Saturday, January 30, 2021

नहीं हाेंगी कक्षा एक से आठ तक की परीक्षाएं, नतीजे आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर


प्रदेश में पहली से आठवीं कक्षा के छात्रों को इस वर्ष परीक्षा से नहीं गुजरना पड़ेगा। शैक्षणिक सत्र के दौरान दिए गए असाइनमेंट और विद्यालय द्वारा किए गए आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर छात्रों के परीक्षा परिणाम तैयार किए जाएंगे। लोक शिक्षण संचालनालय ने इसे लेकर आदेश जारी कर दिया है। सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और संभागीय संयुक्त संचालकों को लिखे गए खत में इस संदर्भ में विशेष निर्देश दे दिए गए हैं। यह व्यवस्था प्रदेश के सभी शासकीय और निजी स्कूलों पर लागू होगी।

रायपुर. प्रदेश में पहली से आठवीं कक्षा के छात्रों को इस वर्ष परीक्षा से नहीं गुजरना पड़ेगा। शैक्षणिक सत्र के दौरान दिए गए असाइनमेंट और विद्यालय द्वारा किए गए आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर छात्रों के परीक्षा परिणाम तैयार किए जाएंगे। लोक शिक्षण संचालनालय ने इसे लेकर आदेश जारी कर दिया है। सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और संभागीय संयुक्त संचालकों को लिखे गए खत में इस संदर्भ में विशेष निर्देश दे दिए गए हैं। यह व्यवस्था प्रदेश के सभी शासकीय और निजी स्कूलों पर लागू होगी।

कोरोना संक्रमण के चलते यह फैसला लिया गया है। जिन राज्यों में स्कूल खोले गए, वहां छात्रों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद पुन: कक्षाएं बंद करनी पड़ी। सभी स्थितियों की समीक्षा करने के बाद और छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए अब आंतरिक मूल्यांकन को ही मुख्य परिणाम का आधार बनाया जाएगा। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, आदेश के बाद अब पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए स्कूल भी मौजूदा सत्र में नहीं खोले जाएंगे। छात्राें के लिए कक्षाएं अगले शैक्षणिक सत्र से खुलेंगी।

पोर्टल में करना होगा अपडेट

स्कूल बंद रहने के दौरान पढ़ई तुहंर दुआर योजना के अंतर्गत छात्रों की पढ़ाई कई तरीकों से जारी रखी गई थी। छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था की गई थी। जहां यह संभव नहीं हो सका वहां मोहल्ला पाठशाला, बुलटू के बोल जैसी कई चीजों की मदद ली गई। परीक्षाओं के लिए प्रतिकूल स्थित को देखते हुए पहले ही सभी शिक्षकों को नियमित रूप से आंतरिक मूल्यांकन करने निर्देश दे दिए गए थे। छात्रों के मूल्यांकन के बाद इसे पोर्टल में अपडेट करने भी कहा गया था। विविध तरीकों से किए गए आकलन के आधार पर छात्रों को अंकसूची प्रदान की जाएगी।

अनुत्तीर्ण छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था

राष्ट्रीय शिक्षा नीति का अनुपालन करते हुए पहली से आठवीं कक्षा तक के छात्रों को परिणाम के आधार पर पिछली कक्षा में नहीं रोका जाता है। परीक्षा ना होने की स्थिति में भी इस वर्ष यह व्यवस्था लागू रहेगी। यदि कोई छात्र आंतरिक मूल्यांकन में फेल हो जाता है, तो उसके लिए विशेष कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। इसके बाद छात्र का सतत मूल्यांकन करते हुए नतीजे तैयार कर अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा।


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