भाजपा ने शिवपाल यादव को लेकर बड़ा दावा कर यूपी का सियासी तापमान बढ़ा दिया है
UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश (UP Chunav 2022) में होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP News) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से बदला लेना शुरू कर दिया है. मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav) को अपने खेमे में शामिल कर भाजपा ने अखिलेश यादव को बड़ा झटका दिया है. अपर्णा यादव (Aparna Yadav Joins BJP) के बाद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को एक और झटका लग सकता है, इसका दावा भाजपा ने किया है. यूपी बीजेपी ज्वाइनिंग कमिटी के चेयरमैन डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेई ने यह बयान देकर उत्तर प्रदेश का सियासी पारा और बढ़ा दिया है कि अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) भी भाजपा के संपर्क में हैं.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (UP Chunav 2022) में होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP News) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से बदला लेना शुरू कर दिया है. मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav) को अपने खेमे में शामिल कर भाजपा ने अखिलेश यादव को बड़ा झटका दिया है. अपर्णा यादव (Aparna Yadav Joins BJP) के बाद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को एक और झटका लग सकता है, इसका दावा भाजपा ने किया है. यूपी बीजेपी ज्वाइनिंग कमिटी के चेयरमैन डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेई ने यह बयान देकर उत्तर प्रदेश का सियासी पारा और बढ़ा दिया है कि अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) भी भाजपा के संपर्क में हैं.
यूपी बीजेपी ज्वाइनिंग कमिटी के चेयरमैन डॉ लक्ष्मीकांत बाजपेई ने न्यूज18 से खास बातचीत में कहा कि शिवपाल सिंह भाजपा के संपर्क में हैं. शिवपाल यादव को सपा प्रमुख अखिलेश ने झटका दिया और अब शिवपाल बीजेपी के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि अखिलेश से अपना परिवार नहीं संभल रहा है. अखिलेश यादव से अपने परिवार की टूटन नहीं संभल रही. अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने पर लक्ष्मीकांत बाजपेई ने कहा कि इससे दोनों को फायदा होगा.
शिवपाल को लेकर भाजपा के दावे से उत्तर प्रदेश की सियासत में सनसनी फैल गई है. मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव ने जिस तरह से भाजपा का दामन थामकर अखिलेश को झटका दिया है, ऐसे में राजनीति में कुछ भी संभव है. माना जा रहा है कि लखनऊ कैंट विधानसभा सीट को लेकर अपर्णा यादव और अखिलेश यादव के बीच बात बिगड़ गई थी, जिसकी वजह से उन्होंने भाजपा के साथ जाने का फैसला किया. सूत्रों की मानें तो भाजपा अपर्णा को इस सीट से चुनावी मैदान में उतार सकती है.
गौरतलब है कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मतभेदों के बाद शिवपाल सिंह यादव ने अपनी अलग पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया था. समाजवादी पार्टी में वर्चस्व को लेकर दोनों के बीच लड़ाई थी. हालांकि, अब शिवपाल यादव की पार्टी का अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन हो गया है. इससे पहले शिवपाल ने कहा था कि अखिलेश यादव से कोई मतभेद नहीं है. उनको अपना नेता मान लिया है. उन्होंने कहा था कि मैं अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाऊंगा.
साइकिल सिंबल पर चुनाव लड़ने का ऐलान
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने इससे पहले बड़ा बयान देते हुए कहा था कि चुनाव में हम अपने सिंबल पर नहीं, बल्कि समाजवादी पार्टी के साइकिल सिंबल पर कैंडिडेट उतारेंगे. इसके साथ शिवपाल ने कहा कि टिकटों का फैसला अखिलेश यादव पर छोड़ दिया है. शिवपाल यादव ने कहा था कि उन्होंने अखिलेश को अपना नेता मान लिया है.
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