Friday, October 1, 2021

ब्राह्मणों को क्यो कहा जाता है पृथ्वी के देवता: प्रताप मिश्रा

यदि भारत में ब्राह्मण न होते तो हम पूरे देश को ईसाई बना देते - सेंट फ्रांसिस
गजवा ए हिंद की राह में रोड़ा अटकाने वाले ब्राह्मण ही हैं l
अगर आदि शंकराचार्य न होते तो 3000 साल पहले ही बौद्धों ने सनातन धर्म की जड़ काट दी होती, किन्तु शंकराचार्य ने महज 18 साल की आयु में बौद्ध धर्म को उखाड़ फेंका।
अगर आचार्य चाणक्य न होते तो भारत आज ग्रीक यानि यूनान का उपनिवेश होता l
वामपंथी,अम्बेडकरवादी,महिलावादी, कट्टर मुल्ला मौलवी इत्यादि सब के निशाने पर ब्राह्मण ही क्यों होते है??
ये कोई आज की बात नही,
ये तो आदिकाल से होता आया है l
आदिकाल में भी दैत्य असुर इत्यादि के निशाने पर सिर्फ ब्राह्मण ही होते थे l महिषासुर ने लाखों ब्राह्मण काटे थे, हिरणकश्यप ने भी कुछ यही किया था.
   ब्राह्मणों के यज्ञ अनुष्ठानों पर मांस के टुकड़े फेंके जाते थे,
क्योंकि ब्राह्मण ही एकमात्र ऐसी कौम है जिसको अभी तक दैत्य,दानव, असुर, वामपंथी, अम्बेडकरवादी, महिलावादी इत्यादि परास्त नही कर सके हैं l
अगर ब्राह्मण कौम खत्म, तो सनातन धर्म खत्म और यही बात सब जानते है l इसलिए वामपंथी, अम्बेडकरवादी, महिलावादी इत्यादि के निशाने पर सिर्फ और सिर्फ ब्राह्मण ही होते है !
    सनातन धर्म की चोटी अर्थात एंटीना है ब्राह्मण, किस्सा है कि कौटिल्य पंडित की चोटी डॉ अब्दुल कलाम ने अपने हाथ से उठाकर कहा था  Nice एंटीना तो ये एन्टीना धारी बड़े घातक है, बच के रहियो जब तक ब्राह्मण है तब तक सुरक्षित है सनातन धर्म इतने तिरस्कार के बाद भी ब्राह्मण आज भी ब्राह्मण है, वो 5 किलो चावल लेकर ईसाई नही बनता और जन्नत और 72 हूरों के सपने देखकर इस्लाम नही कबूलता और आरक्षण के कारण कुंठित नही होता l
ब्राह्मण इस संसार रूपी वन में विचरण करने वाला वनराज सिंह है
जिसकी जनसंख्या कम है किंतु जिसकी दहाड़ से आज भी लोग कांप उठते है।
लेकिन याद रखना "हमारे लिए धर्म पहले है, जाति बहुत बाद में है "
हम करते हैं सभी वर्णों और वर्गों का दिल से सम्मान !!! 🙏🏿 जय श्री परशुराम🙏🏿

No comments:

Post a Comment

परम तत्व दर्शन