असम की पॉलिटिकल पार्टी AIUDF के प्रेसिडेंट और धुबरी से सांसद बदरुद्दीन अजमल ने मदरसों की आड़ में आतंकवादी गतिविधियां चला रहे कथित लोगों को गोली मारने की वकालात की है। अजमल ने कहा कि पूरे मुसलमानों को जिहादी कहा जाता है, यह जिहाद नहीं आतंकवाद है।
जहां मिलें, उन्हें गोली मार दो
बदरुद्दीन अजमल ने गुवाहाटी में मीडिया से बातचीत(ANI के हवाले से) में कहा-हमें उनसे (मदरसों में बुरे तत्व) कोई सहानुभूति नहीं है। सरकार को उन्हें जहां भी मिलें गोली मार देनी चाहिए। यदि मदरसों में 1-2 खराब शिक्षक पाए जाते हैं, तो सरकार को हिरासत में लेना चाहिए और जांच पूरी होने के बाद उन्हें उठा लेना चाहिए, वे जो चाहें करें। लेकिन अगर उनके कारण पूरे मुस्लिम समुदाय को जिहादी कहा जाता है, यह जिहाद नहीं है, यह आतंकवाद है। सरकार को उन्हें रोकना है, उन्हें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए और अपनी खुफिया जानकारी को मजबूत करना चाहिए।
मदरसे से ऑपरेट हो रही थीं आतंकवादी गतिविधियां
पिछले दिनों असम के दो जिलों से बांग्लादेश स्थित आतंकवादी समूह अंसारुल इस्लाम से जुड़े 12 जिहादियों को गिरफ्तार किया गया है। मोरीगांव जिले से सात अन्य लोगों को भी इसी संगठन के लिंकमैन होने के संदेह में पकड़ा गया था। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा(Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित अभियान(nationally coordinated operation) में दो बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है। एसपी अमिताभ सिन्हा ने बताया कि 12 संदिग्ध जिहादियों में से 10 को बारपेटा जिले के जानिया इलाके से गिरफ्तार किया गया, जबकि एक को गुवाहाटी से हिरासत में लिया गया। इस मामले के बाद प्रशासन ने उस मदरसे पर बुलडोजर चलवा दिया था।
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