगर उनके कारण पूरे मुस्लिम समुदाय को जिहादी कहा जाता है, यह जिहाद नहीं है, यह आतंकवाद है। सरकार को उन्हें रोकना है, उन्हें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए और अपनी खुफिया जानकारी को मजबूत करना चाहिए।

मदरसे से ऑपरेट हो रही थीं आतंकवादी गतिविधियां
पिछले दिनों असम के दो जिलों से बांग्लादेश स्थित आतंकवादी समूह अंसारुल इस्लाम से जुड़े 12 जिहादियों को गिरफ्तार किया गया है। मोरीगांव जिले से सात अन्य लोगों को भी इसी संगठन के लिंकमैन होने के संदेह में पकड़ा गया था। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा(Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित अभियान(nationally coordinated operation) में दो बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है। एसपी अमिताभ सिन्हा ने बताया कि 12 संदिग्ध जिहादियों में से 10 को बारपेटा जिले के जानिया इलाके से गिरफ्तार किया गया, जबकि एक को गुवाहाटी से हिरासत में लिया गया। इस मामले के बाद प्रशासन ने उस मदरसे पर बुलडोजर चलवा दिया था।

हिंदुओं पर मुस्लिम बाहुल्य इलाके में जिहादियों ने मचाया आतंक, पलायन करने के लिए कर दिया मजबूर...


इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा देश भर में अलग-अलग फंडों से उत्पात मचाया जाता है, लेकिन उत्तरप्रदेश के कानपुर में नौबत ऐसी आ गई कि हिंदुओं को पलायन के लिए मजबुर होना पड़ गया है। मोहर्रम से ठीक पहले रावतपुर गांव के रहमत नगर मुस्लिम बाहुल्य इलाके में रहने वाले हिन्दुओं को आए दिन प्रताड़ित किया जा रहा है। पीड़ित युवक का आरोप है कि उसकी कार तोड़कर, घर में पथराव करने के साथ ही अलग-अलग तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है। इससे वो अब अपने घर से पलायन करने को मजबूर है। रावतपुर पुलिस ने केस दर्ज की है।

 

दरअसल, यूपी में कानपुर के रावतपुर गांव के रहमत नगर में रहने वाले मनीष शुक्ला ने हो रहे अत्याचार पर अपनी आप बीती बताते हुए कहा, मेरा घर मुस्लिम बाहुल्य आबादी के बीच है।

1 अगस्त की रात को घर के बाहर खड़ी कार पर पत्थर मारकर सभी शीशे तोड़ दिए गए। इससे पहले भी मेरे घर पर हमला और पथराव हो चुका है। पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।" रावतपुर थाने में शुक्रवार को उन्होंने तहरीर दी और उसमे लिखा कि अगर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वह घर से पलायन करने के लिए मजबूर होंगे। ACP कल्याणपुर दिनेश शुक्ला ने बताया,"मनीष की तहरीर पर एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है। जांच में आरोप सही मिलने पर प्रताड़ित करने वालों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। आगे उन्होने कहा, मेरा पूरा परिवार इतना प्रताड़ित हो गया है कि अगर अब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो मैं अपने घर व इलाके से पलायन करने के लिए मजबूर हो रहा हूं।"

जानकारी देते हुए कल्याणपुर CO दिनेश शुक्ला ने बताया कि उस इलाके में आस-पास कोई भी CCTV नहीं लगा है। जिससे हमें जांच करने में परेशानियाँ आ रही है। हाल के लिए हमे पास के लोगों से पूछताछ कर जानकारी प्राप्त कर रहे है। पीड़ित हिंदुओं ने हमें बताया कि उनके पूरे परिवार के साथ बद सलूकी की जा रही है, उनके घरों पर पथराव किया जा रहा है, और बाहर खड़ी गाड़ियों को तोड़ा जा रहै है।


योगी सरकार में मंत्री राकेश सचान सरकारी गिट्टी चोरी में दोषी करार

यूपी कैबिनेट मंत्री राकेश सचान। 

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान (Rakesh Sachan) को सरकारी गिट्टी चोरी के मामले में एसडीएम 3 कोर्ट (SDM 3 Court) ने दोषी करार दिया है। कोर्ट ने 35 साल पुराने मामले में राकेश सचान के लिए सजा का फैसला सुरक्षित रख लिया है। बताया जा रहा है कि फैसला आते ही मंत्री राकेश सचान कोर्ट से फरार हो गए। इस पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने बीजेपी (BJP) पर हमला बोलते हुए पूछा है कि फरार मंत्री के घर और प्रतिष्ठान पर कब बुलडोजर चलना चाहिए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक समाजवादी पार्टी ने अपने ऑफिशयल ट्विटर अकाउंट पर लिखा, 'सरकारी गिट्टी चोरी के मामले में आज भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान को कोर्ट में दोषी करार दिया और सजा सुनाई, सजा सुनते ही मंत्री कोर्ट से फरार हो गए, अब योगी जी बताएं कि अपने इस सरकारी गिट्टीचोर फरार मंत्री के घर/द्वार/प्रतिष्ठान पर बुलडोजर कब चलाएंगे ? बताएं योगीजी!'

बता दें कि कानपुर देहात के भोगिनीपुर से भाजपा विधायक राकेश सचान यूपी कैबिनेट मंत्री हैं। कानपुर की एसडीएम 3 कोर्ट ने 35 साल पुराने सरकारी गिट्टी चोरी के मामले में शनिवार को दोषी करार देकर फैसला सुरक्षित रख लिया। आज कोर्ट में सुनवाई के दौरान राकेश सचान मौजूद थे, लेकिन सपा का आरोप है कि फैसला सुनाने के बाद राकेश सचान फरार हो गए हैं। मंत्री राकेश सचान को जिन धाराओं में दोषी पाया गया है, उसमें तीन साल की कैद या आर्थिक दंड या दोनों हो सकती हैं। यह एक गैरजमानती संज्ञेय अपराध है।

सपा से शुरू की थी सियासत

कानपुर के किदवई नगर के रहने वाले राकेश सचान ने समाजवादी पार्टी से ही अपने सियासी पारी शुरू की थी। वे 1993 और 2002 में सपा टिकट से ही घाटमपुर विधानसभा सीट से विधायक रहे। उन्होंने 2009 में भी फतेहपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था। साल 2022 में उनका सपा संरक्षक मुलायम सिंह से रिश्ता बिगड़ा तो कांग्रेस का दामन थाम लिया था। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा जॉइन कर ली थी। कानपुर देहात की भोगनीपुर विधानसभा सीट से राकेश सचान ने सपा प्रत्याशी नरेंद्र पाल सिंह को हराकर जीत हासिल की थी। कुर्मी वर्ग पर उनकी अच्छी पकड़ है।

Friday, August 5, 2022

चीन को भारत की सख्त चेतावनी! लद्दाख बॉर्डर से दूर रखें अपने फाइटर जेट


भारत ने चीन के साथ सैन्य स्तर की बैठक बुलाई थी, इसमें भारत ने पूर्वी लद्दाख में चीन की उकसावे वाली गतिविधियों को लेकर विरोध दर्ज कराया। मीडियो रिपोर्ट के अनुसार विशेष सैन्य बैठक मेजर जनरल के नेतृत्व में हुई। इस दौरान एयर फोर्स के एयर कोमोडोर भी मौजूद रहे।

नई दिल्ली, 05 अगस्त 2022। भारत ने चीन को पूर्वी लद्दाख में सीमा के पास लड़ाकू विमान उड़ाने को लेकर सख्त चेतावनी दी है, भारत ने चीन से अपने लड़ाकू विमानों को लद्दाख सीमा से दूर रखने के लिए कहा है। दरअसल, पिछले दिनों चीन के लड़ाकू विमान भारत की सीमा के बहुत नजदीक आ गए थे। भारत ने चीन को ये चेतावनी ऐसे वक्त पर दी, जब उसका ताइवान के साथ तनाव चल रहा है। बता दें कि अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद से चीन भड़का हुआ है। साथ ही चीन ताइवान की सीमा से लगे इलाकों में सैन्याभ्यास भी कर रहा है।

भारत ने इस मुद्दे पर चीन के साथ सैन्य स्तर पर बैठक बुलाई थी, इसमें भारत ने पूर्वी लद्दाख में चीन की उकसावे वाली गतिविधियों को लेकर विरोध दर्ज कराया। सरकार के सूत्रों के अनुसार यह विशेष सैन्य बैठक मेजर जनरल के नेतृत्व में हुई, इस दौरान एयर फोर्स के एयर कोमोडोर भी मौजूद रहे।

भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद के बीच यह पहला मामला था, जब भारतीय एयरफोर्स के किसी अधिकारी ने सैन्य स्तर की बातचीत में हिस्सा लिया हो। यह बैठक मंगलवार को चुंशूल मोल्डो में हुई, सूत्रों के मुताबिक, बैठक में भारत ने चीनी पक्ष को साफ कर दिया कि विमान उड़ते वक्त अपनी सीमा में रहें। साथ ही वे एलएसी और 10 किमी सीबीएम लाइन का पालन करें।

दरअसल, भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में विवाद को सुलझाने के लिए कई दौर की बातचीत हो चुकी है। वहीं, दूसरी ओर चीन की ओर से बीच बीच में उकसावे वाली गतिविधियां भी होती रहती हैं, पिछले 1-2 महीने में चीन के लड़ाकू विमान भारतीय सीमा के काफी करीब आ गए थे, हालांकि, भारत इस पर नजर बनाए हुए है।


प्रियंका गांधी को हाथ - पैर से उठाकर गाड़ी में डाला , हिरासत में ली गईं , पहली बार नजर आया सड़क पर संघर्ष

नई दिल्ली । कांग्रेस आज देश में महंगाई के खिलाफ संसद से लेकर सड़क तक ब्लैक फ्राइडे मना रही है । संसद परिसर से राष्ट्रपति भवन तक जाते हुए जहां पहले राहुल गांधी को पुलिस ने हिरासत में लिया , वहीं कांग्रेस मुख्यालय से प्रधानमंत्री आवास तक अपना मार्च निकालती कांग्रेसी महासचिव प्रियंका गांड़ी पहली बार आम पार्टी कार्यकर्ता की तरह सड़क पर संघर्ष करती नजर आईं । हल्की बारिश और उमस के चलते पसीने से सराबोर प्रियंका आगे बढ़ने से रोके जाने पर सड़क पर ही धरने पर बैठ गईं । इस दौरान दिल्ली पुलिस की महिला कर्मियों ने प्रियंका को हाथ - और पैर पकड़कर उठाया और गाड़ी में बैठाने लगी । इस दौरान प्रियंका भी पुलिस वालों से झड़प करती नजर आईं । बाद में उन्हें हिरासत में ले लिया गया है ।

विदित हो कि आज कांग्रेस ने महंगाई के विरोध में देश में विभिन्न जगहों पर ब्लैक फ्राइडे मनाते हुए धरना प्रदर्शन किया है । दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर सुबह प्रियंका गांधी वाड्रा पहुंची और वहां से प्रधानमंत्री आवास तक मार्च निकालने की रणनीति के तहत मार्च का नेतृत्व करने लगीं । इस दौरान वह काले रंग के सूट में नजर आईं ।

कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पुलिस की बैरिकेडिंग किए जाने के चलते कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रियंका के आते ही इसे तोड़ दिया , जिसे पार करके प्रियंका गांधी पैदल मार्च करती हुई प्रधानमंत्री आवास की ओर निकल गईं ।

इस दौरान उनके साथ पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद थे । हालांकि आगे जाते ही पुलिसकर्मियो ने उन्हें रोक दिया , क्योंकि उन्हें इस मार्च की अनुमति नहीं दी गई थी ।

कांग्रेस मुख्यालय के बाहर से हिरासत में ली गईं प्रियंका गांधी को जब पुलिस अपनी गाड़ी में बैठाकर किंग्सवे कैंप पुलिस लाइन की ओर ले जाने लगीं तो कई कार्यकर्ता उनके काफिले के आगे लेट गए । बामुश्किल इन लोगों को रास्ते से हटाया गया । इस दौरान पुलिस और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की आपस में झड़प भी नजर आई।




महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का ''ब्लैक फ्राइडे'' , विजय चौक से हिरासत में लिए गए राहुल गांधी

नई दिल्ली । देश में जारी महंगाई के खिलाफ शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ने ब्लैक फ्राइडे मनाया । कांग्रेसी नेताओं - पदाधिकारी समेत कार्यकर्ताओं ने काले कपड़े पहनते हुए देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए । इसी क्रम में दिल्ली संसद भवन में कांग्रेस सांसदों का विरोध प्रदर्शन जारी है ।  कांग्रेस सांसद काली ड्रेस पहनकर संसद में प्रदर्शन कर रहे हैं । कांग्रेस महंगाई, बेरोजगारी, अग्निपथ और GST को लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही है । इस बीच राहुल गांधी को दिल्ली में विजय चौक से हिरासत में ले लिया गया है । प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी अन्य नेताओं के साथ काले कपड़ों में नजर आए । उनके साथ ही राष्ट्रपति भवन की ओर कूच करने वाले अन्य कांग्रेसी सांसद - नेताओं और पदाधिकारियों को हिरासत में लिया गया है ।

कांग्रेस के देशव्यापी प्रदर्शन के बीच राहुल गांधी ने कहा कि जो 70 साल में कमाया था वो 8 साल में खत्म हो गया । देश में तानाशाही का राज है. देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है । हमें बोलने से रोका जा रहा है । आवाज दबाने की कोशिश हो रही है. हम महंगाई का मुद्दा उठा रहे हैं ।

इससे इतर , कांग्रेस मुख्यालय से प्रियंका गांधी के नेतृत्व में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का एक हुजूम पीएम आवास की ओर निकलने की कोशिश कर रहा है , लेकिन मुख्यालय के बाहर दिल्ली पुलिस ने बेरिकैडिंग की हुई है । इस समय पुलिस और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प का क्रम जारी है । प्रियंका गांधी महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए गैस सिलेंडर को धकेलते नजर आईं । यह कुछ ऐसी ही तस्वीरें थी , जो करीब एक दशक पहले भाजपा नेत्री स्मृति ईरानी द्वारा सिलेंडर को धकेलते हुए दिखी थीं ।

Thursday, August 4, 2022

LAC के समीप भारत-अमेरिका दिखाएंगे अपनी ताकत, संयुक्त सैन्याभ्यास से तिलमिला उठेगा चीन


India-US to hold military exercise near LAC a strong message to China
उत्तराखंड के औली में होगा संयुक्त सैन्य अभ्यास।

India-America military exercise : सीमा पर हेकड़ी दिखाने वाले चीन को भारत और अमेरिका की तरफ से एक बड़ा जवाब मिलने जा रहा है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के समीप दोनों देशों की सेनाएं संयुक्त सैन्य अभ्यास करने जा रही हैं। यह सैन्य अभ्यास अक्टूबर में उत्तराखंड के औली में होगा। रक्षा और सैन्य प्रतिष्ठान के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि यह 18 वां ‘युद्ध अभ्यास’ 14 से 31 अक्टूबर तक चलेगा। सूत्रों ने कहा कि अभ्यास का उद्देश्य भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच समझ, सहयोग और अंतर-संचालन को बढ़ाना है। पिछला अभ्यास पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका के अलास्का में हुआ था।

चीन को जाएगा कड़ा संदेश
समझा जाता है कि इस संयुक्त सैन्य अभ्यास से चीन को एक कड़ा संदेश देने की कोशिश की जाएगी। एलएसी के समीप अमेरिकी सेना की मौजूदगी से चीन का तिलमिलाना तय माना जा रहा है। भारतीय सीमा में अमेरिकी फौज की मौजूदगी उसे चिढ़ाने वाली होगी। सीमा पर चीन रह-रह कर भारत को उकसाने वाली कार्रवाई कर रहा है। हाल के समय में पूर्वी लद्दाख में पीएलए के लड़ाकू विमान एलएसी के काफी समीप उड़ान भरते देखे गए हैं। भारत ने इस पर आपत्ति जताई है। चीनी सेना की हरकतें उसकी मंशा पर सवाल उठाती हैं। 

सीमा विवाद सुलझाने के लिए बातचीत जारी
गलवान घाटी की घटना के बाद पूर्वी लद्दाख के कुछ जगहों से भारत और चीन दोनों ने अपनी सेनाएं पीछे हटाईं लेकिन अभी भी कुछ प्वाइंट्स ऐसे हैं जहां गतिरोध बना हुआ है। चीन इन जगहों से अपने सैनिक पीछे हटाने के लिए तैयार नहीं है। सीमा पर शांति बहाली एवं गतिरोध वाले जगहों से सैनिकों की वापसी के लिए दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच 16 दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन इसका समाधान नहीं निकल सका है। हालांकि, दोनों देश के सैन्य कमांडर बातचीत जारी रखने के लिए चार बिंदुओं पर सहमति बनी है। 

ताइवान पर अमेरिका-चीन में तल्खी बढ़ी
एलएसी के समीप यह युद्धाभ्यास ऐसे समय होने जा रहा है जब ताइवान के मसले पर अमेरिका और चीन के बीच तल्खी काफी बढ़ गई है और दोनों देश टकराव के रास्ते पर हैं। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन बौखला गया है और उसने ताइवान की घेरेबंदी करनी शुरू कर दी है। वह सैन्य कार्रवाई की धमकी दे चुका है। ताइवान पर चीन की आक्रामकता को देखते हुए अमेरिका ने हिंद-प्रशांत में अपनी सैन्य गतिविधियां तेज कर दी हैं। एलएसी के समीप भारत के साथ युद्धाभ्यास करने से उसे चीनी सेना से निपटने के बारे में उसे रणनीतिक एवं अभियानगत लाभ मिलेगा।  

चीन-ताइवान तनाव के बीच एलएसी पर भारतीय कमांडरों का जमावड़ा, ड्रैगन से निपटने के लिए तैयार है भारतय सेना

ताइवान और चीन के बीच तनातनी को देखते हुए भारत ने एलएसी पर अपनी चौकसी बढ़ा दी है। 

Indian commanders gather on LAC

कोलकाता बेस्ड ईस्टर्न कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता एलएसी पर फॉरवर्ड पोस्ट्स के दौरे पर हैं। लेफ्टिनेंट जनरल कलिता पहले तेजपुर पहुंचकर यहां के सभी टॉप कमांडर्स से मुलाकात कर रहे हैं, जिसके बाद वह 4 दिन तक फॉरवर्ड पोस्ट पर ऑपरेशनल प्रिपेरेडनेस का जायजा लेंगे। 

तेजपुर में गजराज कोर के पास पूर्वोत्तर में चीन सीमा से सटे इलाकों की सुरक्षा का जिम्मा है जिनमें सुपर हाई एल्टीट्यूड और घने जंगलों वाले इलाके शामिल हैं। अरुणाचल प्रदेश का एक बड़ा हिस्सा भी इसी कोर में आता है जिसे लेकर चीन अरसे से अपने दावे ठोकता आया है। इस पूरे इलाके में पिछले कुछ समय से भारतीय सेना चीन को टक्कर देने के लिए स्ट्रैटेजिक सड़कों, पुलों और  टनल का निर्माण कर रही है ताकि किसी भी परिस्थिति में युद्ध के लिए तैयारी पुख्ता बनी रहे।

भारतीय सैनिक ड्रैगन की चालबाजी से निपटने के लिए हर पल तैयार हैं

इस दिशा में 4 और 5 अगस्त को तेजपुर में उत्तरी सीमाओं पर बढ़ते खतरे से निपटने के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। इस सेमिनार में आर्मी कमांडर के साथ ही इस इलाके के टॉप सैन्य अधिकारी भी शामिल होंगे। जहां एक तरफ फॉरवर्ड लोकेशन पर भारतीय सैनिक ड्रैगन की चालबाजी से निपटने के लिए हर पल तैयार हैं वहीं दूसरी तरफ चीन के साथ दशकों से चले आ रहे सीमा विवाद और उसकी विस्तार वादी सोच का हल निकालने के लिए सेना के कमांडर विशेष रणनीति पर काम कर रहे हैं।

इस रणनीति को तैयार करने के लिए सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा वरिष्ठ राजनयिक और शिक्षाविद एकजुट हुए हैं। पूर्व एंबेसडर अशोक कांथा, प्रोफेसर श्रीकांत कोंडापल्ली, श्री जयदेव रानाडे, डॉ अमृता जश, श्री क्लाउड अर्पी, लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह जैसे जानकार तेजपुर में होने वाले इस सेमिनार में शिरकत करेंगे।  

ईस्टर्न कमांड में तैनात 200 अधिकारी भी इस प्लानिंग का हिस्सा बनेंगे

(सेवानिवृत्त), पूर्व सेना कमांडर उत्तरी कमान, लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला (सेवानिवृत्त) पूर्व सेना कमांडर सेना प्रशिक्षण कमान और लेफ्टिनेंट जनरल एसएल नरसिम्हन (सेवानिवृत्त) सदस्य, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड भी पूर्वोत्तर में चीन से निपटने के लिए बनाई जा रही इस खास स्ट्रैटेजी को बनाने में मदद करेंगे। ईस्टर्न कमांड में तैनात 200 अधिकारी भी इस प्लानिंग का हिस्सा बनेंगे।

परम तत्व दर्शन