नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसा पर प्रदेश में बवाल मचा हुआ है. सियासी बयानबाजी तेज होती जा रही है. मामले में अब ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की भी एंट्री हो चुकी है. उन्होंने घटना को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर धमकी भरे अंदाज में निशाना साधा है. ओवैसी ने कहा कि एमपी में कानून के शासन पर भीड़तंत्र हावी हो चुका है. भले ही सीएम शिवराज सिंह चौहान की विचारधारा मस्जिदों को नापाक करने और बुजुर्गों पर हमले को सही ठहराती हो, लेकिन उन्हें नहीं भूलना चाहिए कि वे संवैधानिक पद पर बैठे हैं.
'आज उनकी सरकार है, कल नहीं होगी'
शिवराज सरकार पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि सत्ता के नशे में गरीबों के आशियाने उजाड़े जा रहे हैं. उन्हें याद रहे कि आज उनकी सरकार है, कल नहीं होगी. जनता की जान-माल की सुरक्षा उनकी जिम्मेदारी है. 10 अप्रैल को राम नवमी के मौके पर खरगोन में शोभायात्रा निकाली जा रही थी. यात्रा के दौरान कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया था. इसके बाद क्षेत्र में हिंसा शुरू हो गई थी, जो काफी बढ़ गई. घटनाक्रम में आम जनता सहित 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, जिसके बाद जिला प्रशासन ने आरोपियों के घर गिरा दिए. ओवैसी शिवराज सरकार की इस कार्रवाई को एकतरफा बता रहे हैं. ये बयानबाजी अगले साल 2023 में मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए हो रही है. ओवैसी भी इस बार एमपी चुनाव में उतरने के मूड में हैं. उनकी पार्टी की एमपी चुनाव में एंट्री को लेकर कई कयास लग रहे हैं.
दिग्विजय सिंह का फेक ट्वीट
खरगोन हिंसा मामले में इस समय दिग्विजय सिंह का एक फेक ट्वीट भी चर्चा में है. दिग्विजय ने एक फोटो के साथ ट्वीट कर शिवराज सरकार पर निशाना साधा था, जिसपर खुद सीएम ने नाराजगी जाहिर की और उनके खिलाफ एक्शन की बात कही है. सीएम ने कहा दिग्विजय सिंह ने एक धार्मिक स्थल पर युवक द्वारा भगवा झंडा फहराने का फोटो सहित ट्वीट किया है. वह मध्यप्रदेश का नहीं है. श्री दिग्विजय सिंह का यह ट्वीट प्रदेश में धार्मिक उन्माद फैलाने का षड्यंत्र है और प्रदेश को दंगे की आग में झोंकने की साजिश है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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