Friday, November 25, 2022

गेहूं की कीमतों में आएगी तेजी, जा सकता है 3000 के पार: प्रताप मिश्रा


हमारा देश गेंहू की खेती के मामले में हमेशा से नम्बर वन रहा है। क्योंकि राज्य के हर क्षेत्र में बड़ी ही तेजी से पैदा होने वाली फसलों में गेंहू की खेती ज्यादा की जाती है। लेकिन इसके बाद भी इसकी कीमतो में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। गेंहू के भाव दिन व दिन बढ़ते जा रहे है। जिसका नतीजा यह भी आ रहा कि राशन में दिए जाने वाला ये अनाज लोगों तक नही पहुंच पा रहा है। पिछले 2-3 महीने से गेहूं की कीमतों में लगातार तेजी का माहौल बना हुआ है। बढ़ती हुई कीमतो के साथ अब गेहूं के भाव 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ चुके हैं।

दिल्ली लारेंस रोड पर गेहूं की कीमत 2885 रुपए तक आंकी जा चुकी है।  जिसके आगे अब सरकार भी कुछ नही कर पा रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार अब गेहूं के भाव की और अधिक बढ़ने की संभावनाओं हो रही हैं।

कहा जा रहा है कि गेहूं के बढ़ती कीमतों को देखते हुए पिछले दिनों आटा मिलों की एसोसिएशन ने केंद्र सरकार के सामने मांग की थी कि कम से कम 40 लाख टन गेहूं सरकारी भंडार से खुले बाजार में बिक्री किया जाए। ताकि गेहूं के साथ साथ आटा आदि की कीमतों पर अंकुश लगाया जा सके, लेकिन अभी तक सरकार ने इस मामले पर कोई निर्णय नहीं लिया है।

हालांकि इस बात पर बार-बार दावा किया जा रहा है कि सरकारी गोदामों में गेहूं का भंडार पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। लेकिन खुले बाजार में सरकारी गेहूं की बिक्री पर सरकार ने कोई फैसला नही लिया है जिसके चलते गेंहूं की बढ़ती कीमते रूकने का नाम नही ले रही हैं।

देशभर की मंडियों में गेहूं का भाव लगभग रोजाना बढ़ रहे हैं। अब तक देखा जाए तो इन दस दिनों के अंदर 100 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। यदि बाजार इसी तेजी के साथ बढ़ता रहा तो जल्द ही दिल्ली लारेंस रोड पर गेहूं का भाव 3 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक छू सकता है।

गौरतलब है कि यदि गेहूं का भाव यदि 3 हजार के पार चला जाता है भंडार ग्रह से स्टॉकिस्ट अपना स्टॉक खाली करने की कोशिश जरूर करेंगे, जिससे भाव पर हल्का दबाव भी आ सकता है। ऐसे में जिन किसान के पास गेहूं का भंडार रखा हुआ है वे मौजूदा अच्छे भाव पर यहां स्टॉक खाली कर सकते हैं।

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