Wednesday, September 23, 2020

नरम पड़े ड्रैगन के सुर, संयुक्त राष्ट्र में शी जिनपिंग बोले- युद्ध लड़ने का कोई इरादा नहीं


Xi Jinping at UNGA says China has no intention to fight a war, hot or cold

संयुक्त राष्ट्र: भारत समेत दुनिया के कई हिस्सों में विवादों में उलझा हुआ चीन अब विवादों को बातचीत के जरिये हल करने के रास्ते तलाश रहा है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक बड़ा बयान दिया है. जिनपिंग ने साफ कहा है कि उनका युद्ध लड़ने का इरादा नहीं है. इससे पहले भारत और चीन के बीच हुई बातचीत में भी और सैनिक ना भेजने की सहमति बनी है.

जिनपिंग ने कहा, ''दुनिया को सभ्यताओं की लड़ाई में नहीं फंसना चाहिए. बड़े देशों को बड़े देशों जैसे ही काम करने चाहिए.’’ शी की यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कोरोना वायरस महामारी के लिए चीन की जवाबदेही तय करने की मांग करने के बाद आयी है.

पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को दिखाया आईना
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 मिनट के वीडियो संदेश में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को आईना दिखाते हुए कहा कि यह विश्वसनीयता के संकट से जूझ रहा है और उन्होंने इस पर गौर करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, "हम व्यापक सुधारों के बिना पुराने ढांचे के साथ आज की चुनौतियों का मुकाबला नहीं कर सकते. संयुक्त राष्ट्र विश्वसनीयता के संकट का सामना कर रहा है."

मोदी ने कहा, "आज की परस्पर संबद्ध दुनिया के लिए, हमें एक दुरुस्त बहुपक्षवाद की जरूरत है जो आज की वास्तविकताओं को दर्शाए, सभी हितधारकों को आवाज दे, समकालीन चुनौतियों का सामना करे और मानव कल्याण पर ध्यान केंद्रित करे."

संयुक्त राष्ट्र को जानिए
193 सदस्‍यों वाले संयुक्‍त राष्‍ट्र के लिए सबसे बड़ा आयोजन होता है महासभा, जहां दुनिया के सारे बड़े नेता जुटते हैं. कोरोना काल में इस बार नेताओं के रिकॉडेड भाषण हो रहे हैं. इस मौके पर दुनिया के कई देशों ने अमेरिका और चीन के तनाव पर चिंता जताई. संयुक्त राष्ट्र ने इस साल जून में अपनी 75 वीं वर्षगांठ को कोरोनावायरस के मद्देनजर भव्य पैमाने पर नहीं मनाया.

Friday, September 18, 2020

China on Galwan Clash: आखिरकार 94 दिन बाद गलवान का सच मानने को मजबूर हुआ चीन


नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच पिछले कई महीनों से तनाव चल रहा है। जून मध्य के दौरान गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे जबकि चीन को भी काफी नुकसान उठान पड़ा था और कहा जाता है कि उसके 35 से अधिक सैनिक इस दौरान मारे गए। भारत ने जहां अपने शहीद सैनिकों का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया वहीं चीन ने तो पूरी दुनिया से ही नहीं बल्कि अपने मारे गए सैनिकों के परिजनों तक को जानकारी नहीं दी और गुप्त तरीके से मारे गए सैनिकों का अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन झूठ ज्यादा दिन तक नहीं चलता है और अब चीन ने स्वीकार किया है कि उसके भी सैनिक इस हिंसा में मारे गए थे लेकिन उनकी संख्या भारत से कम थी।

Chinese govt mouthpiece global times admits damage in Galwan valley clash
आखिरकार 94 दिन बाद गलवान का सच मानने को मजबूर हुआ चीन

राजनाथ के बयान का किया जिक्र
चीन सरकार के मुखपत्र माने जाने वाले ग्लोबल टाइम्स के मुख्य संपादक ने माना है कि इस हिंसा में चीन को भी नुकसान पहुंचा था और उसके सैनिकों की भी जान गई थी। हालांकि उन्होंने इसे बड़ी सफाई से माना और कहा कि 15 जून को गलवान में मारे गए चीनी सैनिकों की संख्या भारत से कम थी और किसी भी चीनी सैनिक को भारत ने बंधक नहीं बनाया था जबकि पीएलए के सैनिकों ने कई भारतीय सैनिकों को बंदी बना लिया था। ग्लोबल टाइम्स के संपादक ने राजनाथ के उस बयान को ट्वीट किया जिसमें उन्होंने संसद में बयान दिया था कि चीन को भी गलवान में भारी नुकसान हुआ था। हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि कितने चीनी सैनिक मारे गए थे। ग्लोबल टाइम्स चीन का सरकारी अखबार है।

क्या कहा था राजनाथ सिंह ने 

गुरुवार को राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में बयान देते हुए कहा था, 'एलएसी के ऊपर टकराव बढ़ता हुआ देख कर दोनों तरफ के सैन्य कमांडरों ने 6 जून 2020 को बैठक की, तथा इस बात पर सहमति बनी कि पारस्परिक तौर तरीकों के द्वारा फौजों की वापसीकी जाए। दोनों पक्ष इस बात पर भी सहमत हुए कि वास्तविक नियंत्रण रेखाको माना जाएगा तथा कोई ऐसी कार्रवाई नहीं की जाएगी जिससे यथास्थिति में परिवर्तन हो । किन्तु इस सहमति के उल्लंघन में चीन द्वारा एक हिंसक टकराव की स्थिति 15 जून को गलवान में की गई। हमारे बहादुर सैनिकों ने अपनी जान का बलिदान दिया पर साथ ही चीनी पक्ष को भी भारी क्षति पहुँचाई और अपनी सीमा की सुरक्षा में सफल रहे।'

हाथ-पैर में सूजन किडनी में खराबी की ओर करता है इशारा, जानिये दूसरे लक्षण और बचाव के कारगर उपाय


Tips for Healthy Kidney: फिट रहने और अपनी किडनी को हेल्दी रखने के लिए लोगों को चाय और कॉफी की जगह पानी पीना चाहिए। मौसम के अनुरूप रोजाना 2.5 से 3 लीटर पानी पिएं

Kidney Disease Symptoms: किडनी हमारे शरीर का एक अहम अंग है। यह हमारे रक्त में मौजूद व्यर्थ पदार्थों को अलग करने का काम करती है। इसके अलावा कई काम जैसे, हार्मोन्स का स्राव, मिनरल्स का अवशोषण, यूरिन बनाना, एसिड का संतुलन बनाए रखना आदि किडनी के कार्य होते हैं। बदलते लाइफस्टाइल के कारण किडनी रोग से मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इसलिए समय रहते किडनी के संक्रमण की पहचान कर इसका इलाज कराना बेहद जरूरी है। ख़तरनाक बात यह है कि किडनी के बीमारी के लक्षण जल्दी नहीं दिखते। जब किडनी 60 से 65 प्रतिशत डैमेज हो चुकी होती है तब व्यक्ति को इसका पता चलता है।

यही कारण इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। ऐसे में यह जान लेना बेहद जरूरी है कि किडनी में संक्रमण के लक्षण क्या है और कैसे इसे रोका जा सकता है।

ये हैं किडनी खराब होने के लक्षण: किडनी खराब होने के कारण शरीर से अतिरिक्त पानी और नमक नहीं निकल पाता, जिससे पांव, हाथ और चेहरे में सूजन आने लगता है। किडनी से एथ्रोप्रोटीन नामक प्रोटीन निकलता है जो लाल रक्त कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है। खराब होती किडनी इसका उत्पादन नहीं कर पाती जिससे हम जल्द थक जाते हैं और कमजोरी होने लगती है।

पेशाब के वक़्त दर्द और जलन भी किडनी में इंफेक्शन के लक्षण होते हैं। बार – बार यूरिन आने का अहसास होना मगर न होना, बुखार और पीठ दर्द भी किडनी खराब होने के लक्षणों में शामिल है। यूरिन का रंग बदल जाना, उसका सामान्य से पीला अथवा गाढ़ा हो जाना किडनी में खराबी के लक्षण हैं। भूख न लगना किडनी की खराबी की तरफ़ इशारा करता है। साथ ही हाजमा खराब रहना और वजन अचानक बढ़ जाना जैसे लक्षण दिखे तो तुरन्त सावधान हो जाना चाहिए और डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

किडनी को खराब होने से बचाने के उपाय: जीवनशैली और डाइट में सुधार कर हम किडनी की समस्याओं को कुछ हद तक रोक सकते हैं। किडनी सही रूप से काम करे, इसके लिए नियमित रूप से पर्याप्त पानी पिएं। रोज़ कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएं। मैदा, नमक और चीनी कम खाएं इससे शरीर को पानी का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। मैदा गरिष्ठ होता है, जिसे पचाने में वक़्त लगता है। इसके बजाय आप आसानी से पचने वाले भोजन का सेवन करें।

गहरे रंग की सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें। इनमें मैग्नीशियम पर्याप्त मात्रा में होता है और मैग्नीशियम हमारे किडनी को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है। किडनी को साफ बनाए रखने के लिए नियमित ग्रीन टी का सेवन करें। हर रोज़ दो से तीन कप ग्रीन टी शरीर से जहरीले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है।

दर्द निवारक दवाएं डॉक्टर की सलाह से ही लें। बिना डॉक्टर के सलाह के अधिक दर्द निवारक दवाओं का सेवन हमारे किडनी को नुक्सान पहुंचाता है। इसके अलावा अपने किडनी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अपना वजन नियंत्रित रखें, धूम्रपान और शराब से दूर रहें, डायबिटीज को कंट्रोल रखें और समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह लें।

Wednesday, September 16, 2020

Coronavirus : यूपी में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है, 4400 से ज्यादा की मौत


coronavirus covid latest in india kmbsntदेशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर लगातार जारी है। भारत (India) में कोरोना से 49,26,914 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 80,808 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि राहत की बात ये है कि 38,56,246 इस वायरस को मात देकर ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना को मात देकर ठीक होने वालों की संख्या सक्रिय मामलों की संख्या से अधिक है। सक्रिय मामलों (Active Cases) की कुल संख्या 9,89,170 है।

  • उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3,17,195 पहुंच गई है। जिसमें से 67,287 सक्रिय केस, 2,45,417 रिकवर केस, 4,491 मौत हुई है। 

  • महाराष्ट्र पुलिस में कोरोना के 371 नए केस, 24 घंटों में 8 की मौत हो गई, पुलिस बल में संक्रमण की कुल संख्या 19,756 हो गई, जिसमें 3,724 सक्रिय मामले, 15,830 रिकवर मामले और 202 मौतें शामिल हैं। महारास्ट्र पुलिस
  • ओडिशा में कोरोना के 3,645 केस, 3,382 रिकवरी और 8 मौत, कुल मामलों की संख्या 1,58,650 पहुंची, जिसमें 1,22,024 रिकवरी, 645 मौतें और 35,928 सक्रिय मामले शामिल हैं: राज्य स्वास्थ्य विभाग
  • राजस्थान में 799 नए COVID19 मामले, 50 रिकवी और 7 मौतें आज हुईं। अब तक कुल सकारात्मक मामलों की संख्या 1,04,937 है, जिनमें 17,468 सक्रिय मामले, 86,212 रिकवरी और 1,257 मौतें शामिल हैं: राज्य स्वास्थ्य विभाग, राजस्थान सरकार
  • देश में 24 घंटे में कोरोना के 83,809 नए केस, 1054 मौत 
  • देशभर में संक्रमितों का आंकड़ा 49.26 लाख पार, 80 हजार से ज्यादा की मौत

महाराष्ट्र में संक्रमितों आंकड़ा 10 लाख 77 हजार पार
वहीं पूरे महाराष्ट्र राज्य की बात करें तो यहां पर कोरोना संक्रमितों की संख्या 10,77,374 है। इस समय यहां पर सक्रिय मामलों की संख्या 2,91,256 है। वहीं 7,55,850 लोग वायरस को मात देकर ठीक हो चुके हैं। यहां अब तक 29,894 लोग कोरोना की चपेट में आने के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं।

मुंबई में अब तक 8,181 की मौत
मुंबई में संक्रमितों की संख्या पहुंच 1,72,010 गई है। यहां पर अब तक 8,181 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि रातह की बात ये है कि यहां पर 1,32,347 लोग कोरोना वायरस को मात देकर ठीक हो चुके हैं। मुंबई में इस वक्त सक्रिय मामलों की संख्या 31,123 है। 

दिल्ली में 1.88 लाख से ज्यादा लोग हुए ठीक
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में अब धीमी गति से इजाफा हो रहा है। यहां रविवार को 24 घंटों में कोरोना के 4235 नए मामले सामने आए हैं और एक दिन में 29 मरीजों की जान गई है। इसके साथ ही राजधानी में संक्रमण के कुल मामले 2 लाख 21 हजार 533 हो गए हैं। संक्रमण के कुल मामलों में सक्रिय मामलों की संख्या 28,691 है। वहीं 1,88,072 लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं। यहां अब तक 4,770 लोगों की जान जा चुकी है। 

Tuesday, September 15, 2020

भारत-अमेरिका सबंधों की बानगी,भारतीय युद्धपोत अरब सागर में US नौसेना के टैंकर से ले रहे ईंधन


Indian warship fueled from US Navy tanker:भारतीय युद्धपोत आईएनएस तलवार ने उत्तरी अरब सागर में अमेरिकी नौसेना के टैंकर यूएसएनएस युकोन से ईंधन भरने का काम किया।

नयी दिल्ली: भारत के पड़ोसी देश चीन भारत के लिए अक्सर सीमा पर दिक्कतें पैदा करता रहता है वहीं भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबध और प्रगाढ़ हो रहे हैं इसकी एक बानगी उस वक्त देखने को मिली जब रक्षा करार के प्रावधान के तहत सोमवार को एक भारतीय जंगी जहाज आईएनएस तलवार ने उत्तरी अरब सागर में अमेरिकी नौसेना के टैंकर यूएसएनए यूकोन (USNS Yukon) से ईंधन (Fuel) भरा।

Indian warship INS Talwar fueled from US Navy tanker in Arabian Sea
भारतीय जंगी जहाज आईएनएस तलवार ने उत्तरी अरब सागर में अमेरिकी नौसेना के टैंकर यूएसएनए यूकोन से ईंधन भरा

भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने कहा, 'उत्तरी अरब सागर में मिशन पर तैनात आईएनएस तलवार ने लेमोआ के तहत अमेरिकी नौसेना बेड़े के टैंकर यूएसएनए यूकोन से ईंधन लिया।'


2016 में भारत और अमेरिका ने साजो-सामान विनिमय सहमति ज्ञापन (LEMOA) पर हस्ताक्षर किया था, जिसके तहत दोनों सेनाएं एक दूसरे को मरम्मत और अन्य सेवा संबंधी जरूरतों के लिए एक दूसरे के अड्डे का उपयोग करेंगे। भारत फ्रांस, सिंगापुर, आस्ट्रेलिया और जापान से ऐसा करार कर चुका है ।

भारत और अमेरिका ने LEMOA पर किए थे हस्ताक्षर

भारत और अमेरिका ने समुद्र क्षेत्र में दोनों देशों की सेनाओं को मजबूत करने के लिए लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA) पर हस्ताक्षर किया था, ये समझौता 2016 में हुआ था इसके प्रावधानों के तहत भारत और अमेरिका की सेनाएं एक-दूसरे के सैन्य हवाई अड्डे और बंदरगाह का इस्तेमाल कर सकते हैं।

वहीं इसी साल जुलाई में इंडियन नेवी ने यूएस नेवी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के साथ अंडमान-निकोबार में सैन्य अभ्यास किया था। इसमें अमेरिका की तरफ से एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस निमिट्ज ने भी हिस्सा लिया था, इस सैन्य अभ्यास में इंडियन नेवी के 4 जंगी जहाजों ने भी हिस्सा लिया था।



नॉम चोम्स्की ने दी चेतावनी- कोरोना कुछ भी नहीं, ये दो बड़े संकट आने वाले हैं


Noam Chomsky on Coronavirus: अमेरिकी भाषाविद और राजनीतिक विश्लेषक नॉम चोम्स्की ने कहा है कि कोरोना महामारी (Covid-19) ने पूरी दुनिया के देशों में आपसी भाईचारे और संगठन की पोल खोल कर रख दी है. उन्होंने कहा कि कोरोना छोटा खतरा है आने वाले दिनों में परमाणु युद्ध और ग्लोबल वार्मिंग जैसे खतरे भी सामने हैं.

जानी खान पान संबधी भोजपुरी के कहावत सावन साग न भादों दही..
कोरोना से दो और बड़े खतरे आने वाले हैं: चोमस्की

वाशिंगटन. अमेरिकी भाषाविद और राजनीतिक विश्लेषक नॉम चोम्स्की (Noam Chomsky) ने दावा किया है कि कोरोना संक्रमण (Covid-19) एक महामारी जरूर है लेकिन ये उन दो संकटों से काफी छोटा है, जो आने वाले हैं. डीआईईएम-25 टीवी से बातचीत में चोम्स्की ने कहा कि कोरोनो वायरस काफी गंभीर है लेकिन परमाणु युद्ध (Nuclear war) और ग्लोबल वार्मिंग (Climate change) वो दो संकट हैं जो मानव सभ्यता के विनाश का कारण बन सकते हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह के राजनीतिक और आर्थिक हालत हैं ये दोनों संकट अब दूर नज़र नहीं आ रहे हैं.

डीआईईएम-25 टीवी के लिए स्रेको होर्वाट से बातचीत में 91 वर्षीय नॉम चोम्स्की ने कहा कि यह सबसे चौंकाने वाली बात है कि कोरोना वायरस ट्रंप की सरकार के दौरान आया है और इसलिए अब ये और भी बड़ा खतरा नज़र आ रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस भयानक है और इसके भयंकर परिणाम हो सकते हैं, लेकिन हम इससे उबर जाएंगे. लेकिन अन्य दो खतरों से उबर पाना नामुमकिन होगा. इनसे सब कुछ तहस-नहस हो जाएगा. अमेरिका के पास बढ़ती जा रही असीम ताकत आने वाले विनाश की वजह बनेगी.


अमेरिका और अन्य अमीर देशों ने नहीं ली जिम्मेदारी

डाउन टू अर्थ पत्रिका में छपे इस इंटरव्यू में चोम्स्की कहते हैं कि सबसे बड़ी विडंबना देखिए कि क्यूबा, यूरोप की मदद कर रहा है. लेकिन उधर जर्मनी ग्रीस की मदद करने के लिए तैयार नहीं है. कोरोना वायरस संकट लोगों को यह सोचने के लिए मजबूर कर सकता है कि हम किस तरह की दुनिया चाहते हैं. यह लंबे समय से पता था कि सार्स महामारी कुछ बदलाव के साथ कोरोना वायरस के रूप में सामने आ सकती है. अमीर देश संभावित कोरोना वायरस के लिए टीका बनाने का काम कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. बड़ी दवा कंपनियों ने इस पर काम करने नहीं दिया और अब जब ये आ गया है तो मनमाने ढंग से इसकी दवा और वैक्सीन का कारोबार किया जाएगा. जब कोरोना का खतरा सिर पर था तो बड़ी दवा कंपनियों को नई बॉडी क्रीम बनाना अधिक लाभदायक लग रहा था.

चोम्स्की ने आगे कहा कि अक्टूबर 2019 में ही अमेरिका ने कोरोना जैसी संभावित महामारी की आशंका जताई थी लेकिन किसी ने ध्यान देना ज़रूरी नहीं समझा. पोलियो का खतरा सरकारी संस्थान द्वारा बनाए गए टीके से खत्म हो गया लेकिन इसका कोई पेटेंट नहीं था और मुनाफे के चक्कर में बड़ी दवा कंपनियों ने ये होने भी नहीं दिया. उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर को ही चीन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को निमोनिया के बारे में सूचित किया और एक हफ्ते बाद चीनी वैज्ञानिकों ने इसे कोरोना वायरस के रूप में पहचाना. फिर इसकी जानकारी दुनिया को दी गई. इस इलाके के देशों जैसे, चीन, दक्षिण कोरिया, ताइवान ने कुछ-कुछ काम करना शुरू कर दिया और ऐसा लगता है कि संकट को बहुत अधिक बढ़ने से रोक लिया.

जर्मनी ने भी सिर्फ अपने बारे में सोचा

चोम्स्की ने आरोप लगाया कि जर्मनी के पास एक विश्वसनीय अस्पताल प्रणाली है लेकिन उसने सिर्फ अपने हित के लिए इसका इस्तेमाल किया. सबसे खराब रवैया अमेरिका और ब्रिटेन का रहा जिन्होंने किसी देश की तरफ मदद का हाथ नहीं बढ़ाया. उन्होंने कहा कि यह मानव इतिहास का एक महत्वपूर्ण क्षण है. न केवल कोरोना वायरस की वजह से, जो दुनिया की खामियों के बारे में जागरूकता ला रहा है, बल्कि पूरे सामाजिक-आर्थिक प्रणाली की गहरी त्रुटियों के बारे में भी हमें इस वक्त पता चल रहा है. अगर हमें जीवन जीने लायक भविष्य चाहिए तो मौजूदा हालात को बदलना ही होगा. कोरोना संकट चेतावनी का संकेत हो सकता है और आज इससे निपटने या इसके विस्फोट को रोकने के लिए एक सबक हो सकता है.

हमें इसकी जड़ों के बारे में भी सोचना है, जो हमें आगे और अधिक बदतर हाल में ले जा सकते हैं. आज 2 बिलियन से अधिक लोग क्वारंटाइन हैं. सामाजिक अलगाव का एक रूप वर्षों से मौजूद है और बहुत ही हानिकारक है. आज हम वास्तविक सामाजिक अलगाव की स्थिति में हैं. किसी भी तरह, फिर से सामाजिक बंधनों के निर्माण के जरिए इससे बाहर निकलना होगा, जो जरूरतमंदों की मदद कर सके. इसके लिए उनसे संपर्क करना, संगठन का विकास, विस्तारित विश्लेषण जैसे कार्य करने होंगे. उन लोगों को कार्यशील और सक्रिय बनाने से पहले, भविष्य के लिए योजनाएं बनाना, लोगों को इंटरनेट युग में एक साथ लाना, उनके साथ शामिल होना, परामर्श करना, उन समस्याओं के जवाब जानने के लिए विचार-विमर्श करना, जिसका वे सामना करते हैं, और उन पर काम करना आवश्यक है.


Tuesday, September 1, 2020

कोरोना वायरस के लिए रामबाण है ये छोटी सी चीज, पिएंगे तो नहीं होंगे बीमार


इस कोरोना महामारी के दौर में पूरी दुनिया में भय का माहौल है। हर एक व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंता में है। तो वहीं इस बीच कई आयुर्वेद खाद्य पदार्थ हैं जो व्यक्ति के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित होते है। ऐसे में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में गिलोय काफी असरदार होता है। आपको बता दें कि गिलोय स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का रामबाण ईलाज माना जाता ह। क्योंकि आयुर्वेद में गिलोय को अमृत के समान माना जाता है।

वहीं कोरोना वायरस से बचने के लिए आपके भीतर इम्युनिटी का होना जरूरी है जिसके लिए जरूरी है कि आप रोजाना एक निश्चित मात्रा में गिलोय का सेवन करें। इसका सेवन करने से बुखार, फ्लू, डेंगू, मलेरिया जैसी कई बड़ी समस्या, खून में खाराबी, लो ब्लड प्रेशर, दिल की समस्या, डायबिटीज और त्वचा से जुड़ी परेशानियों से राहत मिलती है। वहीं गिलोय व्यक्ति की भूख भी बढ़ाती है।

क्या हैं गिलोय के फायदे

  • गिलोय का सेवन वो लोग भी कर सकते हैं जिन्हें टाइप-2 डायबिटीज की समस्या है।
  • गिलोय के नियमित सेवन से रयूमेटाइड आर्थराइटिस में राहत मिलती है।
  • अगर आप बार-बार बीमार पड़ने से इम्यूनिटी कमजोर है। तो गिलोय आपकी कोशिकाओं के मेंटेन करती है और शरीर को नुकसान पहुंचाने वाली फ्री रेडिकल्स से लड़कर इम्यूनिटी को बढ़ाती है।
  • गिलोय स्ट्रेस लेवल को भी कम करने में कारगर है।
  • ऐसे लोग जिन्हें Chronic Fever है उनके लिए गिलोय बेहद फायदेमंद होती है।
  • गिलोय ब्ल्ड प्लेटलेट्स को बढ़ाने और जानलेवा बीमारियों से लड़ने में मदद करती है।
  • गिलोय अस्थमा को भी ठीक करती है और अस्थमा के रोगियों को गिलोय की जड़ चबाने की सलाह दी जाती है।
  • अगर किसी व्यक्ति को सांस लेने से जुड़ी परेशानी है तो गिलोय के सेवन से ठीक हो सकती है।

पाचन शक्ति सही करने में मददगार

वहीं कई अध्ययनों में ये भी पता चला है कि गिलोय का जूस हमारे पाचन संबंधी परेशानियों में काफी फायदेमंद साबित होता है। रोजाना तौर पर अगर आधा ग्राम गिलोय पाउडर को आंवले के साथ सेवन करें तो ये कब्ज जैसे समस्याओं को दूर कर देती है। गिलोय ऐसी चीज है जो इम्यूनिटी बढ़ाने वाली जड़ी-बूटी है जिसके सेवन की सलाह डॉक्टर भी देते हैं लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के आप इसका सेवन न करें।

गिलोय का काढ़ा

अगर आप गिलोय का काढ़ा पीना चाहते हैं तो आप इसका स्वाद और भी बेहतर कर सकते हैं। जिसके लिए आपको दो इंच अदरक, 3-4 तुलसी के पत्ते, उंगली जितनी गिलोय लें, दो काली मिर्च और दो लॉन्ग। अब इन सभी चीजों को दो गिलास पानी में अदरक, तुलसी और गिलोयय को डालकर उबाल लें। जब पानी आधा हो जाए तो गैस बंद कर इसमें काली मिर्च और लॉन्ग मिलाकर पैन को ढक दें। इसके बाद  आप इस मिश्रण को 5 से 10 मिनट के बाद छानकर पी लें। ऐसा आपको रोजाना एक बार पीना है।

पैंगोंग में चीन की हरकत पर भड़का अमेरिका, बोला- भारत के साथ मिलकर ड्रैगन को धकेलेंगे पीछे


पैंगोंग में चीन की हरकत पर भड़का अमेरिका, बोला- भारत के साथ मिलकर ड्रैगन को धकेलेंगे पीछे

मीडियावाला.इन।

भारत चीन सीमा पर पैंगोंग की घटना के बाद अमेरिका ने कहा कि वो चीन की आक्रामक कार्रवाई और विस्तारवादी रवैया का विरोध करेगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अमेरिका इसके लिए क्वाड्रिलेट्रल सिक्युरिटी डायलॉग की बैठक भी कर सकता है.

अमेरिका के डिप्टी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट स्टीफन बिगन ने कहा कि चीन "हर मोर्चे पर अभी लड़ाई लड़ रहा है और अन्य देशों के क्षेत्र और क्षेत्रीय जल पर कब्जा जमाने के लिए हर तरह के गलत प्रयास कर रहा है. अमेरिका चीन के सभी मोर्चों पर पीछे धकेलने के लिए एक ठोस प्रयास कर रहा है."

हर क्षेत्र में चीन को पीछे धकेलने की रणनीति

उन्होंने कहा कि हमारी रणनीति लगभग हर क्षेत्र में चीन को पीछे धकेलने की है. हम इसे सुरक्षा क्षेत्र में कर रहे हैं. यह रणनीति संप्रभु क्षेत्र में चीन की विस्तारवादी नीति और उसके दावों के खिलाफ बनाई जा रही है. फिर चाहे वो भारत-चीन सीमा पर भारत की गलवान घाटी हो या दक्षिण प्रशांत क्षेत्र हो. साथ ही आर्थिक रूप से भी रणनीति बनाई जा रही है.

सोमवार को यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) के एक शिखर सम्मेलन में भारत में अमेरिका के पूर्व दूत रिचर्ड वर्मा के साथ एक बातचीत के दौरान बिगन ने यह बात कही है.

ट्रंप प्रशासन का चीन की अर्थव्यवस्था पर ध्यान

भारत, हांगकांग और भारत-प्रशांत क्षेत्र में विवादित सीमा पर चीन की आक्रामक कार्रवाइयों के बारे में पूछे जाने पर, बिगन ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन चीन की अर्थव्यवस्था की "शिकारी प्रथाओं" का मुकाबला करने पर ध्यान दे रहा है. साथ ही अमेरिका-चीन के आर्थिक संबंध को संतुलित करने के लिए भी काम रहा है.

उन्होंने कहा कि चीन ने "इस सदी की शुरुआत में इतनी तेजी से वृद्धि की और कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं पर भी अपना प्रभाव डालने की कोशिश की, जो कि अमेरिका के नजरिए से अस्वीकार्य है।

चीनी विदेशमंत्री ने 24 घंटे में बदला बयान, कहा- भारत-चीन की सीमा पर हमेशा रहेंगी समस्याएं


india china border not yet demarcated there will always be problems wang yi

बीजिंग: चीन के विदेशमंत्री वांग यी ने 24 घंटे में अपना बयान बदलते हुए कहा है कि भारत-चीन सीमा का अभी सीमांकन किया जाना बाकी है और इसलिए वहां पर हमेशा समस्याएं बनी रहेंगी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को मतभेदों को संघर्ष में तब्दील होने से रोकने के लिए उनके नेतृत्व के बीच बनी सहमति को लागू करना चाहिए। इससे पहले वांग ने कहा था कि चीन भारत के साथ सभी मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाने को तैयार है। चीन के विदेश मंत्री इस समय यूरोप की यात्रा पर हैं और उन्होंने यह टिप्पणी सोमवार को पेरिस स्थित ‘फ्रेंच इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन्स' में एक संवाद के दौरान की।

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भारत एवं जापान से चीन के संबंधों से जुड़े एक सवाल पर मंत्री ने पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना की उकसावे की नवीनतम कार्रवाई का सीधा उल्लेख नहीं किया। उनकी यह टिपण्णी भारतीय सेना के इस बयान के घंटों बाद आया जिसमें कहा गया कि चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख में उकसावे की कार्रवाई करते हुए पैगोंग झील के दक्षिण में एकतरफा तरीके से यथास्थिति बदलने की कोशिश की। उल्लेखनीय है कि 15 जून को पूर्वी लद्दाख के ही गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद इलाके में यह पहली बड़ी घटना है। गलवान घाटी में हुई झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। वांग ने कहा, ‘‘चीन-भारत संबंध ने हाल में सभी पक्षों का ध्यान आकर्षित किया है।''

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उन्होंने कहा, ‘‘चीन और भारत की सीमा का अबतक सीमांकन नहीं हुआ है, इसलिए वहां पर इस तरह की समस्याएं हमेशा रहेंगी। हम भारत के साथ सभी मुद्दों को बातचीत से निपटाने को तैयार हैं।'' वांग ने कहा कि इसके साथ ही द्विपक्षीय सबंधों में इन मुद्दों को उनके सही स्थान पर रखना चाहिए। चीनी विदेशमंत्री ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार मुलाकात की है और कई अहम सहमति पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘उदाहरण के लिए, ड्रैगन (चीन) और हाथी (भारत) एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करने के बजाय'', ‘‘ड्रैगन और हाथी मिलकर काम करेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘एक जोड़ एक दो नहीं, बल्कि 11 होते हैं। और ये सब दार्शनिक विचार हैं।''

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वांग ने कहा कि उदाहरण के लिए दोनों देशों के नेताओं ने सहमति जताई कि द्विपक्षीय सहयोग मतभेदों पर पर भारी पड़ते हैं और आपसी हित मतभेदो पर भारी पड़ते हैं। वांग ने कहा, ‘‘मतभेदों का प्रबंधन और नियंत्रण किया जाना चाहिए, खासतौर पर मतभेदों को संघर्ष में तब्दील नहीं होने देना चाहिए। मैं मानता हूं कि दोनों देशों के विभिन्न विभागों को इन अहम आम सहमतियों को लागू करना चाहिए।''

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गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख की सीमा पर जारी गतिरोध को दूर करने के लिए भारत और चीन के बीच गत ढाई महीने में सैन्य और राजनयिक स्तर पर कई दौर की बातचीत हो चुकी हैं लेकिन अबतक समाधान की दिशा में कोई अहम प्रगति नहीं हुई है। वांग ने कहा कि चीन का लंबा इतिहास और दुनिया के किसी अन्य देश के मुकाबले सबसे अधिक पड़ोसी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आदान-प्रदान का लंबा इतिहास हमेशा एक या दूसरी तरह की समस्याएं छोड़ जाता है। हम इतिहास द्वारा छोड़ी गई समस्याओं पर अपने पड़ोसियों के साथ मिलकर काम करने और दोस्ताना तरीके से परामर्श कर उनके साथ दोस्ती और साझेदारी स्थापित करने की भावना के साथ सुलझाने को तैयार हैं।''  

Monday, August 31, 2020

सबसे अमीर होने के बावजूद भी मुकेश अंबानी इस कार को खरीदने में हैं नाकामयाब,जानिए इस कार की कीमत


आज के दौर में हर एक व्यक्ति की यह चाहत होती है कि उसके पास अपनी एक कार हो जिसमे कि वह व्यक्ति अपने मनमुताबिक कभी भी कहीं भी घूमने के लिए जा सके। परंतु बात जब आम लोगों की आती है तो आम लोगों के पास बजट की कमी होने की वजह से आम लोग छोटी और सस्ती कारें खरीदते हैं। वहीं अगर बात बड़े-बड़े और अमीर लोगों की करें तो ये लोग करोड़ों की कार का कलेक्शन अपने पास रखते हैं। आज तक आपने अपने जीवन में 10-20 करोड़ की कारों के बारे में ही सुना होगा परंतु आज हम आपको दुनिया की सबसे महंगी कार के बारे में बताने वाले हैं। जिसे कि भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी भी खरीद नहीं सकते। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर वह कार कितनी महंगी है और मुकेश अंबानी इस कार को क्यों नही खरीद सकते, तो चलिए बताते हैं आपको उस कार के बारे में और इसके साथ ही साथ उस कार की कीमत के बारे में भी

आपको यह बात तो पहले से मालूम होगी कि रोल्स रॉयस दुनिया भर में महंगी और लक्जरी कार बनाने के लिए जानी जाती है। रोल्स रॉयस के द्वारा बनाई जाने वाली हर एक कार फीचर के मामले में दुनियाभर के कारों से अलग होती है। इसके साथ ही साथ इनका लुक भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया करता है। आपको बता दें कि रोल्स रॉयस के द्वारा बनाई गई हर एक कार पूरी तरह से कस्टमाइज़ होती है। जिसकी वजह से अगर आप एक ही मॉडल की दो कारों को मिलाएंगे तो उनमें आपको अंतर देखने को मिल जाएगा। ऐसा बताया जाता है कि रोल्स रॉयस कंपनी के द्वारा बनाई जाने वाली हर एक कार किसी रोबोट नहीं बल्कि इंसान के हाथों से बनाई जाती है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाल के दिनों में ही रोल्स रॉयस ने दुनिया की सबसे महंगी कार को दुनिया के सामने पेश किया था। “स्वेपटेल” नामक इस कार की बात करें तो इस कार के अंदर 6.75 लीटर का V12 इंजन लगाया गया है जो कि काफी ज्यादा दमदार है। आपको बता दें कि इस कार को एक खास ग्राहक के लिए तैयार किया गया है। एक खास ग्राहक के लिए तैयार किए जाने की वजह से इस कार के अंदर तरह तरह की कस्टमाइजेशन हमें देखने को मिलती है। अगर इस कार की बॉडी की बात करें तो इस कार की बॉडी को फैंटम-VIII कूपे के अल्मुनियम स्पेस फ्रेम डिजाइन पर तैयार किया गया है। आपको बता दें कि दुनिया की यह अनोखी कार दिखने में बहुत ही ज्यादा बेहतरीन नजर आती है।

अगर बात इस कार की इंटीरियर की करें तो इस कार के इंटीरियर में टाइटेनियम घड़ी, मेकेस्सार इबोनी लकड़ी का काम, पाल्डो वुड इंटीरियर और सीटर्स के अलावा अन्य चीजों पर बेहतरीन किस्म की लैदर दी गई है। अगर बात इस कार की कीमत की करें तो इस कार की कीमत लगभग 84 करोड़ है। अब आप सोच रहे होंगे कि इस कार मुकेश को अंबानी तो आसानी से खरीद सकते हैं। परंतु हम आपको बता दें कि इस कार को एक ख़ास व्यक्ति के लिए बनाया गया है जिसकी वजह से मुकेश अंबानी चाहकर भी इस कार को नहीं खरीद सकते।

होगा तीसरा विश्वयुद्ध: तैयारियां चल रही तेजी से, चीन-अमेरिका-भारत होंगे समंदर में


चीन और अमेरिका की तैयारी को देखते हुए यही कहा जा रहा है कि तीसरा विश्वयुद्ध समंदर में होगा। और ये समंदर होगा दक्षिण चीन सागर। अब भारत भी दक्षिण चीन सागर पहुंच गया है।

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दक्षिण चीन सागर (फोटो-सोशल मीडिया)

नई दिल्ली। चीन और अमेरिका की तैयारी को देखते हुए यही कहा जा रहा है कि तीसरा विश्वयुद्ध समंदर में होगा। और ये समंदर होगा दक्षिण चीन सागर। अब भारत भी दक्षिण चीन सागर पहुंच गया है। पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव को देखते हुए दक्षिण चीन सागर में भारतीय नौसेना के जंगी पोत तैनात करने का फैसला हुआ है।

गलवान झड़प के बाद हुई तैनाती

सूत्रों के अनुसार, गलवान में हिंसक झड़प शुरू होने के तुरंत बाद भारतीय नौसेना ने अपना एक युद्धपोत दक्षिण चीन सागर के उस इलाके में तैनात किया जहां पीपुल्स लिबरेशन आर्मी तैनात है और इलाके को अपना बताती है। इस मसले पर चीन ने राजनयिक स्तर की वार्ता के दौरान भारतीय पक्ष से शिकायत की।

भारतीय युद्धपोत लगातार वहां मौजूद अमेरिका के युद्धपोतों से लगातार संपर्क बनाए हुए थे। नियमित अभ्यास के दौरान, भारतीय युद्धपोत को लगातार अन्य देशों के सैन्य जहाजों की आवाजाही की स्थिति के बारे में अपडेट किया जा रहा था।

चीनी नौसेना की गतिविधि पर नजर

इसी दौरान, भारतीय नौसेना ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास मलक्का स्ट्रेट में चीनी नौसेना की गतिविधि पर नजर रखने के लिए अपने जहाजों को तैनात किया। चीनी नौसेना इसी रास्ते से हिंद महासागर में प्रवेश करती है।

Indian navy ship south china sea
दक्षिण चीन सागर(फोटो-सोशल मीडिया)

मलक्का स्ट्रेट से भी चीन के कई जहाज तेल एवं अन्य वस्तुओं के साथ अन्य महाद्वीपों से आते हैं। मलक्का स्ट्रेट से हिंद महासागर की ओर चीनी नौसेना की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भारतीय नौसेना विभिन्न स्वचालित पनडुब्बियों, मानवरहित सिस्टम एवं सेंसर भी लगाने की योजना बना रही है।

चीन को संकेत

South china sea
दक्षिण चीन सागर(फोटो-सोशल मीडिया)

दक्षिण चीन सागर में अपना युद्धपोत भेजकर भारत ने चीन के समक्ष यह जता दिया कि वह उसके सबसे अहम सामरिक मोर्चे पर भी चुनौती देने के लिए तैयार है। नौसेना ने एक वायुसेना बेस पर अपने मिग-29 लड़ाकू विमान भी तैनात किए हैं। ये विमान जमीनी एवं पहाड़ी क्षेत्रों में किसी भी टकराव का सामना करने के लिए अभ्यास कर रहे हैं।

दक्षिण चीन सागर मसला

दक्षिण चीन सागर पर चीन अपना दवा करता है और यहां वह कुछ कृत्रिम द्वीपों का निर्माण भी कर रहा है। इस क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों पर मलेशिया, इंडोनेशिया, फिलीपींस, वियतनाम और ब्रुनेई जैसे देश भी अधिकार जताते हैं।

दक्षिण चीन सागर का जबरदस्त आर्थिक और भू रणनीतिक महत्व है। दुनिया के एक तिहाई समुद्री जहाज यहीं से गुजरते हैं, जिनके जरिये हर साल तीन लाख करोड़ डॉलर का व्यापार होता है। इस क्षेत्र में समुद्र तल के नीचे तेल और प्राकृतिक गैस का प्रचुर भंडार है। अमेरिका चीन के प्रभुत्व को चुनौती दे रहा है और उसने यहाँ अपने युद्धक पोत तैनात कर दिए हैं।

मरने के 5 घंटे बाद फिर जिंदा हुआ शख्स, बताए स्वर्ग के गहरे राज़


लखनऊ: आए दिन इस दुनिया में कुछ ऐसी हैरतअंगेज घटनाएं घटित हुआ करती हैं जिसके बारे में सुनकर लोगों का उसके ऊपर विश्वास कर पाना असंभव सा लगता है। पर जब लोग उस घटना को अपनी आंखों से देखते हैं तो फिर उन्हें नकार भी नहीं पाते। आज इन दिनों एक ऐसी ही हैरतअंगेज घटना से जुडी खबर सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा वायरल हो रही है। वायरल हो रही इस खबर के मुताबिक ऐसा दावा किया जा रहा है कि मौत के बाद एक इंसान फिर से जीवित होकर लोगों के बीच आ गया। इस तरह की घटना को अब तक आपने फिल्मों में ही देखा होगा परंतु आज हम आपको असल जिंदगी से जुड़ी इस घटना के बारे में बताने वाले वाले हैं। तो चलिए बताते हैं आपको इस घटना के बारे में विस्तार से

खबरों के मुताबिक यह घटना अलीगढ़ के अतरौली के अंतर्गत आनेवाले किरथल गांव का बताया जा रहा है ऐसा कहा जा रहा है कि इस गांव में रहने वाले रामकिशोर को किसी प्रकार की गंभीर बीमारी होने की वजह से उसका निधन कुछ दिनों पहले ही हो गया था। उनके निधन हो जाने के बाद उनके परिवार के सदस्य काफी ज्यादा घबरा गए। उनके परिवार में मौजूद हर एक शख्स उनके निधन के शोक में डूबा हुआ था। चारों ओर घर में विलाप करने की आवाज सुनाई दे रही थी। मृत्यु की खबर मिलने के बाद उनके परिवार और रिश्तेदार के सदस्य उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उनके घर पहुंच गए। सभी सदस्यों के घर पहुँच जाने के बाद जब उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की जाने लगी उसी वक्त हुआ कुछ ऐसा जिसे देख हर कोई वहाँ से भाग खड़ा हुआ।

परिवार वालों के मुताबिक़ ऐसा बताया गया कि जब परिवार के सभी सदस्यों उनका अंतिम संस्कार करने के पहले उनकी शव को नहलाने के बाद अर्थी पर रखा तो उसी वक्त उनके शरीर में अचानक से हलचल होने लगी। अचानक से हुई उनके शरीर में हलचल को देखकर हर कोई हैरान रह गया। किसी को उस वक़्त कुछ समझ नही आ रहा था कि आखिर उस वक़्त हो क्या रहा है। उनके अचानक से जिन्दा हो जाने और उसके बाद उठ कर लोगो के सामने बैठ जाने के बाद वहाँ मौजूद हर एक व्यक्ति भयभीत हो गया। उठते के साथ ही उन्होंने लोगो से कहा की शायद यमदूत से गलती हो गयी थी जिसकी वजह से वह किसी और के प्राण लेने की वजाय उनके ही प्राण लेने चला आया था।

मौत के बाद एक बार फिर से जिंदा होकर धरती पर वापस आने वाले रामकिशोर ने लोगो को बताया कि उन्हें पिछले 5 घंटे में हुई घटनाओं के बारे में तो उतना कुछ याद नही है पर जहाँ मुझे लेकर जाया गया था वहां एक बैठक चल रही थी। वहाँ उस बैठक में एक महात्मा मौजूद थे जो की बारी बारी से हर एक व्यक्ति से बातचीत कर रहे थे। जब रामकिशोर की बारी आई तो उस महात्मा ने कहा कि इन्हें अभी ही क्यों ले आये हो अभी तो इनकी जिंदगी जीने का समय बाकी है। इसके साथ ही साथ उस महात्मा ने मुझे कई सारे सवाल भी किये। उसके बाद अचानक से धक्का दे दिया गया और जब उन्होंने अपनी आँखे खोली तो पाया कि उनके परिवार के सदस्य उनके आसपास बैठकर उनके मौत को लेकर विलाप करने में लगे है।

यूपी में अनलॉक-4 की गाइडलाइंस जारी, जानें क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद


सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश (यूपी) में अनलॉक-4 की गाइडलाइंस जारी कर दी गई है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए कई महीने के लॉकडाउन के बाद सरकार ने अलग-अलग गतिविधियों को शुरू करने का निर्दश जारी कर दिया है.

अनलॉक की नई गाइडलाइंस के मुताबिक 21 सितंबर से स्कूलों में स्टाफ को ऑनलाइन शिक्षा परामर्श से जुड़े कार्यों के लिए बुलाया जा सकता है. 21 सितंबर से कंटेनमेंट जोन में पड़ने वाले कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों को स्कूलों में अपनी मर्जी से जाने की अनुमति होगी. इसके लिए उन्हें अभिभावकों की लिखित सहमति की आवश्यकता होगी. 7 सितंबर 2020 से मेट्रो रेल को चरणबद्ध तरीके से चलाया जाएगा. इसके लिए SOP अलग से जारी की जाएगी.

प्रदेश में 21 सितंबर से सभी सामाजिक, एकेडमिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनीतिक कार्यक्रमों और अन्य सामूहिक गतिविधियों को अधिकतम 100 लोगों के साथ शुरू करने की अनुमति होगी. इस दौरान फेस मास्क का इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य होगा. 20 सितंबर तक शादी विवाह समारोह में अधिकतम 30 लोगों को और अंतिम संस्कार में अधिकतम 20 लोगों को शामिल होने की अनुमति होगी. इसके बाद अधिकतम 100 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी जाएगी.

नई गाइडलाइंस के मुताबिक सभी सिनेमाघर, स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थिएटर और इस तरह  के सभी सभागार बंद रहेंगे. ओपन एयर थिएटर को 21 सितंबर से शुरू करने की अनुमति होगी. कंटेनमेंट ज़ोन के बाहर ज़िलाधिकारी की ओर से स्थानीय स्तर पर कोई भी लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा. प्रदेश सरकार शनिवार-रविवार को जारी लॉकडाउन की प्रक्रिया को पहले की तरह ही चालू रखने पर विचार कर रही है. इसके लिए यूपी सरकार केंद्र से अनुमति लेगी.

देश में कोरोना की तेजी के बीच गृह मंत्रालय ने शनिवार को अनलॉक-4 की गाइडलाइन जारी कर दी. पांच महीने बाद सरकार ने लोगों को बड़ी रियायतें देने की योजना बनाई है. शादी समारोह, खेल, मनोरंजन, धार्मिक जलसों में 21 सितंबर से 100 लोग शामिल हो सकेंगे. मेट्रो सेवा सात सितंबर से चरणबद्ध तरीके से शुरू हो जाएगी. एंट्री गेट पर सोशल डिस्टेंसिंग और वार्निंग के लिए स्टिकर लगाए जाएंगे. कोरोना के नियमों के तहत मेट्रो सेवा बहाल होंगी. इसके अलावा भी कई प्रकार की छूट दी गई है. हालांकि बड़ी जुटान पर रोक कायम रहेगी और सिनेमा हॉल आदि बंद रहेंगे.

टैंकों के साथ खतरनाक इरादे से आए थे 500+ चीनी सैनिक, भारतीय सेना की घेराबंदी देख बिना लड़े उल्टे पाँव भागना पड़ा


चीनी सैनिक लद्दाख
टैंकों के साथ आए थे चीनी सैनिक!

भारत-चीन सीमा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा। चीनी सरकार की आक्रामक नीति का नतीजा है कि कई हफ्ते से शांत दिख रहे लद्दाख की सीमा पर 29-30 अगस्त की रात को पैंगोंग त्सो झील क्षेत्र के दक्षिणी तट की ओर से चायनीज सैनिकों ने फिर से घुसपैठ करने की कोशिश की।

चीनी सैनिकों को इस प्रयास में हालाँकि मुँह की खानी पड़ी। भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग त्सो (PangongTso) के दक्षिण तट पर घुसपैठ कर रहे चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया। लेकिन पढ़ने में जितना यह आसान है, हकीकत में चीनी सैनिकों को पीछे धकेलना उतनी ही मुस्तैदी और शौर्य भरा काम था।

ऐसा इसलिए क्योंकि चायनीज सैनिक बहुत ही तैयारी के साथ आए थे। आक्रामक होकर आए थे। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के पास 500 से अधिक चीनी सैनिकों ने भारतीय इलाकों में घुसने का प्रयास किया।

चीनियों के आक्रामक रवैये को समझना है तो सिर्फ 500+ सैनिकों की घुसपैठ को मत देखिए। नवभारत टाइम्स में पूनम पांडे (रक्षा संवाददाता) की रिपोर्ट बताती है कि इन 500 से अधिक चायनीज सैनिकों को कवर करने के लिए इनके साथ-साथ टैंक भी आए थे।

भारतीय सेना हालाँकि चीनियों की इस आक्रामक नीति और चुपके से घुस कर बैठे जाने की प्रवृति से वाकिफ थी। इसीलिए तैयार भी थी। अपनी सीमा की इंडियन आर्मी ने ऐसी घेराबंदी की थी, पट्रोलिंग में ऐसी मुस्तैदी थी कि चायनीज सैनिकों को बिना लड़े भागना पड़ा।

29-30 अगस्त की रात की बात की जाए तो दोनों देशों की ओर से सैनिकों के बीच लड़ाई नहीं हुई है। भारतीय सेना के सूत्र ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि आपसी लड़ाई (फिजिकल फाइट) की नौबत ही नहीं आई। इससे पहले ही चायनीज सैनिक पीठ दिखा कर चले गए।

भारतीय सेना के पीआरओ, कर्नल अमन आनंद ने सोमवार (31 अगस्त) को कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA, चायनीज सैनिक) के सैनिकों ने 29 और 30 अगस्त (शनिवार और रविवार) की रात को पैंगोंग त्सो झील के दक्षिणी तट पर दोनों देशों के बीच बनी आम सहमति का उल्लंघन किया।

आगे उन्होंने बताया,

“भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों के इस दुस्साहस भरे एक्शन को समय रहते निष्क्रिय कर दिया। भारतीय सेना ने इसके बाद सीमा पर अपनी स्थिति को और मजबूत कर लिया। सीमा पर चीनी इरादों को पूरी तरह विफल कर दिया गया।

India-China clash:150 से 200 चीनी सैनिक पैंगोंग झील के करीब, चीन बोला-हमारे सैनिकों ने कभी बॉर्डर नहीं पार किया


नई दिल्‍ली। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच फिर से झड़प की खबरें हैं। सूत्रों के मुताबिक कहा गया है कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच लद्दाख सेक्‍टर में स्थित चुशुल में फिर से हैंड-टू-हैंड बैटल हुई है। हालांकि सेना की तरफ से टकराव के हिंसक होने की खबरों से इनकार कर दिया है। वहीं एक बार फिर चीन ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया है कि उसके सैनिकों ने लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (एलएसी) को पार किया है।

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29 अगस्‍त की रात घुसपैठ की कोशिश

सोमवार को सेना की तरफ से इस बात की आधिकारिक पुष्टि की गई कि 29 और 30 अगस्‍त को भारत और चीन के बीच टकराव जारी था और इसी दौरान चीनी सैनिकों ने फिर से घुसपैठ की कोशिशें कीं। सेना के प्रवक्‍ता कर्नल अमन आनंद ने बताया कि पीपुल्‍स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों की तरफ से यथास्थिति को बदलने के लिए भड़काऊ गतिविधियों को अंजाम दिया गया है। चीन के विदेश मंत्रालय झाओ लिजियान ने कह कि पीएलए के सैनिकों ने कभी भी एलएसी को पार नहीं किया है। साथ ही दोनों पक्षों के बीच संपर्क बना हुआ है। सूत्रों की मानें तो 29 अगस्‍त को भारतीय सेना ने 150 से 200 चीनी सैनिकों की घुसपैठ की कोशिशों को नोटिस किया था। ये सैनिक पैगोंग झील के दक्षिणी हिस्‍से में यथास्थिति को बदलने की कोशिशें कर रहे थे।

दक्षिणी हिस्‍से में कैंप्‍स लगा रहे थे चीनी

सूत्रों के मुताबिक चीनी सैनिक झील के दक्षिणी हिस्‍से में कैंप्‍स लगा रहे थे। यह वही हिस्‍सा है जहां पर मई माह में दोनों देशों के सैनिकों के बीच टकराव हुआ था। जैसे ही इंडियन आर्मी को इसकी भनक लगी, इस कोशिश को पूरी तरह से विफल कर दिया गया। इस समय झील के दक्षिणी हिस्‍से में भी चीनी सैनिकों को भारी जमावड़ा है। जो बयान सोमवार को सेना की तरफ से जारी किया गया है, उसमें इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि चीन की तरफ से क्‍या भड़काऊ कार्रवाई की गई और सेना ने किस तरह से उनके प्रयासों को विफल किया है। पैंगोंग झील के आसपास स्थिति बहुत तनावपूर्ण बनी हुई है। ऐसी खबरें भी हैं कि श्रीनगर से लेह जाने वाला रास्‍ता पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सिर्फ सेना के वाहनों को जाने की मंजूरी है और असैन्‍य वाहनों का मूवमेंट रोक दिया गया है।

दिल्‍ली में कोरोना संक्रमण के कुल संख्‍या 1 लाख 73 हजार से अधिक, साप्‍ताहिक बाजार खोलने की अनुमति



दिल्‍ली में कोरोना संक्रमण के दो हजार 24 नए मरीजों का पता चला है। इन्‍हें मिलाकर राष्‍ट्रीय राजधानी में संक्रमित व्‍यक्तियों की कुल संख्‍या एक लाख 73 हजार से अधिक हो गई है। दिल्‍ली सरकार के अनुसार, कोरोना वायरस से अब तक एक लाख 54 हजार एक सौ 71 व्यक्ति पूरी तरह स्‍वस्‍थ हो चुके हैं। राज्य में मृतकों की संख्‍या बढ़कर चार हजार चार सौ 26 हो गई।

दिल्‍ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने राष्‍ट्रीय राजधानी में साप्‍ताहिक बाजारों का कामकाज परीक्षण आधार पर छह सितम्‍बर तक बढ़ा दिया है। पिछले सप्‍ताह प्राधिकरण ने परीक्षण आधार पर प्रत्‍येक नगर निगम क्षेत्र में प्रतिदिन एक साप्‍ताहिक बाजार खोलने की अनुमति दी थी। प्रशासन को इन बाजारों में सुरक्षित दूरी बनाये रखने और चेहरे पर मास्‍क लगाने जैसे कोविड संक्रमण के रोकथाम उपाय कड़ाई से लागू करने का निर्देश दिया गया है।

दिल्ली में अगले महीने की 7 सितम्बर से शुरु हो रही मेट्रो ट्रेन में केवल स्मार्ट कार्ड धारक ही यात्रा कर सकेंगे। मेट्रो स्टेशनो पर स्मार्ट कार्ड खरीदने की व्यवस्था रहेगी। स्मार्ट कार्ड्स के रिचार्ज के लिए डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल किया जायेगा। ट्रेन में यात्रियों के बीच एक मीटर की दूरी बनी रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जायेगा।

पूर्वी लद्दाख में भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग त्सो लेक पर चीनी सैनिकों की कोशिश को नाकाम किया



पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के बीच 29/30 अगस्त 2020 की मध्‍यरात्रि में पीएलए (चीनी) सैनिकों ने सैन्य एवं राजनयिक वार्ताओं के दौरान बनी पिछली आम सहमति का उल्लंघन किया और उकसाऊ सैन्‍य कदम उठाते हुए सीमा पर यथास्थिति बदलने की कोशिश की। हालांकि, सतर्क भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग त्सो लेक के दक्षिणी छोर पर पीएलए सैनिकों की इस उकसाऊ कोशिश को पूरी तरह से नाकाम कर दिया और हमारी सैन्‍य स्थिति को सुदृढ़ करने एवं सरहद पर यथास्थिति को एकतरफा ढंग से बदलने के चीनी मंसूबों को विफल करने के लिए ठोस कदम उठाए। भारतीय सेना संवाद के जरिए शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इसके साथ ही अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए भी समान रूप से दृढ़प्रतिज्ञ है। मुद्दों को सुलझाने के लिए चुशुल में ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग प्रगति पर है।

सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना मामले में अधिवक्‍ता प्रशांत भूषण पर एक रूपये का जुर्माना लगाया



सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना मामले में वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता प्रशांत भूषण पर एक रूपये का जुर्माना लगाया है। सुप्रीम कोर्ट ने न्‍यायपालिका के खिलाफ दो ट्वीट करने के लिए उन्‍हें अवमानना का दोषी पाया था। प्रशांत भूषण को 15 सितंबर तक यह जुर्माना न देने पर तीन महीने के कारावास की सजा और वकालत पर तीन वर्ष का प्रतिबंध झेलना होगा। न्‍यायालय ने कहा कि जहां एक ओर अभिव्‍यक्ति की आजादी को कम नहीं किया जा सकता वहीं दूसरों के अधिकारों का भी सम्‍मान किया जाना चाहिए।

14 अगस्‍त के अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत भूषण को न्‍यायालय की अवमानना का दोषी घोषित करते हुए कहा था कि उनके ट्वीट न्‍यायपालिका के कार्यकलापों के खिलाफ सार्वजनिक हित में की गई उचित आलोचना नहीं मानी जा सकती। इससे पहले प्रशांत भूषण ने न्‍यायालय से अपने ट्वीट के लिए यह कहते हुए माफी मांगने से इंकार कर दिया था कि उन्‍होंने जो कुछ भी कहा उस पर उनका पूरा विश्‍वास है और वे उस पर कायम है।

चीनी सैनिकों की आपत्तिजनक हरकत के बाद भारत और चीन के बीच लद्दाख के चुशुल में ब्रिगेड कमांडर-स्तर की वार्ता जारी



चीनी सैनिकों की भडकाऊ हरकत के बाद भारत और चीन के बीच लद्दाख के चुशुल में ब्रिगेड कमांडर-स्तर की वार्ता जारी है। थलसेना ने आज कहा कि चीन के सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के दौरान सैन्य और राजनयिक बातचीत के बाद हुई पिछली आम सहमति का उल्लंघन किया। चीनी सैनिकों ने 29 और तीस अगस्‍त की रात्रि में यथास्थिति को बदलने के आपत्तिजनक प्रयास किए थे। हालांकि, भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग त्सो झील के दक्षिणी किनारे पर हुई इस कार्रवाई को रोकने का समुचित प्रयास किया। सेना ने सीमा पर स्थिति को बदलने के चीन के इरादों को विफल करने के लिए अपनी स्थिति को मजबूत किया है। सेना ने कहा है कि जहां एक ओर वह बातचीत के माध्यम से शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, वहीं अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए भी वह समान रूप से दृढ़ संकल्‍प है।

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन



देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) का निधन हो गया है. बता दें कुछ दिनों पहले उनकी तबीयत बिगड़ गई है. वह दिल्ली स्थित सेना के अस्पताल में भर्ती हैं. अस्पताल की ओर से बताया गया है कि फेफड़ों में संक्रमण की वजह से सेप्टिक शॉक की स्थिति पैदा हो गई है. प्रणब मुखर्जी की इस महीने ब्रेन सर्जरी हुई थी, जिसके बाद से वह कोमा में हैं.

आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल की ओर से आज जारी किए गए बयान में बताया गया है कि बीते दिन से प्रणब मुखर्जी के स्वास्थ्य में गिरावट देखी जा रही है. फेफड़ों में इंफेक्शन की वजह से सेप्टिक शॉक में हैं. डॉक्टरों की एक स्पेशल टीम उनके इलाज में जुटी है. वह अभी भी कोमा में हैं और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है.

बता दें कि बीते दिनों पूर्व राष्ट्रपति की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में भर्ती के दौरान की गई जांच में उनके कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित होने की भी पुष्टि हुई थी. बाद में उनके फेफड़े में संक्रमण हो गया. अस्पताल की ओर से बताया गया था कि उनके गुर्दे भी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं. गौरतलब है कि प्रणब मुखर्जी साल 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्ट्रपति रहे थे.

Sunday, August 30, 2020

Corona Update : देश में एक दिन में रिकॉर्ड 78751 नए मामले 24 घंटों में 723 की मौत


Corona Update : देश में एक दिन में रिकॉर्ड 78,751 नए मामले, 24 घंटों में 723 की मौत
Corona Update : बीते 24 घंटों में नौ लाख से अधिक नमूनों का परीक्षण किया गया है।

Corona Update : जेएनएन, नई दिल्ली : देश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों ने अब तक के सभी आंकड़ों को पीछे छोड़ दिया है। शनिवार को रिकॉर्ड 78 हजार से अधिक नए मामले सामने आए और संक्रमितों का आंकड़ा 35 लाख को पार कर गया। वल्डोमीटर के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका और ब्राजील समेत दुनिया के किसी भी देश में एक दिन में अब तक इतनी बड़ी संख्या में नए केस नहीं मिले हैं। हालांकि, नए मामलों के आंकड़ों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। आंकड़ें एजेंसियों द्वारा विभिन्न स्त्रोतों से एकत्र की गई सूचनाओं पर आधारित हैं।

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से समाचार एजेंसियों और अन्य स्त्रोतों से रात 12 बजे तक मिले आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार देर रात से अब तक 78,751 नए मामले सामने आए हैं और कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 35 लाख 32 हजार 86 हो गई है। इस दौरान 66,049 मरीज ठीक भी हुए और अब तक स्वस्थ हुए लोगों का आंकड़ा 27 लाख छह हजार 137 हो गया। सक्रिय मामले सात लाख 62 हजार 371 रह गए हैं। जबकि, 63,578 लोगों की जान भी जा चुकी है। शनिवार को 953 लोगों की मौत हुई, जिसमें सबसे अधिक महाराष्ट्र में 328, कर्नाटक में 115, तमिलनाडु में 87, आंध्र प्रदेश में 82 और उत्तर प्रदेश में 62 मौतें शामिल हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए अब तक चार करोड़ चार लाख छह हजार 609 नमूनों की जांच का जा चुकी है, इसमें शुक्रवार को हुई नौ लाख 28 हजार 761 नमूनों की जांच भी शामिल है। भारत ने यह उपलब्धि तब हासिल की है, जबकि कोरोना महामारी के सामने आने के वक्त देश में नमूनों की जांच की सुविधा सिर्फ पुणे स्थित एक प्रयोगशाला में ही थी। आज डेढ़ हजार से अधिक प्रयोगशालाओं में कोरोना की जांच की जा रही है।

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10 लाख आबादी पर 29,280 जांच

मंत्रालय ने बताया कि प्रति 10 लाख आबादी पर जांच की संख्या बढ़कर 29,280 हो गई है। संक्रमण की दर गिरकर 8.57 फीसद पर आ गई है। गंभीर रोगियों की संख्या में भारी कमी आई है। इस समय सिर्फ 0.29 फीसद मरीज ही वेंटीलेटर पर हैं। जबकि, 1.93 फीसद मरीज आइसीयू में हैं और 2.88 फीसद मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं।

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महाराष्ट्र में टूटा अब तक रिकॉर्ड

महाराष्ट्र में नए मामलों में अब तक रिकॉर्ड टूट गया है। राज्य में 16,867 नए मामले मिले हैं और कुल संक्रमितों की संख्या सात लाख 64 हजार से अधिक हो गई है। आंध्र प्रदेश में 10,548 नए केस मिले हैं और कुल मरीज 4,14,164 हो गए हैं। राज्य में शनिवार को लगातार चौथे दिन 10 हजार से अधिक नए मामले सामने आए।

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कर्नाटक में एक दिन में 8,324 नए केस

कर्नाटक में 8,324 नए केस मिले हैं और कुल मामले सवा तीन लाख से अधिक हो गए हैं। इसी तरह तमिलनाडु में 6,352 नए मामलों के साथ मरीजों का आंकड़ा 4.15 लाख को पार कर गया है। केरल में 2,397 नए मामलों के साथ कुल संक्रमित 71,700 हो गए हैं।

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दिल्ली में 1,954 नए मामले

दिल्ली में 1,954 नए मामले मिले हैं और कुल संक्रमितों की संख्या एक लाख 71 हजार से अधिक हो गई है। अगस्त के महीने में एक दिन में सामने आए अब तक की यह सबसे बड़ी संख्या है। उत्तर प्रदेश में 5484 नए मामलों के साथ संक्रमितों की संख्या दो लाख 19 हजार को पार कर गई है।

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असम में 15 से खुलेंगे स्कूल

असम के शिक्षा मंत्री हेमंत विश्व सरमा ने कहा कि राज्य में 15 सितंबर से 12वीं और स्नातक अंतिम वर्ष की कक्षाएं लगेंगी। उन्होंने कहा कि वैसे तो ये कक्षाएं प्रयोग के तौर पर 15 दिन के लिए होंगी, लेकिन अगर बीच में किसी छात्र या शिक्षक के संक्रमित पाए जाने पर इन्हें बंद कर दिया जाएगा। सरमा ने यह भी कहा कि राज्य में वित्तीय संकट की स्थिति पैदा हो गई है, जिसके देखते हुए कोरोना मरीजों को दी जा रही कुछ मुफ्त सुविधाएं बंद की जाएंगी। इनमें मरीजों के ठीक होने पर उनके घर तक छोड़ने की सुविधा भी शामिल है।

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कोरोना से कॉलेज के छात्रों पर गहरा असर

योरदोस्त नामक एक संस्था की तरफ से कराए गए अध्ययन में सामने आया है कि कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभाव कॉलेज के छात्रों की मानसिक स्थिति पर पड़ा है। आठ हजार लोगों पर किए गए अध्ययन में यह भी सामने आया है कि छात्रों के बाद नौकरीपेशा लोग कोरोना से प्रभावित हुए हैं।

Saturday, August 29, 2020

एक देश एक चुनाव: केंद्र सरकार ले सकती है बड़ा फैसला, बैठक में सामने आई ये बात


अभी तक भारत में एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर कोई अहम फैसला नहीं लिया गया है, पर केंद्र सरकार कॉमन वोटर लिस्ट के उपयोग पर कुछ सोच-विचार कर रही है। जीं हां मतलब कि लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय चुनाव में एक ही वोटर लिस्ट के उपयोग को लेकर चर्चा चल रही है।

One country one election
एक देश एक चुनाव (फोटो-सोशल मीडिया)

नई दिल्ली। अभी तक भारत में एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर कोई अहम फैसला नहीं लिया गया है, पर केंद्र सरकार कॉमन वोटर लिस्ट के उपयोग पर कुछ सोच-विचार कर रही है। जीं हां मतलब कि लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय चुनाव में एक ही वोटर लिस्ट के उपयोग को लेकर चर्चा चल रही है। फिलहाल इस बारे में कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में बैठक भी हुई थी। जिसमें कुछ ही राज्यों में चुनाव आयोग की तरफ से तैयार किए गए वोटर लिस्ट का उपयोग पंचायत और नगरपालिका चुनाव में किया जाता है।

मुख्य तौर पर दो विकल्पों पर चर्चा

सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा की अध्यक्षता में 13 अगस्त को इस वोटर लिस्ट के इस्तेमाल को लेकर एक बैठक हुई थी। इस बैठक में मुख्य तौर पर दो विकल्पों पर चर्चा हुई थी।

इन दो विकल्पों में सबसे पहले, अनुच्छेद 243K और 243ZA के लिए एक संवैधानिक संशोधन पर विचार किया गया। इस संसोधन के बाद देश में सभी चुनावों के लिए एक ही मतदाता सूची का होना अनिवार्य हो जाएगा।

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एक देश एक चुनाव (फोटो-सोशल मीडिया)

बात करें दूसरे विकल्प के बारे में तो राज्य सरकारों को अपने संबंधित कानूनों को संशोधित करने और नगरपालिका और पंचायत चुनावों के लिए चुनाव आयोग की मतदाता सूची को अपनाने के लिए सहमत करना है।

सूत्रों से मिली रिपोर्ट में दावा किया है कि इस बैठक में कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, विधान सचिव जी नारायण राजू, पंचायती राज सचिव सुनील कुमार और चुनाव आयोग के तीन प्रतिनिधि जिनमें महासचिव उमेश सिन्हा शामिल हुए थे।

ये है अनुच्छेद 324 (1)

नियमानुसार, संविधान का अनुच्छेद 324 (1) चुनाव आयोग को संसद और राज्य विधानसभाओं के सभी चुनावों के लिए वोटर लिस्ट तैयार करने और उसके नियंत्रण का अधिकार देता है। इसे दूसरे शब्दों में बताएं तो चुनाव आयोग स्थानीय निकाय चुनावों के लिए अपने खुद के वोटर लिस्ट तैयार करने के लिए स्वतंत्र हैं।

उत्तराखंड से बड़ी खबर : वैज्ञानिकों के शोध में बड़ा दावा, लहसुन में Corona जैसे वायरस से लड़ने की ताकत!



देहरादून: काउंसिल ऑफ़ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रीयल रिसर्च (CSIR)-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (IIP) देहरादून के वैज्ञानिकों ने लहसुन से जुड़ा एक बड़ा रिसर्च किया है। इस रिसर्च में कुछ ऐसी बातें सामने आई हैं, जिससे लोगों को कोरोना से बचने में मदद मिल सकती है। लहसुन से वायरस संक्रमण पर प्रभावी रोकथाम को लेकर पहली बार आणविक स्तर का सुबूत जुटाया गया है। वैज्ञानिकों का दावा है कि खाने में लहसुन के प्रयोग से कोविड-19 जैसी वायरस जनित बीमारियों का मुकाबला किया जा सकता है।

हिन्दुस्तान में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार अभी तक ये माना जाता रहा है कि पारम्परिक रूप से हल्दी, प्याज, तुलसी, अदरक, दालचीनी, लौंग, काली मिर्च जैसे आम रसोई में इस्तेमाल होने वाले खाद्य सामग्री इन्यूनिटी से मुकाबले में मददगार साबित होती है। लेकिन, ये शरीर के भीतर किस तरह कैमीकल रिएक्शन करते हैं, इसके बारे में जानकारी नहीं थी।

आईआईपी के वैज्ञानिक डाॅ. अनिल सिन्हा ने अपने शोध में पता लगाया है कि लहसुन की एक फांक खाने पर बायोमॉलीक्यूल एलाइल मिथाइल सल्फाइड शरीर के हरेक महत्वपूर्ण हिस्से में कुछ देर में ही पहुंच जाता है और पूरा दिन वायरस से लड़ता रहता है। लहसुन की एक फांक में पांच से 10 मिलीग्राम तक एक्टिव कम्पाउंड एलिसिन पाया जाता है। जो शरीर में वायरस के खिलाफ अनूठी प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर देता है।

उनका सुझाव है कि इस समय कोरोना जैसे वाइरल संक्रमण से बचने के लिए लोगों को अपनी डाइट में लहसुन के प्रयोग को एक निश्चित मात्रा में बढ़ा देना चाहिए। इससे वायरस के खिलाफ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। अंर्तराष्ट्रीय जर्नल बायोमॉलीक्यूलर स्ट्रक्चर एंड डाइनामिक्स में डाॅ. अनिल सिन्हा, सलीम ए. फारुकी, अंकिता शर्मा, अंकित मिश्रा, विकास वर्मा का ये शोध पत्र ‘रिएक्टिविटी ऑफ एलाइल मिथाइल सल्फाइड, द इन-विट्रो मेटाबॉलिक ऑफ गार्लिक, विद सम अमीनो एसिड्स एंड विद फोस्फोलिपिड इन्वोल्वड इन वाइरल इन्फेक्शन्स’ प्रकाशित हुआ है।

मुर्दे को देखकर डॉक्टर बोला-रुको, मैं इसे जिंदा करता हूं...और फिर करने लगा अजीबो-गरीब हरकतें


Shameful act by drunken doctor at Dantewada district hospital kpa


दंतेवाड़ा, छत्तीसगढ़. यह शर्मनाक तस्वीर जिला अस्पताल की है। यहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने नशे की हालत में अपने पेशे को शर्मसार कर दिया। समय पर मरीज को नहीं देखने से उसकी मौत हो गई। इसके बाद भी डॉक्टर को कोई फर्क नहीं पड़ा। वो झूमते हुए मुर्दे में जान फूंकने की बात कहता रहा। मामला सामने आने के बाद डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है।


15 मिनट बाद कुर्सी से उठ सका डॉक्टर
कटेकल्याण के रहने वाले 37 वर्षीय अजमन ठाकुर को तबीयत बिगड़ने पर गुरुवार दोपहर जिला अस्पताल लाया गया था। यहां कैजुएल्टी वार्ड में डॉ. जे पात्रे की ड्यूटी थी। रात को मरीज की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने डॉ. पात्रे से संपर्क किया। उस वक्त डॉक्टर नशे की हालत में थे। वे 5 मिनट का कहकर 15 मिनट बाद मरीज को देखने पहुंचे। वे ठीक से चल भी नहीं पा रहे थे। रात करीब 9 बजे मरीज ने दम तोड़ दिया। हैरानी की बात यह है कि मरीज की मौत के बाद वे नर्स से ऑक्सीजन का इंतजाम करने को बोलने लगे। इसके बाद कहने लगे कि वे मुर्दे में जान फूंक सकते हैं। बाद में जब परिजनों को आक्रोशित देखा, तो गिड़गिड़ाकर बोले कि जितना चाहो पीट लो, लेकिन पत्नी को नहीं बताना।

अजीब हरकतें
डॉक्टर ने बेशर्म से कहा कि अगर वे पहले भी मरीज को देख लेते, तो भी कुछ नहीं कर सकते थे। फिर कहने लगे कि यह एक्सपायर कैसे हुए..इसका पता करना है, तो फॉरेंसिक एक्सपर्ट की सलाह लेनी होगी। अगर वे डॉक्टर को दोषी मानें, तो जेल चला जाऊंगा।
 

यदि आप भी अपने आँखों की रौशनी को बढ़ाना चाहते है तो करे ये उपाय

 दोस्तों ये तो आप सबको पता है कि अभी डिजिटल ज़माना चल रहा है जिसकी वजह से बहुत से लोगो को काफी समय तक कंप्यूटर के पास समय बिताना पड़ता है जिसकी वजह से उनके आँखों की रौशनी दिन प्रति दिन कम होने लगती है, जिसके लिए आज हम आपको कुछ बेस्ट टिप्स बताएंगे, जिसकी मदद से आप आंखों की रोशनी बढा सकते हैं.

  • अगर आप चश्मा लगाते हैं, तो चश्मे के समय को कम करने की कोशिश करें, ऐसे में आप कोशिश करें कि आप सिर्फ काम के समय ही चश्मा पहनें.
  • अपनी आंखों पर कोमल उंगलियों आप गोलाकार रूप में मालिश करें. ऐसे में आप धीमे-धीमे आंखों की मसाज करें. आप अपनी आंखों को प्रेस करने के लिए बीच वाली और तर्जनी उंगली का इस्तेमाल करें. ऐसा करते वक्त आपको हल्का दबाव महसूस होना चाहिए, लेकिन दर्द नहीं होना चाहिए.
  •  जब आप बाहर टहलने के लिए जाएं, तो आप दूरी पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें.
  •  हर दिन जितना संभव हो गाजर के रस का सेवन करें. गाजर विटामिन ए से भरपूर होता है, जो आपके आंखों की रोशनी को हेल्दी बनाए रखने में मददगार होता है. इसके अवाला अगर आप चाहें तो गाजर के रस में एक या दो बूंद जैतून का तेल मिला सकते हैं.

यूपी में 6 IPS अफसरों के तबादले, 1 सितंबर से प्रमोट हो रहे ADG पीवी रामाशास्त्री

कोरोना संकट में बहुत फायदेमंद है SBI की नई ATM से कैश निकासी की सर्विस
यूपी में 6 आईपीएस अफसरों के तबादले किए गए हैं

लखनऊ. उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) में कुछ आईपीएस अफसरों (IPS) के प्रमोशन हुए हैं, वहीं करीब 6 अफसरों की जिम्मेदारी में बदलाव या बढ़ोत्तरी की गई है. इसमें सीनियर आईपीएस पीवी रामाशास्त्री (Senior IPS PV Ramashastri) एक सितंबर से अपर पुलिस महानिदेशक से पुलिस महानिदेशक प्रमोट हो रहे हैं. वह एक सितंबर को प्रमोट होते ही सतर्कता अधिष्ठान में निदेशक की जिम्मेदारी संभालेंगे. अभी भी वह यहीं बतौर अपर पुलिस महानिदेशक तैनात हैं.

आनंद कुमार की बढ़ी जिम्मेदारी

इनके अलावा डीजी कारागार प्रशासन आनंद कुमार भी 1 सितंबर से खाली हो रहे डीजी, नागरिक सुरक्षा के पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभालेंगे. इनके अलावा रामकुमार अपर पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम होने जा रहे हैं. इन अफसरों के अलावा इलामारन जी को अपर पुलिस आयुक्त, गौतमुद्धनगर और गोपाल कृष्ण चौधरी को अपर पुलिस उपायुक्त लखनऊ तैनाती दी गई है.

ये है पूरी लिस्ट

पीवी रामाशास्त्री- एडीजी, सतर्कता अधिष्ठान, लखनऊ से (1 सितंबर) डीजी/डायरेक्टर, सतर्कता अधिष्ठान

आनंद कुमार- डीजी, कारागार प्रशसन एवं सुधार के साथ डीजी नागरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे (1 सितंबर से)

राम कुमार- अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिरीक्षक, पीएसी, मध्य जोन से अपर पुलिस महानिदेशक, साइबर क्राइम, उत्तर प्रदेश लखनऊ

इलामारन जी- आजमगढ़ से अपर पुलिस उपायुक्त, गौतमबुद्धनगर

गोपाल कृष्ण चौधरी- अपर पुलिस अधीक्षक, बुलंदशहर- अपर पुलिस उपायुक्त, लखनऊ

मोहम्मद मुश्ताक- अपर पुलिस अधीक्षक, वाराणसी- अपर पुलिस अधीक्षक, रेलवे, आगरा


भारत विश्व गुरु की भूमिका निभाए, मुस्लिम देशों से बढ़ाए संबंधः उलेमा बोर्ड


विश्व में बदलती परिस्थितियां भारत को अवसर दे रही हैं कि वे विश्व गुरु की भूमिका में अब पूरी तरह से आ जाए। चीन और पाकिस्तान की भारत विरोधी गतिविधियों को दरकिनार करते हुए इजरायल

India should play the role of world guru increase relations with Muslim countries Ulama Board

नई दिल्ली। विश्व में बदलती परिस्थितियां भारत को अवसर दे रही हैं कि वे विश्व गुरु की भूमिका में अब पूरी तरह से आ जाए। चीन और पाकिस्तान की भारत विरोधी गतिविधियों को दरकिनार करते हुए इजरायल, अरब, सहित खाड़ी देश और ईरान जैसे अनेक मुस्लिम  देश भारत के साथ मिलकर एक नयी ताकत बन सकते हैं। ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के उच्च स्तरीय कार्यकारिणी की आज आयोजित ऑनलाईन मीटिंग में एक प्रास्तव पारित कर भारत सरकार से इस संबंध में पहल किए जाने की मांग की गई है।

मीटिंग में बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाही इमाम मौलाना नियाज अहमद कासमी,  राष्ट्रीय महासचिव अल्लामा बुनई हसनी, वर्ल्ड पीस विंग के महासचिव सैयद मुजफ्फर अली, चीफ काज़ी मुफ्ती ताहिर हुसैन तथा बोर्ड उपाध्यक्ष मोहम्मद ओवैस ने हिस्सा लिया। बोर्ड के सदर शाही इमाम कासमी ने कहा कि दुनिया में जो हालात बन रहे हैं उसमें यह तय है कि एशियाई देशों में से ही विश्व की ताकत उभरेगी साथ ही मुस्लिम देशों की ओर से भी एक नए नेतृत्व उभरने की संभावना दिखाई पड़ रही है। ऐसे में हिंदुस्तान सरकार के पास पूरा मौका है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी क्षमता और विश्व में अपने संबंधों का उपयोग करते हुए भारत को विश्व के विकासशील और विकसित देशों का नेतृत्व करने की पहल करें। हिंदुस्तान में विश्व के मुस्लिम देशों के मुकाबले मुसलमानों की आबादी सबसे अधिक है। इसलिए भारत सरकार मुस्लिम देशों का नेतृत्व करने वाले देश अरब और तुर्की व ईरान के साथ अपने संबंध बढ़ाए। 

बोर्ड के राष्ट्रीय महासचिव अल्लामा बुनई हसनी ने कहा कि भारत सरकार आज के हालात को मद्देनजर रखते हुए रुस, इंडोनेशिया, मलेशिया, ईरान, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, इजरायल, फलीस्तीन देशों के साथ वार्ताकर समूह देशों का नेतृत्व करे तो विश्व गुरु की भूमिका में आ सकता है। बोर्ड की उच्च स्तरीय कार्यकारिणी ने विदेशों में भारतीय संस्कृति और बोर्ड के शांति मिशन के प्रसार के लिए सैयद मुजफ्फर अली को वर्ल्ड पीस विंग का महासचिव बनाकर जिम्मेदारी सौंपी है।

इस मुस्लिम देश में अनिवार्य है रामायण पढ़ना, यहां रामायण को दिया जाता है कुरान के बराबर महत्व


हमारी दुनिया बहुत बड़ी है। हजारों सालों से ही हिंदू व मुस्लिम धर्म को अलग अलग रखा गया है। बता दें कि दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश इंडोनेशिया को माना जाता है। क्योंकि इस देश में 12.07 प्रतिशत मुस्लिम लोग निवास करते है। भारत में सिर्फ मुस्लिम जाति का 10.09 प्रतिशत हिस्सा ही निवास करता है। वहीं पाकिस्तान में 11 प्रतिशत हिस्सा निवास करता है।

आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बिताने जा रहे है जो दुनिया का सबसे मुस्लिम देश माना गया है और यहां पर हिंदूओं की तरह रामायण पढ़ना अनिवार्य है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हम बात कर रहे है इंडोनेशिया की। जहां पर कुरान के साथ साथ रामायण को भी उतना ही महत्व दिया जाता है और राम नाम का पाठ किया जाता है। यहां पर कई हिंदू मंदिरो का भी निर्माण किया गया है।इंडोनेशिया की भाषा को ‘बहासा इंदोनेसिया’ कहते हैं. उनकी भाषा पर संस्कृत का काफी प्रभाव दिखता है.

इंडोनेशिया के महान नेता सुकर्णो का नाम महाभारत के किरदार कर्ण से ही लिया गया है. इस देश की सबसे चौंका देने वाली बात है कि यहां पर आधे से ज्यादा लोगों के नाम संस्कृत में रखे गए है।

बताया जाता है कि यहां पर संस्कृत जावानीज भाषा का हिस्सा बन चुकी है. इंडोनेशियाई और जावानीज भाषा में संस्कृत के बोध वाले कई शब्द मिल जाएंगे। बह और शाम नवाज के बाद इंडोनेशिया के लोगों रामायण का भजन भी सुनते हैं और उससे काफी प्रेरित होते हैं। इंडोनेशिया की धर्म सहिष्णुता मिसाल के लायक है. यहां के मुसलमानों और हिंदुओं के मन में दूरियां नहीं है।

Deepak Chahar कोविड-19 टेस्‍ट में पॉजिटिव पाए गए, BCCI ने IPL 2020 का शेड्यूल रोका


नई दिल्‍ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 सीजन को शुक्रवार को तगड़ा झटका लगा जब रिपोर्ट्स आई कि चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स (सीएसके) के कई सदस्‍य कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। यह रिपोर्ट आई है कि कम से कम 10 स्‍टाफ सदस्‍य एक खिलाड़ी सहित वायरस के संपर्क में आए हैं, जिसकी वजह से पूरी टीम को क्‍वारंटीन के लिए जाना पड़ा है। जो खिलाड़ी कोविड-19 की चपेट में आया है, उसकी पहचान तेज गेंदबाज दीपक चाहर के रूप में हुई है। इसका परिणाम यह रहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल-13 के कार्यक्रम की घोषणा को फिलहाल सुरक्षित रखने का फैसला किया है।

deepak chahar
दीपक चाहर

बीसीसीआई से उम्‍मीद की जा रही थी कि इस सप्‍ताह के अंत तक आईपीएल 2020 के कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी क्‍योंकि टूर्नामेंट शुरू होने में अब 20 दिन से कम समय बचा है। अब तक सब सही चल रहा था क्‍योंकि फ्रेंचाइजी ने प्री-आईपीएल कैंप शुरू कर दिया था। आईपीएल कैंप से पहले एक कोविड-19 टेस्‍ट से हर किसी को गुजरना था। जहां 7 फ्रेंचाइजी इस टेस्‍ट में पास हुईं वहीं चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स को तगड़ा झटका लगा है।


जहां इस विकास से उम्‍मीद की जा रही है कि टूर्नामेंट के रद्द होने का खतरा नहीं बढ़ें, वहीं बीसीसीआई ने स्थिति के बेहतर होने तक कार्यक्रम की घोषणा नहीं करने का फैसला किया है। बीसीसीआई के शीर्ष सूत्र ने टाइम्‍स ऑफ इंडिया से कहा, 'स्थिति को संभालने के लिए पर्याप्‍त उपाय किए जा रहे हैं और अचानक से टूर्नामेंट पर कोई खतरा नहीं मंडराया है। मगर इस वजह से कुछ समय के लिए कार्यक्रम की घोषणा को आगे बढ़ाया गया है।'

बीसीसीआई ने जताई थी चिंता

यह ध्‍यान देने वाली बात है कि सीएसके आठ फ्रेंचाइजी में से एकमात्र टीम थी, जिसने यूएई रवाना होने से पहले भारत में कैंप आयोजित किया था। टीओआई के मुताबिक बीसीसीआई ने फ्रेंचाइजी के भारत में कैंप आयोजित करने पर चिंता जाहिर करते हुए इसे रद्द करने की बात कही थी। बीसीसीआई सूत्र ने कहा, 'वरिष्‍ठ बीसीसीआई अधिकारियों ने सीएसके प्रबंधन को भारत में इस तरह का कैंप आयोजित करने पर चेतावनी दी थी।'

सीएसके प्रबंधन ने यह बरकरार रखा कि यूएई रवाना होने से पहले मैदान पर अभ्‍यास जरूरी है और उसने कैंप किया। अब जब कई सदस्‍य कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं, तो सीएसके के सूत्रों का मानना है कि, 'जरूरत है क‍ि किसी में संक्रमण न मिले और यह स्थिति किसी भी फ्रेंचाइजी के साथ हो सकती है। ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जो लंबे ब्रेक के बाद मैदान पर लौटे हैं। एमएस धोनी, सुरेश रैना, दीपक चाहर और अंबाती रायुडू ने मार्च में लॉकडाउन से पहले काफी कम क्रिकेट खेली है। यही वजह है कि सीएसके ने कैंप आयोजित किया ताकि खिलाड़‍ियों को अभ्‍यास का ज्‍यादा समय मिल सके।'

सीएसके का पूरा खेमा चिंतित

चेन्‍नई के खिलाड़ी अब ज्‍यादा समय तक क्‍वारंटीन में रहने वाले हैं और इससे पूरा कैंप चिंतित है। मुंबई इंडियंस और चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स के बीच आईपीएल-13 का पहला मुकाबला खेला जाना था, अगर टी20 लीग अपने पहले कार्यक्रम के मुताबिक आयोजित होती। मगर बीसीसीआई को इसमें अब बदलाव करना पड़ेगा। सीएसके के सूत्र ने कहा, 'यह मुश्किल है, लेकिन पूरी टीम एक ही स्‍थति में है। हमें पता है कि हमें इस देरी को झेलना होगा। जहां तक हमें पता है कि 19 सितंबर को हमें खेलना है और इसके लिए हम मानसिक रूप से तैयार हैं।'

चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स के खिलाड़‍ियों और स्‍टाफ सदस्‍यों के लिए मैदान पर ट्रेनिंग के लिए जाने से पहले कुछ और टेस्‍ट आयोजित हो सकते हैं। यह कब और कैसे होंगे, देखने वाली बात होगी। जहां तक चाहर की बात है, तो वह 14 दिनों तक क्‍वारंटीन रहेंगे। उन्‍हें मैदान पर जाने की तभी अनुमति मिलेगी जब 24 घंटे में दो बार उनकी रिपोर्ट निगेटिव आए।

प्रधानमंत्री मोदी आज रानी लक्ष्‍मीबाई केन्‍द्रीय कृषि विश्‍वविद्यालय के कॉलेज और प्रशासनिक भवनों का उद्घाटन करेंगे



प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रानी लक्ष्मी बाई केन्‍द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कॉलेज और प्रशासन भवनों का उद्घाटन करेंगे। आरएलबी केन्‍द्रीय कृषि विश्‍वविद्यालय झांसी में स्थित है और बुंदेलखंड क्षेत्र का एक प्रमुख संस्थान है।

विश्वविद्यालय ने 2014-15 में अपना पहला शैक्षणिक सत्र शुरू किया और यह कृषि, बागवानी और वानिकी में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कराने जा रहा है। वर्तमान में यहभारतीय चरागाह और चारा अनुसंधान संस्थान, झांसी से काम कर रहा है क्योंकि मुख्य भवनों को तैयार कराया जा रहा था।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्रों के साथ बातचीत करेंगे।

परम तत्व दर्शन