प्रिय मित्रों जैसा कि आप सभी जानते हैं सनातन धर्म प्राचीनतम धर्म है। 'सनातनो नाम एकोsहि धर्म: अन्यश्च साखा यस्य विशाल तरुवै:।' अर्थात सभी धर्म इसी से बने हैं। सभी धर्मों का मूल सनातन धर्म ही है। जो 'वसुधैव कुटुम्बकम' का संदेश देता है। इस धर्म के लोग ही हमेशा अपने धर्म के प्रति उदासीन हुए फिर व्यक्तिगत स्वर्थपूर्ति के लालच नए धर्म बनाकर उनका अनुपालन करने लगे।
नेताओं और धर्मगुरुओं ने लोगों को मूर्ख बनाकर उन्हें अपने मायाजाल में फसा लिया है। 'बंध्यो कीर मर्कट की नाई।' धर्म और जाति की राजनीति, धर्म और जाति के हिसाब से पूजा और संस्कार मेरे देश के लिए अभिशाप बन गए।
अतः देश के सर्वांगीण विकास तथा देश प्रेम को अनवरत जाग्रत रखने के लिए भारतवर्ष को हिन्दूराष्ट्र घोषित किया जाय।
सिर्फ एक ही धर्म हो और एक ही जाति हो वह है हिन्दू।
उसका पालन न करने वालों की समस्त सरकारी सेवाएं समाप्त कर दी जाएं।
सनातन धर्म में घर वापसी अभियान वैक्सीन की तरह देश भर में संचालित किए जांय।
जब सनातन धर्म पुनः पूरे विश्व मे प्रसारित हो जाएगा विश्वशांति का मंत्र स्वतः प्रभावी हो जाएगा।
प्रेम से बोलो जय श्री राम।
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