Tuesday, June 30, 2020

चीन को भारत से पंगा लेना पड़ा महंगा, UN में पड़ा अलग-थलग, इन देशों को मिला भारत का साथ

इस संवेदनशील समय में भारत हर वो दांव चलना चाहता है, जिससे की चीन को वैश्विक समुदाय में पटखनी दी जाए। वहीं भारत का हर दांव सफल होता हुआ भी नजर आ रहा है। आर्थिक मोर्चे के बाद भारत का UN में भी चला दांव काम आ गया है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सभी देश भारत के पक्ष में नजर आ रहे हैं। यह सभी देश चीनी मसले को लेकर भारत का समर्थन कर रहे हैं। वहीं भारत को मिले इस समर्थन से अब चीन यूएन में अलग-थलग पड़ चुका है। चाहे वो फ्रांस हो या रूस या फिर ब्रिटेन या शुरू से हमारे सामरिक सहयोगी रहे अमेरिका..हर कोई चीन मसले को लेकर भारत का समर्थन कर रहे हैं। जिससे एक तरफ जहां ड्रैगन अंदर-अंदर ही खुन्नस खा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ अब वो यूएन के साथ-साथ पूरे वैश्विक समुदाय में भी अलग-थलग पड़ चुका है।

अमेरिका
वहीं बात अगर अमेरिका की करें तो कोरोना काल की शुरूआत से ही अमेरिका चीन के खिलाफ भड़का हुआ है और लगातार उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कह रहा है। अब भारत चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर अमेरिका भारत का सबसे बड़ा सहयोगी बनकर उभर रहा है। चीन के खिलाफ भारत के साथ अमेरिका ने भी मोर्चा  खोल दिया है। बता दें कि संयुक्त राज्य अमेरिका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है। अमेरिका यूएन में एक शक्तिशाली देश माना

जाता है। जिससे चीन अब अलग थलग पड़ चुका है। यहां तक की अब तो अमेरिका ने यूरोप से अपने सैनिकों को निकालकर एशिया में तैनात करना शुरू कर दिया है। हिंद और प्रशांत  महासागर में भी उसने विमानवाहक पोत चीन की निगारानी के लिए तैनात कर दिए हैं। अमेरिका के इन कदमों से चीन यकीनन सकते में आ चुका है और भारत का पक्ष मजबूत होता जा रहा है। अमेरिका हमेशा से भारत का सामरिक सहयोगी रहा है और इस बार भी कुछ ऐसे ही संकेत देखने को मिल रहे हैं

रूस 
भारत और रूस के रिश्ते बेहद पुराने हैं और रूस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है। हाल ही में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक परेड कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए चार दिवसीय रूस दौरे पर गए थे। जहां पर उन्होंने रूस के उप प्रधानमंत्री से बात की और रूस ने भारत को भरोसा दिलाया है कि वह बहुत जल्द ही भारत को

 आधुनिक हथियार उपलब्ध कराएगा। बता दें कि रूस जैसे शक्तिशाली देश के भारत के समर्थन में आ जाने से चीन अब यकीनन खौफ में आ चुका है।

फ्रांस 
फ्रांस भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य देश है। वहीं इस संवेदनशील समय में रूस के भारत के समर्थन में आ जाने से चीन अब यकीनन अकेला पड़ चुका है। फ्रांस के रिश्ते भारत के साथ कुछ इस तरह के हैं, जहां पहले कभी रूस के भारत के साथ थे। हालांकि रूस की मित्रता चीन के साथ भी है, लेकिन कई अहम मौकों पर उसने

 भारत के पक्ष में आने से कोई गुरेज नहीं किया है। वहीं इस बार भी कुछ ऐसे ही संकेत देखने को मिल रहे हैं, जो कि हमारे लिए राहतभरे संकेत हैं।

ब्रिटेन 
ऐसी स्थिति में जब भारत और चीन के बीच विवाद अपने चरम पर है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के इतने शक्तिशाली देश इस मसले को लेकर भारत का साथ दे रहे हैं, तो यकीनन ब्रिटेन ने भी इस मसले की गंभीरता को भांपते हुए भारत का

 साथ देना जरूरी समझा है। वहीं भारत भी लगाार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ज्वंलत मुद्दों को लेकर इन देशों को अपने पक्ष में करने में काफी हद तक कामयाब रहा है, जिससे चीन अब अलग थलग पड़ चुका है।

निष्कर्ष: वहीं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इतने सारे शक्तिशाली देशों के भारत के समर्थन में आने से भारत का पलड़ा यूएन में भारी पड़ रहा है। जिससे चीन अब वैश्विक मंच पर अलग थलग पड़ चुका है।

चीन की चालबाजी में फंसा नेपाल, जमीन के बाद अब नेपाली एयरबेस पर कब्जा करना चाहता है ड्रैगन

दुनिया जानती है कि भूमाफिया चीन मदद के नाम पर दूसरे देश को कब्जा करने और उन्हें गुलाम बनाने की साजिश रचता है। पहले पाकिस्तान और अब नेपाल चीन की इसी साज़िश में पूरी तरह से फंसता जा रहा है। .नेपाल सोच रहा है कि उसका सबसे करीब चीन उसके देश में विकास कर रहा है लेकिन वो उस साज़िश को समझ नहीं पा रहा है जिसे जिंपिंग ने रच रखा है।

नई दिल्ली: पूरी दुनिया जानती है कि भूमाफिया चीन मदद के नाम पर दूसरे देश को कब्जा करने और उन्हें गुलाम बनाने की साजिश रचता है। पहले पाकिस्तान और अब नेपाल चीन की इसी साज़िश में पूरी तरह से फंसता जा रहा है। .नेपाल सोच रहा है कि उसका सबसे करीब चीन उसके देश में विकास कर रहा है लेकिन वो उस साज़िश को समझ नहीं पा रहा है जिसे जिंपिंग ने रच रखा है।

नेपाल में छोटे-छोटे विमान उड़ रहे हैं, उतर रहे हैं, सड़कें बन रही हैं, मज़बूत इमारतों का निर्माण हो रहा है। जेसीबी मशीनें लगी हुई हैं। चारों तरफ कंट्रक्शन का काम चल रहा है। ज़मीन नेपाल की है, लेकिन कंस्ट्रक्शन चीन कर रहा है। 60 फीसदी मज़दूर और इंजीनियर चीन के हैं और हर कंस्ट्रक्शन साइट पर चीन का बाकायदा बोर्ड लगा हुआ है।

नेपाल में चीन का निर्माण बहुत तेज़ी से चल रहा है। नेपाल की ज़मीन पर जिंपिंग ने ऐसा जाल बिछा दिया है कि नेपाल कब चीन का गुलाम बन जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। चीन के इस निर्माण में एयरबेस, लंबी-लंबी सड़कें, एयरपोर्ट, रेस्ट्रां, पांच सितारा होटल सब शामिल है।

नेपाल के पोखरा एयरपोर्ट पर चीन विस्तार कर रहा है। कोरोना काल में काम ठप था, लेकिन जैसे काम खुला वैसे ही चीन के काम में तेज़ी आ गई। अब चीन की नजर नेपाल के एयरबेस पर है। नेपाल के सबसे बड़े पर्यटक स्थल पोखरा में चीन एयरपोर्ट की निर्माण कर रहा है। जिसके बदले नेपाल को 22 अरब  नेपाली रुपया कर्ज दिया गया है। इस एयरपोर्ट का निर्माण 11 august 2018 से शुरु किया गया है। जिसमें  60 फीसदी चीनी मजदूर के द्वारा निर्माण कराया जा रहा है।

पोखरा एयरपोर्ट तैयार होने वाला है। वहीं नेपाल के भैरावा में गौतम बुद्ध एअरपोर्ट भी चाइना ने  बनाकर तैयार कर दिया है और तो  तो और चीन से लगी सीमा पर लूकला एयरपोर्ट का निर्माण भी चीन ने किया है जो परी तरह से ऑपरेशनल है।

दरअसल चीन की निगाह नेपाल में सड़क और 5जी टावर लगाने के बाद अब एयर बेस बनाने पर है। जिसके जरिए नेपाल के एयरबेस पर अपना कब्जा जमाना चाहता है। आपको बताते चलें कि चीन ने नेपाल से सटे सभी सीमाओं पर अपना सड़क निर्माण कर दिया है साथ ही माउंट एवरेस्ट और सीमावर्ती इलाकों में 5G टावर भी लगा दिया है।

दरअसल चीन की नीति गरीब मुल्कों के कर्ज़ लादकर उस पर अपनी हुकूमत बरकरा रखना चाहता है। पाकिस्तान, श्रीलंका और बांगलदेश की तरह चीन नेपाल को कर्ज़ में डुबा कर वहां पर अपना कब्ज़ा जमाना चाहता है। दिनों दिन ओली की सरकार उसके चाल में फंसती ही जा रही है। कर्ज़ का यही आलम रहा तो 1 दिन  नेपाल को अपना एयर बेस भी गंवाना पड़ सकता है। हालांकि इसको लेकर अब देश के तराई में इसका विरोध प्रदर्शन शुरू हो चुका है लेकिन केंद्र की ओली सरकार अनुदान के नाम पर जनता को गुमराह कर चाइना के द्वारा जगह जगह निर्माण कर वा रही है ।

भारत ने 59 ऐप बैन किए तो चीन को सताने लगा डर, अपनी कंपनियों को दी ये चेतावनी

भारत ने 59 ऐप बैन किए तो चीन को सताने लगा डर, अपनी कंपनियों को दी ये चेतावनी

लद्दाख में चीन से जारी सैन्य तनाव के बीच भारत ने आर्थिक मोर्चे पर भी चीन को घेरना शुरू कर दिया है. भारतीय कंपनियों में विदेशी निवेश के नियमों को सख्त करने के बाद अब भारत सरकार ने सुरक्षा कारणों से टिक टॉक समेत 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया है. भारत के सख्त फैसलों से चीन को हो रहे आर्थिक नुकसान को लेकर चीनी मीडिया से तीखी प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं.

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भारत ने 59 ऐप बैन किए तो चीन को सताने लगा डर, अपनी कंपनियों को दी ये चेतावनी

चीन की सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के संपादक हु शिजिन ने भारत में 59 चीनी ऐप बैन होने के बाद ट्वीट में तंज किया, 'अगर चीनी लोग भारतीय वस्तुओं का बहिष्कार करना भी चाहें तो उन्हें बहुत भारतीय वस्तुएं मिलेंगी ही नहीं.' इसके बाद उन्होंने 'भारतीय दोस्तों' को आगाह करने की कोशिश की कि राष्ट्रवाद से ज्यादा कई दूसरी चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है.

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भारत ने 59 ऐप बैन किए तो चीन को सताने लगा डर, अपनी कंपनियों को दी ये चेतावनी

चीन की सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में भी एक लेख छपा है जिसमें भारत में राष्ट्रवाद के उभार से व्यापार को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई गई है. ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, "चीन के खिलाफ भारत में बढ़ते राष्ट्रवाद की आंच अब आर्थिक क्षेत्र तक पहुंच गई है. कोरोना वायरस महामारी के संकट और भारत-चीन के बीच चल रहे तनाव की वजह से दोनों देशों के बीच व्यापार में 30 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल सकती है."

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भारत ने 59 ऐप बैन किए तो चीन को सताने लगा डर, अपनी कंपनियों को दी ये चेतावनी

भारत-चीन के बीच अगर व्यापार कम होता है तो इसका ज्यादा असर चीन पर ही पड़ेगा. चीन के साथ भारत व्यापार घाटे की स्थिति में है यानी वह चीन से आयात ज्यादा करता है और निर्यात बेहद कम. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी चीन के साथ अपने व्यापार घाटे का हवाला देते हुए कहा था कि चीन से संबंध खत्म करने पर अमेरिका को फायदा ही होगा. यही वजह है कि चीन दोनों देशों के बीच व्यापार कम होने की आशंका से ज्यादा परेशान है.

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भारत ने 59 ऐप बैन किए तो चीन को सताने लगा डर, अपनी कंपनियों को दी ये चेतावनी

ग्लोबल टाइम्स ने चीनी कंपनियों और निवेशकों को आगाह किया है कि दोनों देशों के संबंधों में बढ़ती अनिश्चितताओं के बीच चीन को भारत में अपने निवेश का अच्छी तरह से मूल्यांकन करना चाहिए और चीनी निवेशकों को भी भारत में राष्ट्रवाद के उभार को लेकर सावधान हो जाना चाहिए.

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भारत ने 59 ऐप बैन किए तो चीन को सताने लगा डर, अपनी कंपनियों को दी ये चेतावनी

चीनी अखबार ने बंदरगाहों पर चीन के कार्गों की अतिरिक्त चेकिंग का भी जिक्र किया है. अखबार ने लिखा है, "भारत और चीन के हालिया सीमा संघर्ष के बाद भारत में कुछ नेता और मीडिया चैनल भारतीयों में राष्ट्रवाद की भावना भड़का रहे हैं. भारतीयों के बीच चीनी उत्पादों का बहिष्कार की मुहिम छेड़ने के अलावा बंदरगाह पर चीनी कार्गों को रोका जा रहा है. सीमा संघर्ष से पहले ही भारत ने अपने यहां विदेशी निवेश को लेकर नियम सख्त कर दिए थे जिसे चीनी कंपनियों को भारतीय कंपनियों का अधिग्रहण करने से रोकने की कोशिश के तौर पर देखा गया. यह कदम राजनीतिक हितों को साधने के लिए उठाया गया. इससे यह दिखता है कि भारतीय बाजार और भारत की आर्थिक रणनीतियां कितनी अपरिपक्व हैं.

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भारत ने 59 ऐप बैन किए तो चीन को सताने लगा डर, अपनी कंपनियों को दी ये चेतावनी

ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत चीन में स्थापित कंपनियों को अपने यहां रिलोकेट करना चाहता है लेकिन उसके हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सेक्टर के इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी को देखते हुए ये बेहद मुश्किल है. चीनी अखबार ने लिखा, "चीन के साथ आर्थिक संबंध खत्म करना इतना आसान नहीं है. दूसरी तरफ, भारतीय बाजार में संभावनाएं तलाश रहीं कंपनियों को निवेश करने या बढ़ाने से पहले वहां के राष्ट्रवाद को लेकर सावधान रहना चाहिए. दूसरे देशों को भी भारत में अपने विदेशी निवेश को लेकर सतर्क रहना चाहिए खासकर अगर वे भारत के साथ स्थायी दोस्ती की गारंटी नहीं ले सकते हैं."

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भारत ने 59 ऐप बैन किए तो चीन को सताने लगा डर, अपनी कंपनियों को दी ये चेतावनी

ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, ऐसी परिस्थितियों में चीन और भारत के बीच होने वाला व्यापार साल 2020 में एक-तिहाई तक कम हो सकता है. यहां तक कि द्विपक्षीय व्यापार में 50 फीसदी तक की भी गिरावट हो सकती है. पिछले कुछ सालों में भारत और चीन के आर्थिक साझेदारी मजबूत हुई है और ऑटो, टेलिकम्युनिकेशन और फार्मा सेक्टर में दोनों पक्षों को फायदा हो रहा है. संपादकीय लेख में कहा गया है, "चीनी आपूर्ति पर निर्भर भारतीय उद्योग चीनी माल का बहिष्कार नहीं कर पाएंगे. चीन का विकल्प ढूंढने में भारत को सालों लग जाएंगे, चाहे वह अपनी इंडस्ट्री का विस्तार करने की कोशिश करे या दूसरे देशों से निवेश लाने की."

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भारत ने 59 ऐप बैन किए तो चीन को सताने लगा डर, अपनी कंपनियों को दी ये चेतावनी

भारत की चीन के साथ आर्थिक साझेदारी में व्यापार घाटे की शिकायत को लेकर लेख में नसीहत दी गई है कि भारत अपने उद्योगों को प्रतिस्पर्धा के लायक तैयार करे. ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, भारतीय उपभोक्ता सस्ती चीजों को पसंद करते हैं. उदाहरण के तौर पर, चीनी स्मार्टफोन भारत के घरेलू उत्पादों की तुलना में कम कीमत में ज्यादा फीचर्स देते हैं. यहां तक कि चीनी स्मार्टफोन वनप्लस-8 ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म पर लॉन्च होते ही मिनटों के भीतर बिक गया जबकि चीनी वस्तुओं के बहिष्कार की मुहिम जारी थी.

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भारत ने 59 ऐप बैन किए तो चीन को सताने लगा डर, अपनी कंपनियों को दी ये चेतावनी

इसके बाद चीनी मीडिया ने कोरोना वायरस महामारी की मजबूरी का जिक्र किया है. ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, भारत संक्रमण के बढ़ते मामलों के बावजूद आर्थिक दबाव में लॉकडाउन की पाबंदियों को कम कर रही है. विशाल आबादी और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को देखते हुए भारत को पहले वायरस की रोकथाम पर ध्यान देना चाहिए. भारत को राष्ट्रवाद की आग बुझानी चाहिए ताकि उसकी आर्थिक नीतियों पर ये हावी ना हो. लेख के अंत में कहा गया है कि भारत और चीन की आर्थिक साझेदारी और सीमा विवाद को लेकर चल रही बातचीत को देखते हुए उम्मीद है कि दोनों देशों के व्यापारिक संबंध जल्द सामान्य हो जाएंगे.

भारत के पहले कोरोना वायरस टीके को डीसीजीआई से मानव पर परीक्षण की मिली अनुमति

भारत के पहले कोरोना वायरस टीके को डीसीजीआई से मानव पर परीक्षण की मिली अनुमति

भारत के पहले स्वदेशी कोरोना वायरस टीके को भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से मानव पर परीक्षण की मंजूरी मिल गई है। ‘कोवैक्सिन’ नामक टीके का विकास भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) के साथ मिलकर तैयार किया है। देश में अगले महीने से इस टीके का पहले और दूसरे चरण का परीक्षण शुरू होगा। कंपनी ने एक बयान में कहा कि टीके के विकास में आईसीएमआर और एनआईवी का सहयोग महत्वपूर्ण रहा।

कंपनी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सार्स-सीओवी-2 स्ट्रेन को पुणे स्थित एनआईवी में अलग किया गया और उसे भारत बायोटेक को हस्तांतरित किया गया। घरेलू, इनएक्टिवेटेड वैक्सीन को हैदराबाद के जीनोम वैली में स्थित भारत बायोटेक के बीएसएल-3 (बायो-सेफ्टी लेवल 3) हाई कंटेनमेंट फैसिलिटी में तैयार किया गया है और बनाया गया है।

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया, सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने फेस 1 और फेस 2 ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने की इजाजत दे दी है। इसके पहले कंपनी ने प्रीक्लीनिकल स्टडीज से प्राप्त नतीजे सौंपे थे। ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल अगले माह पूरे भारत में शुरू होने वाले हैं।

भारत बायोटेक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक, डॉ. कृष्णा एला ने कहा, ‘हम कोरोना के विरुद्ध भारत के पहले घरेलू स्तर पर विकसित वैक्सीन COVAXIN का ऐलान कर गौरवान्वित हैं। इस वैक्सीन के विकास में आईसीएमआर और एनआईवी की सहभागिता अहम रही है। सीडीएससीओ के सक्रिय समर्थन और मार्गदर्शन से इस परियोजना को मजूरी मिल पाई। हमारे आर एंड डी और विनिर्माण टीमों ने इस प्लेटफार्म की दिशा में हमारी खुद की प्रौद्योगिकियों की तैनाती में अथक परिश्रम किया।’

उन्‍होंने कहा कि राष्ट्रीय प्रोटोकॉल्स से गुजरते हुए कंपनी ने व्यापक प्री-क्लीनिकल स्टडीज को पूरा करने में अपने उद्देश्य को गति दी। इन अध्ययनों के नतीजे शानदार रहे हैं और अत्यंत सुरक्षित और प्रभावी इम्यून रेस्पॉन्सेस प्रदर्शित किए हैं।

इस अभिनेता का घर 114 कुत्तों की निगरानी में है! नाम जानकर आप हैरान रह जाएंगे

इस अभिनेता का घर 114 कुत्तों की निगरानी में है! नाम जानकर आप हैरान रह जाएंगे
<pre>इस अभिनेता का घर 114 कुत्तों की निगरानी में है! नाम जानकर आप हैरान रह जाएंगे

अगर हम दुनिया के सबसे वफादार जानवरों की बात करें, तो सबसे पहला नाम कुत्तों का आता है। कुत्ते सबसे वफादार, मिलनसार और पसंदीदा जानवर हैं। कुत्ते सदियों से इंसानों की संगत में रहना पसंद कर रहे हैं। कुछ लोग स्वाभाविक रूप से कुत्तों को पालना पसंद करते हैं और कुछ लोग उन्हें पालना चाहते हैं। जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि अगर आप अपने घर में कुत्ता पालना चाहते हैं, तो लैब्राडोर, गोल्डन रिट्रीवर और जर्मन शेफर्ड इसके लिए सबसे अच्छे हैं।

आज हम आपको ऐसे ही अभिनेता के बारे में बताने जा रहे हैं। , जिसका गार्ड घर की रखवाली नहीं करता है, लेकिन उसके घर का गार्ड 114 डॉग है। आज हम आपको अभिनेता के बारे में बताने जा रहे हैं, इसलिए अधिक जानकारी के लिए, इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें।

अभिनेता का नाम मिथुन चक्रवर्ती है, जिन्हें बॉलीवुड फिल्म उद्योग का सबसे बड़ा सुपरस्टार माना जाता है, और उनका मनोरंजन किया है उनकी बेहतरीन फिल्मों के लिए सालों से प्रशंसक। अपने करियर में, उन्होंने 350 से अधिक फिल्मों में काम किया है।

UNLOCK-2 की GUIDELINE जारी,इन चीजों पर लगी पाबंदी



पूरे देश में कोरोना से ग्रसित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है (फाइल फोटो: PTI)


अनलॉक-1 की अवधि 30 जून को समाप्त हो रही है. इसी के साथ अनलॉक-2 का ऐलान किया गया है जिसमें कई गतिविधियों में छूट होगी लेकिन पाबंदियों के साथ. कंटेनमेंट जोन में सख्ती रहेगी जबकि कंटेनमेंट जोन से बाहर के इलाकों में छूट दी जाएगी.

 10 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक रहेगा कर्फ्यूमेट्रो, सिनेमा हॉल, जिम, बार अब भी रहेंगे बंद1 जुलाई से लागू होंगी नई गाइडलाइंस

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक-2 की गाइडलाइंस जारी कर दी है. नई गाइडलाइन 1 जुलाई से लागू होंगी. दरअसल, अनलॉक-1 की अवधि 30 जून को समाप्त हो रही है. इसी के साथ अनलॉक-2 का ऐलान किया गया है जिसमें कई गतिविधियों में छूट होगी लेकिन पाबंदियों के साथ. कंटेनमेंट जोन में सख्ती रहेगी जबकि कंटेनमेंट जोन से बाहर के इलाकों में छूट दी जाएगी. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि अनलॉक- 2 में आपको क्या-क्या रियायतें मिलने वाली हैं.

ये हैं अनलॉक- 2 की रियायतें

अनलॉक- 2 में कंटेनमेंट जोन के बाहर कुछ चीजों के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से छूट दी गई है.

- सीमित संख्या में घरेलू उड़ानों और यात्री ट्रेनों की अनुमति दी गई है. इनका संचालन आगे भी जारी रहेगा.

- वंदे भारत मिशन के तहत सीमित तरीके से यात्रियों की अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा की अनुमति दी गई है. आगे भी इसे बढ़ाया जाएगा.

- नाइट कर्फ्यू का समय बदला गया है और अब यह रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक होगा.

- दुकानों में 5 लोग से ज्यादा भी जुट सकते हैं लेकिन इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखना होगा.

- 15 जुलाई से केंद्र और राज्य सरकारों के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में कामकाज शुरू हो सकेगा.

- अलग-अलग प्रदेश सरकारों के साथ परामर्श के बाद फैसला हुआ कि स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थान 31 जुलाई तक बंद रखे जाएंगे.

- इंडस्ट्रियल यूनिट, राष्ट्रीय और प्रादेशिक हाइवे पर लोगों की आवाजाही और माल की ढुलाई, कारगो के लोडिंग और अनलोडिंग, बस, ट्रेन, प्लेन से उतरने के बाद लोगों का अपने गंतव्य की ओर जाने को लेकर भी रात्रि कर्फ्यू में छूट दी गई है

कंटेनमेंट जोन के बाहर अभी भी इन चीजों को नहीं मिली इजाजत

अनलॉक-2 में कंटेनमेंट जोन के भीतर 31 जुलाई तक लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जाएगा. लेकिन कंटेनमेंट जोन के बाहर भी सबकुछ खुलने वाला नहीं है. अभी भी तमाम ऐसी चीजें हैं जिसे शुरू करने की इजाजत नहीं दी गई है.

- मेट्रो रेल

- सिनेमा हॉल्स

- जिम

- स्वीमिंग पूल

- एंटरटेनमेंट पार्क

- थिएटर

- बार

- ऑडिटोरियम

- असेंबली हॉल

इन चीजों पर अभी होगा विचार

देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करने के बाद इन गतिविधियों को शुरू करने की तारीख का ऐलान किया जाएगा.

- सामाजिक

- राजनीतिक

- स्पोर्ट्स

- मनोरंजन

- अकादमिक

- सांस्कृतिक

- धार्मिक

- अन्य बड़ा जमावड़ा

कंटेनमेंट जोन में जारी रहेगी सख्ती

- कंटेनमेंट जोन के भीतर सख्त घेराबंदी की जाएगी

- कंटेनमेंट जोन में केवल आवश्यक गतिविधियों की अनुमति दी जाएगी

- कंटेनमेंट जोन से संबंधित जानकारी जिला कलेक्टरों की वेबसाइट पर नोटिफाई किए जाएंगे और राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ भी साझा की जाएगी.

- राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के अधिकारियों द्वारा कंटेनमेंट जोन में गतिविधियों की सख्त निगरानी की जाएगी

- केंद्र सरकार द्वारा जारी किए दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू किया जाएगा

- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा भी कंटेनमेंट जोन के परिसीमन और वहां नियंत्रण उपायों के कार्यान्वयन की निगरानी की जाएगी

अभी भी करने होंगे ये काम

- दो गज की दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग)

- दुकानों पर ग्राहकों के बीच पर्याप्त दूरी

- कोरोना को लेकर जारी दिशा-निर्देशों का पालन

- आरोग्य सेतु मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग

इन लोगों के लिए अभी घर में रहना बेहतर

आदेश में कहा गया कि कमजोर व्यक्तियों को आवश्यक जरूरतों और स्वास्थ्य उद्देश्यों के अलावा अन्य किसी काम के लिए घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.

- 65 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्ति

- अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोग

- गर्भवती महिलाएं

- 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे

इन कामों के लिए पहले ही मिल चुकी है इजाजत

30 मई को जारी किए गए अनलॉक- 1 के आदेश और दिशानिर्देशों के अनुसार कंटेनमेंट जोन के बाहर कुछ गतिविधियों की इजाजत पहले ही दे दी गई थी.

- धार्मिक स्थान और सार्वजनिक पूजा स्थल

- होटल

- रेस्तरां

- हॉस्पिटलिटी सर्विसेज

- शॉपिंग मॉल

राज्यों को भी दिए गए हैं अधिकार

अनलॉक- 2 को लेकर जारी किए गए आदेश में राज्यों को नियमों में बदलाव के अधिकार भी दिए गए हैं. आदेश में कहा गया है कि स्थिति के अपने आकलन के आधार पर, राज्य/केंद्रशासित प्रदेश कंटेनमेंट जोन के बाहर कुछ गतिविधियों को प्रतिबंधित कर सकते हैं, या आवश्यक समझे जाने पर उन पर प्रतिबंध लगा सकते हैं. आदेश में कहा गया है कि व्यक्तियों और वस्तुओं के राज्य के भीतर और अन्य राज्यों में आवाजागी पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा. अब इस तरह के आवागमन के लिए अलग से अनुमति/अनुमोदन/ ई-परमिट की आवश्यकता भी नहीं होगी.

सुशांत की मौत का खुला पूरा राज, जानिए इसके पीछे किसका हाथ

यदि किसी ने सुशांत की पार्थिव शरीर को देखा होगा तो क्या आपने यह नोटिस किया कि सुशांत के पैर एक दूसरे पर चढ़े हुए थे.

जो कि सीधा इशारा करते हैं कि किसी ने उनके दोनों पैरों को जोर से दबा कर रखा था ताकि हत्यारा अपने काम को आसानी से अंजाम दे सके।यही बात सुशांत के हाथों के साथ भी है, सुशांत के दोनों हाथ पूरी तरह से फैले हुए हैं। कौन से आदमी अपने हाथों को पूरी तरह फैला कर खुदकुशी करता है।

सुशांत के  दाएं हाथ पर लाल रंग के गहरे निशान हैं जिसे सभी लोगों ने नोटिस नहीं किया। वे निशान दर्शाते हैं कि किसी ने उनके हाथों को जोर से पकड़ कर रखा था ताकि वे हिलडुल ना सके।बिना सुसाइड नोट के पुलिस यह कैसे कह सकती है कि यह पूर्ण तरह से आत्महत्या है।

और वह 5 डायरी जो कि पुलिस को घटनास्थल पर मिली उन्हें पुलिस क्यों नहीं सार्वजनिक करती।सुशांत की मौत से 1 दिन पहले उनके घर के सीसीटीवी कैमरों को खराब कर दिया गया तो भी पुलिस इतनी गहनता से जांच क्यों नहीं करती।

हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह घर एक ऐसा घर था जहां सेलिब्रिटी ठहरते थे तो वहां पूरी सुरक्षा मौजूद होनी चाहिए थी।सुशांत के रूम की डुप्लीकेट चाबी कहां गई। आखिर उसके पीछे की कहानी क्या है।

मीडिया में यह खबर काफी चर्चित हुई है कि सुशांत ने अपनी मौत से 3 दिन पहले अपने सारे कर्मचारियों को पैसे दिए थे लेकिन हम या नहीं भूल सकते कि हर आदमी अपने कर्मचारी को एक से 15 तारीख के बीच ही पैसे देता है तो फिर इसमें इतनी बड़ी बात क्या है।

यह कभी साबित नहीं करता सुशांत ने आत्महत्या की है एडवोकेट आयुषी शर्मा ने आगे और भी ऐसे तर्क दिए जिससे यह माना जा सकता है कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या की गई है।

आयुषी ने आगे कहा कि यदि हम एक पल के लिए मान भी लें कि सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की तो क्या कोई मेरे इन तर्कों का जवाब दे सकता है?

जब कोई खुदकुशी करता है तो उसकी गर्दन की हड्डी टूट जाती है लेकिन सुशांत के केस में पोस्टमार्टम में कहा गया कि मौत की वजह अस्फिक्सिएशन बताई गई है।

वकील आयुषी ने अपनी दलील में कहा कि इसके पीछे महेश भट्ट का हाथ हो सकता है। और मर्डर के बाद हो सकता है कि महेश भट्ट ने डिप्रेशन, ड्रग्स,कैरियर का नाम देकर के सुशांत सिंह राजपूत को बदनाम करने की कोशिश की।

वे ऐसा पहले भी प्रवीण बाबी के साथ कर चुके हैं जहां पर भी खुद पुलिस के पास जाकर के उनके सामने तर्कहीन तर्क देकर खुद का बचाव किया था।

चीन ने नेपाल को गुलाम बना लिया..भारत के हाथ से नेपाल गया

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नेपाल  चीन के इशारे पर ठुमके लगा रहा है..नेपाल की इस समय की वामपंथी सरकार ने चीन से पैसे खा लिए हैं..यहां तक की नेपाल ये धमकी तक दे रहा है कि अगर भारत चीन युद्ध हुआ तो नेपाल के गोरखा सैनिक नहीं लड़ेंगे..भारतीय सेना में 40 गोरखा बटालियन हैं..इतिहास में ये पहली बार हुआ कि नेपाल ने हमारी सीमा पर सेना उतारी है..इतिहास में पहली बार हुआ है कि नेपाल ने हमारा पानी रोका हो…इतिहास में ये पहली बार हुआ है कि नेपाल ने नो मैंस लैंड वाली जमीन पर कब्जा कर लिया हो. इतिहास में पहली बार हुआ है कि बिहार बॉर्डर पर नेपालियों ने फायरिंग की जिसमें एक भारतीय मारा गया..

india nepal lepulekh kali river
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इतिहास में ये पहली बार हुआ है कि नेपाल जैसे देश ने अपने देश का नया नक्शा जारी करके भारत की जमीन को अपना बता दिया हो..इतिहास में पहली बार हुआ कि नेपाल अपने रेडियो पर भारतीय हिस्से में पड़ने वाले लिपुलेख और कालापानी के मौसम का हाल अपने देश के रेडियो पर बताने लगा हो..और 50 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है कि चीन ने हमारे 20 जवानों को मार दिया और 10 को बंदी बना लिया हो..ये सब कुछ ऐसे ही नहीं है..बॉर्डर पर बहुत बड़ी साजिश चल रही है..और इसीलिए हम कह करे हैं कि नेपाल चीन के इशारे पर मुजरा कर रहा है…नेपाल और चीन दोनों जगहों पर कम्युनिष्ट सरकारें आ चुकी हैं..नेपाल चीन का गुलाम बन चुका है..चीन ने नेपाल के कंधे पर हाथ रख दिया है..

आप पहले नेपाल और भारत की कहानी समझ लीजिए.. भारत नेपाल के बीच करीब 1,700 किलोमीटर की खुली सीमाएं हैं. इस पूरे विवाद को समझने के लिए, हमें यह समझना होगा कि नेपाल की सीमाएं सुगौली की संधि, 1816 के मुताबिक नदियों के आधार पर तय की गई हैं..ये संधि नेपाल के गोरखा साम्राज्य और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच 2 साल तक चले युद्ध के बाद हुई..संधि में ये तय किया गया कि पश्चिमी तरफ काली नदी भारत नेपाल की सीमा होगी और पूर्वी तरफ, मेची नदी को सीमा माना जाएगा..

अब नेपाल ने काली नदी और लिपुलेख को अपने नक्शे में दर्ज कर लिया है..भारत के लिए ये चिंताजनक है क्योंकि भारत के लिए, चीन के खिलाफ रक्षा की दृष्टि से ये ट्राइजंक्शन रणनीतिक रूप से अहम है. भारत के लोग अब तक बिना किसी रोकठोक नेपाल जा सकते थे लेकिन अब नेपालियों ने चेक पोस्ट बना दिए हैं..

lipulekh nepal kali river dispute
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नेपाल चीन की बोली बोल रहा है इसे समझने के लिए देखिए..अब तक भारत के लोग नेपाल बिना रोक-टोक अपनी सुविधा के मुताबिक आ जा सकते थे लेकिन अब नेपाल ने हर 100 मीटर पर चेकिंग प्वाइंट बना दिए हैं..और तो और नेपाल ने एक नया संविधान बनाया है जिसमें अगर भारतीय लड़कियां नेपाल में शादी करती हैं उन्हें राजनीतिक अधिकारों से वंचित होना होगा..सदियों से चले आ रहे रोटी बेटी के रिश्ते को नेपाल ने खत्म कर दिया है..नेपाल 1950 की मैत्री संधि तोड़ चुका है..कम्युनिस्ट नेताओं का एक बड़ा एजेंडा‌ भारत के साथ रहे सांस्कृतिक, धार्मिक, पारिवारिक और राजनीतिक संबंधों को खत्म करना रहा है.

नेपाल की कम्युनिस्ट सरकार स्वतंत्र भारत के साथ हुए समझौतों को नहीं मानती है…हमारे भगवान श्रीराम की शादी जनकपुरी की माता सीता से हुई थी और जनकपुरी नेपाल में है..चंद पैसों के लिए अपना ईमान चीन के यहां गिरवी रख दिया है..चीन नेपाल की तरफ बहुत समय से बोटी फेंक रहा था लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाया था अब जाकर चीन नेपाल को बोतल में उतार पाया है..

चीन के खिलाफ मोदी सरकार का बड़ा फैसला, TikTok समेत 59 Apps बैन

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सरकार ने लोकप्रिय चीनी ऐप टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है. इन चीनी ऐप से निजता की सुरक्षा का मामला माना जा रहा है.

सरकार ने लोकप्रिय चीनी ऐप टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है. इन चीनी ऐप से निजता की सुरक्षा का मामला माना जा रहा है. टिकटॉक के अलावा जिन अन्य लोकप्रिय ऐप को बैन का सामना करना पड़ा है उनमें शेयरइट, हैलो, यूसी ब्राउजर, लाइकी और वीचैट समेत कुल 59 ऐप भी शामिल हैं.

सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार, सरकार उन 59 मोबाइल ऐप पर बैन लगा दिया जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रहपूर्ण थे.

सरकार ने जिन ऐप पर लगाई पाबंदी

1. TikTok

2. Shareit

3. Kwai

4. UC Browser

5. Baidu map

6. Shein

7. Clash of Kings

8. DU battery saver

9. Helo

10. Likee

11. YouCam makeup

12. Mi Community

13. CM Browers

14. Virus Cleaner

15. APUS Browser

16. ROMWE

17. Club Factory

18. Newsdog

19. Beutry Plus

20. WeChat

21. UC News

22. QQ Mail

23. Weibo

24. Xender

25. QQ Music

26. QQ Newsfeed

27. Bigo Live

28. SelfieCity

29. Mail Master

30. Parallel Space 31. Mi Video Call – Xiaomi

32. WeSync

33. ES File Explorer

34. Viva Video – QU Video Inc

35. Meitu

36. Vigo Video

37. New Video Status

38. DU Recorder

39. Vault- Hide

40. Cache Cleaner DU App studio

41. DU Cleaner

42. DU Browser

43. Hago Play With New Friends

44. Cam Scanner

45. Clean Master – Cheetah Mobile

46. Wonder Camera

47. Photo Wonder

48. QQ Player

49. We Meet

50. Sweet Selfie

51. Baidu Translate

52. Vmate

53. QQ International

54. QQ Security Center

55. QQ Launcher

56. U Video

57. V fly Status Video

58. Mobile Legends

59. DU Privac
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Monday, June 29, 2020

जाने क्यों केजीएमयू के डॉक्टरों के खिलाफ होगी जांच

उत्तर प्रदेश की राजधानी यानी लखनऊ के केजीएमयू कार्य परिषद की बैठक में यूनिवर्सिटी के कई डॉक्टरों के खिलाफ हुई शिकायतों को लेकर जांच शुरू करने का फैसला लिया गया। आपको बता दें कि जांच रिपोर्ट के आधार पर इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कमेटी गठित होगी।

इस दौरान कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट की अध्यक्षता में हुई बैठक में निजी चैनल पर रेस्पिरेटरी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष प्रो. सूर्यकांत के दिए बयान को लेकर शासन से प्राप्त शिकायत को जांच हेतु विवि की ओर से गठित समिति को अनुमोदित किया गया।

वहीं इसी तरह कम्युनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष से प्राप्त विवाद की शिकायत पर अनुशासनिक समिति के गठन, इसी विभाग के डॉ. एसपी पटेल की शिकायत पर प्रारंभिक जांच कराने, नेत्र विभाग की विभागाध्यक्ष से मिली शिकायत पर संबंधित विभाग के शिक्षकों के खिलाफ प्रारंभिक जांच कराने का फैसला लिया गया।

Sunday, June 28, 2020

12वां सबसे प्रभावित देश बना पाकिस्तान, संक्रमितों की संख्या दो लाख के पार

पाकिस्तान में संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। देश में संक्रमितों की संख्या दो लाख से ज्यादा हो गई है, जिसके बाद पाकिस्तान दुनिया का 12वां सबसे संक्रमित देश बन गया है। पिछले 24 घंटे में यहां 4,072 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 83 संक्रमितों की मौत हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंध प्रांत पाकिस्तान का सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका है। पाकिस्तान में अब तक कुल 4,118 लोगों की मौत हो चुकी है।

खुशखबरी! इन शहरों में अमेजन 20 हजार लोगों को देगी नौकरी, जानें योग्यता

अमेजन करीब 20,000 अस्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति करेगी। ये नौकरियां हैदराबाद, पुणे, कोयम्बटूर, नोएडा, कोलकाता, जयपुर, चंडीगढ़, मैंगलुरु, इंदौर, भोपाल और लखनऊ में उपलब्ध है। इसमें से अधिकतर पोस्ट अमेजन के 'वर्चुअल कस्टमर सर्विस' प्रोग्राम के तहत होंगी। इन पोस्ट के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं पास होना है। साथ ही आवेदनकर्ता को इंग्लिश, हिंदी, तमिल, तेलुगू भाषा का ज्ञान होना जरूरी है।

3 जुलाई से शुरू हो रहा वंदे भारत मिशन का चौथा चरण

विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए 3 जुलाई से वंदे भारत मिशन का चौथा चरण शुरू होने जा रहा है। इसके तहत एअर इंडिया 3 से 15 जुलाई तक 17 देशों से 170 विमानों का परिचालन करेगी। चौथे चरण में कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, केन्या, श्रीलंका, फिलीपीन, सऊदी अरब, बांग्लादेश, थाइलैंड, दक्षिण अफ्रीका, रूस, ऑस्ट्रेलिया, म्यांमार, जापान, यूक्रेन और वियतनाम से भारतीयों को वापस लाया जाएगा।

कोरोना से लंबी लड़ाई लड़नी है, मुस्तैदी से तैयार रहें: सीएम योगी

सीएम योगी ने शनिवार को गोंडा में बाढ़ क्षेत्र का दौरा करने के बाद रविवार को पुलिस लाइन पहुंचे। अफसरों संग समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि कोरोना से अभी लंबी लड़ाई लड़नी होगी। अधिकारी कोरोना को मात देने के लिए पूरी तरह मुस्तैद रहें। समीक्षा बैठक में उनका पूरा फोकस कोरोना नियंत्रण के साथ प्रवासी श्रमिकों के रोजगार सृजन पर रहा। उन्होंने आत्मनिर्भरता के लिए हर विभाग को अभियान चलाने के लिए कहा है।

Wednesday, June 24, 2020

शादी के तीन महीने बाद पत्नी ने किया सुसाइड, जलती चिता पर कूद गया पति

चंद्रपुर. एक महिला की मौत के बाद उसका पति जलती चिता पर ही कूद गया. जब उसे वहां से लोगों ने बचाया तो आखिर में उसने जाकर कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली. मामला महाराष्ट्र (Maharashtra) के चंद्रपुर (ChandraPur) स्थित गोंड़पिपरी तहसील के भंगाराम तलोधी गांव का है. 
बताया गया कि तीन महीने की गर्भवती 20 वर्षीय रुचिता ने कुएं में कूदकर जान दे दी. पत्नी और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे के गम को 25 वर्षीय किशोर बर्दाश्त नहीं कर पाया और उसने भी खुद को मारने की कोशिश की. पहले तो उसने रुचिता की जलती चिता पर ही छलांग लगा दी. किसी तरह से गांव वालों ने उसे बचाया, लेकिन बाद वह पास के ही एक कुएं में कूद गया.

24 घंटे में कोरोना के 14933 नए मरीज और 312 की मौत, देश में अब तक 4.40 लाख केस

नई दिल्ली. भारत अब कोरोना संक्रमितों (Corona byvirus) के मामले बढ़कर 4 लाख 40 हजार 215 हो गए हैं. 24 घंटे में कोरोना के 14933 नए केस मिले हैं और 312 मरीजों की मौत हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के मुताबिक, सोमवार को सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 3721 नए मामले आए और सबसे ज्यादा 113 की मौत हुई. दिल्ली में 24 घंटे में 2909 मरीज मिले, जबकि सबसे ज्यादा 3589 मरीज ठीक हुए.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में अब एक लाख 78 हजार 14 एक्टिव केस हैं. कोरोना से देशभर में अब तक 14011 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, 2 लाख 48 हजार 189 लोग इस वायरस के संक्रमण से रिकवर हो चुके हैं. मंत्रालय के अनुसार, बीते एक दिन में देशभर में 1,87,223 लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है. इंडियन मेडिकल रिचर्स काउंसिल (ICMR) के मुताबिक, 20 जून तक देश में कुल 68,07,226 सैंपलों की जांच की गई है. फिलहाल हमारा पॉजिटिविटी रेट 8.08  प्रतिशत है।
महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा एक्टिव केस 
सबसे ज्यादा कोरोना एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं. महाराष्ट्र में 61 हजार से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है. इसके बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली, तीसरे नंबर पर तमिलनाडु, चौथे नंबर पर गुजरात और पांचवे नंबर पर पश्चिम बंगाल है. महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या 1 लाख 35 हजार 796 हो गई है, इनमें से 61 हजार 793 एक्टिव केस हैं. कोरोना से अब तक 6283 ने जान गंवाई. 
दिल्ली में एक दिन में 58 मरीजों ने तोड़ा दम 
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, बीते 24 घंटे में इस महामारी की चपेट में आकर 58 लोगों की मौत हुई है. इस तरह कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 2233 है. एक दिन में 3589 लोग इलाज के बाद कोरोना को मात दे चुके हैं और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. कुल संक्रमितों में से अभी तक 36 हजार 602 लोग कोरोना पर विजय पा चुके हैं. दिल्ली में फिलहाल कोविड-19 के 23 हजार 820 एक्टिव मामले हैं.

चीन मुद्दे पर पीएम मोदी को निशाना बनाना है या नहीं, कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में इसे लेकर ही उभरे मतभेद

भारत और चीन के बीच लद्दाख में सीमा मुद्दे पर तनाव जारी है। बताया जा रहा है कि दोनों देशों की सेनाओं ने तनाव को कम करने पर बात की है। हालांकि, इस पर अब तक कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है। इस बीच कांग्रेस ने चीन मुद्दे को ठीक से न संभाल पाने के लिए सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले जारी रखे हैं। हालांकि, जहां एक तरफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी लगातार इस मामले में पीएम को घेर रहे हैं, वहीं कांग्रेस में ही एक धड़ा इसे ठीक नहीं मान रहा।

दावा! नेपाल के गांव पर भी चीन ने कर लिया है कब्जा, पीएम ओली पर उठे सवाल

काठमांडू. भारत (India) से सीमा विवाद में उलझे हुए नेपाल (Nepal) को लेकर एक अहम खुलासा हुआ है. नेपाली अखबार ने खुलासा किया है कि चीन (China) ने भी तिब्बत सीमा पर स्थित एक नेपाली गांव पर धौंस दिखाकर कब्जा कर लिया है. इस गांव पर 60 सालों से चीन का कब्जा है और नेपाल की सरकार भी इसका विरोध करने से डरती रही है. अखबार में प्रधानमंत्री केपी ओली (KP Oli) पर भी सवाल खड़े किये हैं कि चीन से गांव लेने में वे भारत से जारी सीमा विवाद जैसी तत्परता नहीं दिखा रहा हैं.

देवरिया: फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी कर रहा शिक्षक और सरकारी क्लर्क गिरफ्तार

देवरिया. गोंडा की अनामिका शुक्ला (Anamika Shukla) के दस्तावेजों के आधार पर कई जिलों के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय (KGBV) में फर्जी शिक्षिकाओं (Fake Teachers) की तैनाती के खुलासे के बाद लगातार कई मामले सामने आ रहे हैं. अब एसटीएफ (STF) ने देवरिया (Deoria) में तैनात एक फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार किया है. साथ ही फर्जी सर्टिफिकेट बनवाने वाले सरकारी क्लर्क को भी अरेस्ट किया है. सरकारी क्लर्क शिव प्रसाद ने नत्थू प्रसाद के नाम की मार्कशीट का प्रयोग करते हुए आरोपी नथुनी प्रसाद भारती को फर्जी शिक्षक बनवा दिया.

लॉकडाउन में की पहली शादी, अनलॉक में दूसरी करने चले तो पकड़े गए दूल्‍हे राजा

सीतापुर:उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक युवक को दूसरी शादी के लिए बारात ले जाने की तैयारी करना उस वक्त भारी पड़ा, जब बारात जाने से पहले ही पहली पत्नी ने थाने पहुंचकर अपनी आपबीती बताई और पुलिस के साथ पति के घर पहुंच गई। बारात जाने की तैयारी कर रहे परिजन पुलिस को देखकर भौंचक्के रह गए।

पुलिस दूल्हे को गिरफ्तार कर उसे और पहली पत्नी को थाने ले आई। परिवारवालों के आपसी समझौते के बाद पुलिस ने पड़ोस के सूर्य मंदिर में ही दोनों की शादी करवाई और वापस घर भेजा। उधर बारात के स्वागत की तैयारी कर रहे युवती के परिवार को जब यह सूचना मिली तो वे अवाक रह गए।

Tuesday, June 23, 2020

अब शुरू हुआ सीतापुर में कोरोना का प्रसार, हो जाएं सावधान

शहर के शेख सरायं मोहल्ले में भी मिला एक कोरोना पॉजिटिव, शहर में बना छठा हॉटस्पॉट। शहर के जानेमाने आलू आढ़ती को हुआ कोरोना, मचा हड़कंप। अभी तक जिले में मिले पॉजिटिव व्यक्तियों में पहले बिना प्रवासी पॉजिटिव हैं यह आलू आढ़ती। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के फुले हाथपांव, जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या हुई 57। ग्यारह एक्टिव केस होने से जिले में भी दहशत, शहर में भी बढ़ती जा रही है संख्या। आज आलू आढ़ती के कोरोना संक्रमित मिलने से शहर में संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ा। शहर के शेखसरायँ में बनाया गया हॉटस्पॉट, किया जाएगा सील।

सीतापुर शहर के बाद अब खैराबाद में भी मिला कोरोना पॉजिटिव मरीज

शहर के बाद अब खैराबाद में भी मिला कोरोना पॉजिटिव मरीज। महिला निकली कोरोना पॉजिटिव, बनाया जाएगा हॉटस्पॉट। जिले में सबसे पहले खैराबाद में ही निकले थे कोरोना पॉजिटिव मरीज। जिले में एक्टिव केसों की संख्या हुई 12, फैली सनसनी। जिले में कुल मरीजों की संख्या हुई 58।

Monday, June 22, 2020

चीनी प्रोडक्ट्स का बहिष्कार करेगा वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया

लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद भारत में चीनी प्रोडक्ट्स का बहिष्कार करने का सिलसिला शुरू हो गया है। ऐसे में अब वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने चीन से आए खेल सामानों को घटिया बताया है। फेडरेशन ने चीनी सामान पर बैन लगाने की बात भी कही है। फेडरेशन ने टोक्यो ओलिंपिक में इस्तेमाल होने वाले चीनी कंपनी जेडकेसी के वेटलिफ्टिंग सेटों को भी नहीं खरीदने का फैसला किया है।

मछुआरों ने जाल फेंका निकली 230 करोड़ रु की ड्रग्स, चीन के थे पैकेट्स

तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले के मामल्लपुरम इलाके में मछुआरे मछली पकड़ने गए लेकिन जब जाल बाहर निकाला तो 78 किलोग्राम क्रिस्टल मेथ मिला। जिसकी कीमत करीब 230 करोड़ रुपए है। जिन हरे पैकेट्स में ये ड्रग्स मिले हैं, वो पैकेट्स चीन की चाय के हैं। इस ड्रग की वजह से शरीर के नर्वस सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है। इस ड्रग के साथ कोई पकड़ा जाता है तो उसे 20 साल की कैद और 2 लाख जुर्माना हो सकता है।

महाराष्ट्र में आज मिले 3721 नए केस, 62 कोरोना मरीजों ने तोड़ा दम

महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना के 3 हजार 721 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, 62 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। हालांकि सोमवार को 1 हजार 962 कोरोना मरीज ठीक भी हुए हैं। नए मामलों के सामने आने के बाद राज्य में कोरोना के 1 लाख 35 हजार 796 केस हो चुके हैं। इनमें से 67 हजार 706 कोरोना मरीज रिकवर हो चुके हैं। 61 हजार 793 एक्टिव केस हैं। वहीं, 6 हजार 283 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।

Saturday, June 20, 2020

सीतापुर: बारात देखने गई मासूम के साथ रेप, हालत गंभीर, लखनऊ रेफर

सीतापुर में बारात देखने गई 7 साल की मासूम के साथ एक बाराती ने दुष्‍कर्म किया। पीड़िता की चीख पुकार सुनकर मौके पर आए ग्रामीणों ने आरोपी को दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। खून से लथपथ मासूम को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर देखते हुए लखनऊ रेफर कर दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। हैवानियत की यह घटना इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र की है।

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