यूपी में इन दिनों अनामिका शुक्ला का नाम हर किसी की जुबान पर है, क्योंकि यहीं वो नाम है जिसके जरिये शिक्षा विभाग के सबसे अनोखे फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया है। इस मामले में पुलिस अब रात-दिन एक करके मुख्य आरोपी की तलाश कर रही हैं। वहीं गुरुवार को कासगंज पुलिस ने मैनपुरी से फर्जीवाड़ा करने वाले मास्टरमाइंड के शिक्षक भाई को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक मास्टरमाइंड जसवंत सिंह बीए फेल है और उसने वैभव कुमार के नाम से फर्जी दस्तावेज लगा कर नौकरी हासिल की थी। उसका भाई राज उर्फ नीतू उर्फ पुष्पेंद्र असली मास्टरमाइंड है जो अभी फरार है। एसपी ने बताया कि सबसे पहले इस गैंग ने दीप्ति नाम की लड़की की नौकरी पूर्वांचल के किसी जिले में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में लगवाई थी। उसके बाद उसने अपने भाई जसवंत की नौकरी लगवाई थी। अब तक पूरे प्रदेश में 25 से अधिक लड़कियों को नौकरी लगवा चुका है।
इससे पहले कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय फरीदपुर में अनामिका शुक्ला के नाम से पढ़ा रही फर्रुखाबाद की सुप्रिया जाटव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वहीं पूछताछ में उसने मैनपुरी निवासी राज और अमरकांत के नाम बताए। राज ने उसको अनामिका के दस्तावेज डेढ़ लाख रुपए में बेचे थे। इस बीच पुलिस ने उसके भाई जसवंत सिंह उर्फ वैभव कुमार को गिरफ्तार किया है। यह शिक्षक के रूप कन्नौज जिले में तैनात है।
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