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Tuesday, March 12, 2024
Wednesday, June 28, 2023
'PoK लेने के लिए हमें ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ेगा'-राजनाथ सिंह
श्रीनगर: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज यानी सोमवार (26 जून) को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि PoK को अब भारत में मिलाने की मांग उठने लगी है, वहां हमें अधिक कुछ करना नहीं पड़ेगा. जम्मू में राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित एक सम्मेलन में राजनाथ सिंह ने 1947 में भारत से अलग होकर मुस्लिम देश बने पाकिस्तान पर निशाना साधा और आतंकवाद को लेकर पड़ोसी मुल्क को फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के कार्यकाल में देश ने आतंकवाद के खिलाफ बड़े एक्शन लिए हैं.
PoK को लेकर रक्षा मंत्री ने कहा कि वहां के लोग ही निरंतर भारत में शामिल होने की मांग कर रहे हैं, ऐसे में हमें अधिक कुछ करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. पाकिस्तान के साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को लेकर भी बयान दिया और कहा कि हमारी सेना ने चीन को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर मुंहतोड़ जवाब दिया है. पाकिस्तान की धरती से फैलने वाले आतंकवाद को लेकर रक्षा मंत्री ने कहा कि जब 2019 में पुलवामा आतंकी हमला हुआ, तब पीएम मोदी ने दस मिनट के अंदर ही एक्शन का फैसला ले लिया था. उसी के बाद भारतीय वायुसेना ने बॉर्डर पार जाकर आतंकियों का सफाया किया. राजनाथ ने साफ किया कि यदि आवश्यकता पड़ती है, तो भारत बॉर्डर के उस पार जाकर और घर में घुसकर भी दुश्मनों का खात्मा कर सकता है.
बता दें कि पाकिस्तान में बीते कुछ समय से हालात बेहद दयनीय है, राजनीतिक मोर्चे पर पाकिस्तान का हाल बहुत खराब है. इस बीच PoK में भी पाकिस्तानी हुकूमत के खिलाफ वक्त-वक्त पर प्रदर्शन होते रहते हैं. यही वजह है कि PoK के मोर्चे पर भारत सरकार की निगाहें बनी हुईं है, इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ये बयान बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है.
Friday, June 23, 2023
चीन की नींद उड़ाएगा 'प्रलय', एस-400 तैनात, राफेल-सुखोई का भी करेंगे इस्तेमाल
वायुसेना से जुड़े सूत्रों की मानें तो वायुसेना की एक्सरसाइज 'प्रलय' को सभी प्रमुख एयरबेस से अंजाम दिया जाएगा। इस एक्सरसाइज का हिस्सा हाल ही में तैनात किए गए ड्रोन स्क्वाड्रन भी होंगे। अधिकारियों की मानें तो हाल ही के महीनों में दूसरी कमांड लेवल एक्सरसाइज है। जिसमें ट्रांसपोर्ट और अन्य विमानों सहित राफेल,सुखोई-30 लड़ाकू विमान भी दिखाई देंगे।
एस-400 भी तैनात
'प्रलय' एक्सरसाइज ऐसे समय में हो रही है जब भारतीय वायुसेना ने एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय कर दिया है। जो दुश्मन देश के किसी भी विमान या मिसाइल को 400 किलोमीटर की दूरी पर मार गिराने में सक्षम है। बता दें एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम दुनिया के कुछ ही देशों के पास है। भारत ने इस सिस्टम को रूस से अरबों डॉलर में खरीदा है।
डोकलाम क्षेत्र में बढ़ रही डैगन की गतिविधि
Monday, June 12, 2023
22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में विराजमान होंगे रामलला
राम मंदिर ट्रस्ट ने 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पीएम मोदी को न्योता भेजा था, जिसको लेकर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है

22 जनवरी 2024 वो तारीख है, जिस दिन राम मंदिर के दर्शन के लिए करोड़ों भक्तों का इंतजार खत्म हो जाएगा. यही वो दिन होगा जब भगवान रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय देश के सभी क्षेत्रों के मंदिरों को सजाया जाएगा, कहीं-कहीं श्री राम जन्मभूमि मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को वर्चुअल तरीके से देश के अलग-अलग स्थानों पर भी दिखाया जाएगा. क्राउड मैनेजमेंट को लेकर भी पूरी विस्तृत योजना तैयार की गई है. इतना ही नहीं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान वास्तु पूजा से लेकर विभिन्न अनुष्ठान और पूजन भी किए जाएंगे.
Sunday, June 11, 2023
मोदी सरकार की 9 साल की उपलब्धियाँ: प्रताप मिश्रा
सत्ता, संपन्नता, शिखर-सफलता से अधिक महत्वपूर्ण है- संघर्ष की क्षमता और जीवन मूल्यों की दृढ़ता। इसलिए नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री पद और नौ वर्षों की सफलताओं के विश्लेषण से अधिक महत्ता उनकी संघर्ष यात्रा और हर पड़ाव पर विजय की चर्चा करना श्रेयस्कर लगता है। सत्ता और संबंधों को बनाने से अधिक महत्व उनकी निरंतरता का है। राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए गए अनथक कार्यों और उपलब्धियों के बावजूद 2023 -2024 न केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वरन उनकी पार्टी भाजपा और लोकतंत्र के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का दायित्व प्रशासन से अधिक कार्यकर्ताओं और समर्थकों , सामाजिक संगठनों का है।
इस संकल्प का सबसे बड़ा प्रमाण भाजपा को पूर्ण बहुमत के साथ दूसरी बार सत्ता में आने के कुछ ही महीनों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने बाकायदा संसद की स्वीकृति के साथ कश्मीर के लिए बनी अस्थायी व्यवस्था की धारा 370 की दीवार ध्वस्त कर लोकतांत्रिक इतिहास का नया अध्याय लिख दिया। सामान्यत: लोगों को गलतफहमी है कि मोदी जी को यह विचार तात्कालिक राजनीतिक-आर्थिक स्थितियों के कारण आया। हम जैसे पत्रकारों को याद है है कि 1995-96 से भारतीय जनता पार्टी के महासचिव के रूप में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल के साथ जम्मू-कश्मीर में संगठन को सक्रिय करने के लिए पूरे सामर्थ्य के साथ जुट गए थे। हम लोगों से चर्चा के दौरान भी जम्मू-कश्मीर अधिक केन्द्रित होता था, क्योंकि भाजपा को वहां राजनीतिक जमीन तैयार करनी थी। संघ में रहते हुए भी वह जम्मू-कश्मीर की यात्राएं करते रहे थे। लेकिन नब्बे के दशक में आतंकवाद चरम पर था। अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की भारत-यात्रा के दौरान कश्मीर के छत्तीसिंगपुरा में आतंकवादियों ने 36 सिखों की नृशंस हत्या कर दी। प्रदेश प्रभारी के नाते नरेन्द्र मोदी तत्काल कश्मीर रवाना हो गए। बिना किसी सुरक्षाकर्मी या पुलिस सहायता के नरेन्द्र मोदी सड़क मार्ग से प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गए। तब फारूख अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थे। जब पता लगा तो उन्होंने फोन कर जानना चाहा कि 'आप वहां कैसे पहुंच गए। आतंकवादियों द्वारा यहां वहां रास्तों में भी बारूद बिछाए जाने की सूचना है। आपके खतरा मोल लेने से मैं स्वयं मुश्किल में पड़ जाऊंगा। यही नहीं उन्होंने पार्टी प्रमुख लालकृष्ण आडवाणी जी से शिकायत की कि, आपका यह सहयोगी बिना बताए किसी भी समय सुरक्षा के बिना घूम रहा है। यह गलत है। आडवाणी जी ने भी फोन किया। तब भी नरेन्द्र भाई ने विनम्रता से उत्तर दिया कि मृतकों के अंतिम संस्कार के बाद ही वापस आऊंगा। असल में सबको उनका जवाब होता था कि 'अपना कर्तव्य पालन करने के लिए मुझे जीवन-मृत्यु की परवाह नहीं होती। जम्मू-कश्मीर के दुर्गम इलाकों-गांवों में निर्भीक यात्राओं के कारण वह जम्मू-कश्मीर की समस्याओं को समझते हुए उसे भारत के सुखी-संपन्न प्रदेशों की तरह विकसित करने का संकल्प संजोए हुए थे। वैसे भी हिमालय की वादियां युवा काल से उनके दिल दिमाग पर छाई रही हैं। लेह-लद्दाख में जहां लोग ऑक्सीजन की कमी से विचलित हो जाते हैं, नरेन्द्र मोदी को कोई समस्या नहीं होती। उन दिनों लद्दाख के अलावा वह तिब्बत, मानसरोवर और कैलाश पर्वत की यात्रा भी 2001 से पहले कर आए थे। तभी उन्होंने यह सपना भी देखा कि कभी लेह के रास्ते हजारों भारतीय कैलाश मानसरोवर जा सकेंगे। यह रास्ता सबसे सुगम होगा। पिछले कुछ महीनों में दिख रहे बदलाव से विश्वास होने लगा है कि कि लद्दाख और कश्मीर आने वाले वर्षों में स्विजरलैंड से अधिक सुगम, आकर्षक और सुविधा संपन्न हो जाएगा। अमेरिका , यूरोप ही नहीं चीन के साथ भी सम्बन्ध सुधारने के प्रयास सम्पूर्ण जम्मू-कश्मीर लद्दाख को सुखी संपन्न बनाना रहा है। सारे तनाव के बावजूद जी -20 देशों के संगठन की अध्यक्षता मिलने से चीन और पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाने की सुविधा हो गई है। लद्दाख को केंद्र शासित बनाने की मांग को पूरी करने के साथ जम्मू-कश्मीर को भी फिलहाल केंद्र शासित रखा और नागरिकों को भी सम्पूर्ण भारत में लागू सुविधाओं - कानूनों का प्रावधान कर दिया। तभी तो पाकिस्तान के साथ चीन भड़का। लेकिन सेना को पूरी छूट देकर मोदी सरकार ने सुनिश्चित किया कि भारत की एक इंच जमीन पर भी चीन के दानवी पैर न पड़ सकें। हिमालय की तरह नर्मदा उनके दिल से जुड़ी हुई है। असली खुशी यह रही कि विवादों से हटकर पचास वर्षों से लटका नर्मदा सरकार सरोवर बांध का निर्माण पूरा होने के बाद लाखों किसानों को खेती तथा गांवों को पीने का पानी भी पहुंच रहा है।
Saturday, June 10, 2023
‘मंदिर को बम से उड़ाकर यहाँ मस्जिद बनवाऊँगा’: श्रीचंडी सिद्धपीठ में घुसकर नमाज पढ़ने वाला अनवर गिरफ्तार, गजवा-ए-हिंद के नारे लगा मचाया था उत्पात
हापुड़ के श्रीचंडी सिद्धपीठ मंदिर में युवक कुछ देर टहलने के बाद उसने चादर बिछाकर नमाज पढ़ने लगा। इस पर मंदिर के पुजारी और वहाँ मौजूद लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की। इस पर वह भड़क गया और उनके साथ गाली-गलौज करने लगा। इसके बाद उसने मंदिर में गजवा-ए-हिंद के नारे लगाए और मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी।
उत्तर प्रदेश के हापुड़ में मंदिर में नमाज पढ़ने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। आरोपित की पहचान अनवर के रूप में हुई। आरोप है कि अनवर ने मंदिर में नमाज पढ़ने के साथ ही गजवा-ए-हिंद के नारे लगाते हुए मंदिर को बम से उड़ा वहाँ मस्जिद बनाने की धमकी दी। घटना शुक्रवार (9 जून 2023) की है।
मामला हापुड़ के श्रीचंडी सिद्धपीठ मंदिर का है। यहाँ सुबह करीब 4:40 बजे एक युवक मंदिर में घुस गया। कुछ देर टहलने के बाद उसने चादर बिछाकर नमाज पढ़नी शुरू कर दी। इस पर मंदिर के पुजारी और वहाँ मौजूद लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की। इस पर वह भड़क गया और उनके साथ गाली-गलौज करने लगा। अभद्रता के बाद भी वहाँ मौजूद लोग उसे मंदिर से जाने के लिए कह रहे थे। इस पर उसने अगले जुमे को नमाज पढ़ने की धमकी दी।
यही नहीं, अनवर ने मंदिर परिसर में गजवा-ए-हिंद का नारे लगाते हुए मंदिर को बम से उड़ाने और वहाँ मस्जिद बनाने की धमकी दी। इसके बाद उसने मंदिर में लूटपाट करने की धमकी देते हुए दावा किया था कि मंदिर के बाहर उसके अन्य साथी भी मौजूद हैं। हालाँकि इसके बाद मंदिर के पुजारियों और श्रद्धालुओं ने उसे मंदिर परिसर से भगा दिया। इस मामले की जानकारी जैसे ही इलाके में फैली, भारी संख्या में लोग मंदिर के पास इकट्ठा होकर हँगामा करने लगे।
इस घटना से नाराज व्यापारी वर्ग ने भी बंद की चेतावनी दे दी। मामले की सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुँच गई। पुलिस के साथ ही डीएम, एसपी समेत आला अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुँचे और लोगों को शांत कराया। पुलिस ने मंदिर परिसर से सीसीटीवी फुटेज लेकर मामले की जाँच शुरू की थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने अनवर को गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ धारा 295, 295A, 298, IPC की धारा 153A ज तहत मामला दर्ज किया गया।
शुरुआती जाँच के आधार पर पुलिस इस मामले में किसी भी प्रकार के षड्यंत्र की बात से इनकार करते हुए आरोपित से कड़ी पूछताछ की बात कर रही है। वहीं, दूसरी ओर मंदिर के पुजारियों व अन्य लोगों ने मंदिर परिसर को गंगाजल से धुलकर वहाँ पूजा अर्चना की।
Thursday, June 8, 2023
'ब्राह्मण द ग्रेट' किताब लिखने वाले IAS नियाज खान की मुसलमानों को नई सलाह...
दुनिया में मुस्लिम ही आतंकवाद फैलाने का दावा करने वाले और ब्राह्माणों की महानता पर अध्ययन करने वाले मध्य प्रदेश के आईएएस अधिकारी नियाज खान ने दमोह गंगा-जमुना स्कूल में विवाद के बीच मुसलमानों को सलाह दी है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम भाई भी गौ रक्षक बनें, धर्म परिवर्तन का विरोध करें, किसी का धर्म ना बदलवाएं. उन्होंने इसे लेकर ट्वीट किया है, जो काफी वायरल हो रहा है.
क्या लिखा ट्वीट में ?
नियाज खान ने गुरुवार सुबह एक ट्वीट कर लिखा - मुस्लिम भाई भी गोरक्षक बनें, धर्म परिवर्तन का विरोध करें, किसी का धर्म ना बदलवाएं. जबरन धर्म बदलवाना इस्लाम में प्रतिबंधित है. अगर शाकाहार अपना सकें तो यह एक बेहतरीन प्रयास होगा. यद्यपि शाकाहारी बनने को बाध्य नही किया जा सकता। हर मुस्लिम भाई ब्राह्मणों से मधुर संबंध रखें.
ब्राह्मणों पर लिख चुके किताब
बता दें कि नियाज खान उपन्यासकार भी हैं. उनके 8 उपन्यास अभी तक प्रकाशित किए जा चुके हैं. उनका पिछला उपन्यास ब्राह्मण द ग्रेट काफी प्रचलित हुआ था. जिसमें उन्होंने ब्राह्मण को लेकर कहा था कि ब्राह्मण का सुपर ब्रेन होता है. चार महीने पहले बाजार में आई इस किताब में उन्होंने ये भी लिखा था कि जब-जब सड़क पर चोटी-जनेऊधारी ब्राह्मण नंगे पांव निकलता है तो वह साक्षात भगवान का रूप होता है. नियाज खान अक्सर विवादों में भी रहते हैं.
नियाज खान मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. नियाज खान अपने धर्म की हिंसक छवि को मिटाने के लिए भी रिसर्च कर रहे हैं. उनका मानना है कि इस्लाम के बदनाम होने के पीछे कई संगठनों की खराब छवि है. नियाज खान अब तक आधा दर्जन से ज्यादा किताबें भी लिख चुके है. इसके अलावा वो अबू सलेम पर भी किताब लिख चुके हैं. वे हिंदू धर्म से भी काफी प्रभावित नजर आते हैं. इसके अलावा पिछले साल कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर उनकी टिप्पणी की वजह से परेशानी से घिरे थे.
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लखनऊ उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों में हाहाकार मचा हुआ है। यूपी की योगी सरकार सरकारी विभागों में कार्यरत 50 साल से अधिक उम्र वालों को जब...
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यदि भारत में ब्राह्मण न होते तो हम पूरे देश को ईसाई बना देते - सेंट फ्रांसिस गजवा ए हिंद की राह में रोड़ा अटकाने वाले ब्राह्मण ह...
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एनआईए ने अलकायदा से जुड़े आतंकी को किया गिरफ्तार लखनऊ में IED ब्लास्ट करने की साजिश आतंकी हमलों के लिए युवाओं की कर रहा था भर्ती लखनऊ: ...