Monday, August 30, 2021

अमेरिका में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट का तांडव, अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की भारी कमी

अमेरिका में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण की भंयकर चपेट में हैं। अमेरिका के कई राज्यों के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। डेल्टा वेरिएंट के चलते पिछले हफ्ते 42 अमेरिकी राज्यों में संक्रमण से मौतों की दर में काफी इजाफा देखने को मिला है। वहीं 14 राज्यों में पिछले एक हफ्ते में कोरोना से होने वाले मौतों की संख्या 50 फीसदी बढ़ गई है। कई राज्यों में ये हालात हैं कि, लोगों को बेड और ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है।

shortages of hospital beds and staff in US hospital coronavirus

अमेरिका के दक्षिण के कुछ हिस्सों में अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी देखने को मिल रही है। क्योंकि लगातार कोविड -19 मामले सामने आ रहे हैं और लोगों का अस्पताल में भर्ती होना जारी है। बताया जा रहा है कि, वे लोगों कोरोना का चपेट में अधिक आ रहे हैं जिन्हें कोरोना की वैक्सीन नहीं ली है। वे खतरनाक वैरिएंट के चपेट में हैं। डेल्टा वेरिएंट ने लाखों अमेरिकियों को अपनी चपेट में ले लिया है।

सीएनएन की रिपोर्ट्स के मुताबिक, फ्लोरिडा, साउथ कैरोलिना, टेक्सास और लुइसियाना के कई अस्पताल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों और अस्पताल सलाहकारों के अनुसार, कुछ को अपनी आरक्षित ऑक्सीजन आपूर्ति का उपयोग करना पड़ रहा है। वह भी खत्म होने की कगार पर है। एक हेल्थकेयर से जुड़ी कंपनी के सीनियर डायरेक्टर डोना क्रॉस ने बताया कि, कोविड -19 मामलों में निरंतर वृद्धि के साथ, ऑक्सीजन की अधिक मांग सामने आ रही है। अस्पताल जरूरत के मुताबिक लोगों को ऑक्सजीन नहीं दे पा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि, आम तौर पर, एक ऑक्सीजन टैंक लगभग 90% भरा होता है, और अस्पताल अपने टैंक को 30-40% के रिफिल स्तर तक नीचे जाने देते हैं, जिससे उन्हें आपूर्ति का तीन से पांच दिन का कॉशन(समय) मिलता है। लेकिन कोरोना के बढ़े मामलों के चलते अस्पताल लगभग 10-20% कॉशन पर चल रहे हैं, जो कि एक से दो दिन की आपूर्ति है, इससे पहले कि वे बैकफिल हो जाएं।

संघीय स्वास्थ्य अधिकारियों और जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को फ्लोरिडा में देश में सबसे अधिक कोविड -19 मरीज सामने आए। जिसमें प्रति 100,000 निवासियों पर 75 लोग कोरोना के शिकार हुए हैं। राज्य के आंकड़ों से पता चलता है कि यह शुक्रवार को कोविड -19 मामलों में एक और महामारी के उच्च स्तर पर पहुंच गया। फ्लोरिडा के जूपिटर मेडिकल सेंटर के डायरेक्टर डॉ. अहमद एल्हाददाद ने सीएनएन को बताया, 'हम लोगों को मरता देख थक गए हैं, क्योंकि उन्होंने अभी तक वैक्सीन नहीं लगी थी।' उन्होंने कहा कि डेल्टा वेरिएंट मरीजों के फेफड़ों को 'खा' रहा है, जिससे लोग मर जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित मरीजों की मौत जल्दी हो रही है।

उन्होंने कहा कि, उनके आईसीयू में जितने भी कोरोना मरीज भर्ती हैं, उनमें से एक भी ऐसा नहीं है जिसने वैक्सीन ली हो। उनका कहना है कि वैक्सीन कोई 'जादुई दवा' नहीं है, लेकिन इससे मौतें रुक रहीं हैं। सरकार के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ, डॉ एंथनी फौसी ने सीएनएन के जेक टॉपर को बताया कि अमेरिका दिसंबर तक कोविड -19 से अतिरिक्त 100,000 मौतों को देख सकता है, जैसा कि वाशिंगटन विश्वविद्यालय के मॉडल द्वारा भविष्यवाणी की गई थी। अब जो हो रहा है वह पूरी तरह से अनुमानित है, लेकिन पूरी तरह से रोका जा सकता है। और आप जानते हैं कि हम जानते हैं कि हमारे पास इसे बदलने के लिए टीकों के साथ साधन हैं।

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