Indian warship fueled from US Navy tanker:भारतीय युद्धपोत आईएनएस तलवार ने उत्तरी अरब सागर में अमेरिकी नौसेना के टैंकर यूएसएनएस युकोन से ईंधन भरने का काम किया।
नयी दिल्ली: भारत के पड़ोसी देश चीन भारत के लिए अक्सर सीमा पर दिक्कतें पैदा करता रहता है वहीं भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबध और प्रगाढ़ हो रहे हैं इसकी एक बानगी उस वक्त देखने को मिली जब रक्षा करार के प्रावधान के तहत सोमवार को एक भारतीय जंगी जहाज आईएनएस तलवार ने उत्तरी अरब सागर में अमेरिकी नौसेना के टैंकर यूएसएनए यूकोन (USNS Yukon) से ईंधन (Fuel) भरा।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने कहा, 'उत्तरी अरब सागर में मिशन पर तैनात आईएनएस तलवार ने लेमोआ के तहत अमेरिकी नौसेना बेड़े के टैंकर यूएसएनए यूकोन से ईंधन लिया।'
#INSTalwar on #MissionBasedDeployment in Northern Arabian Sea undertook refuelling with @USNavy Fleet Tanker #USNSYukon under #LEMOA (1/2). #BridgesofFriendship #Interoperability @SpokespersonMoD @DefenceMinIndia @MEAIndia @DrSJaishankar @DDNewslive pic.twitter.com/ykiJQw7hsT — SpokespersonNavy (@indiannavy) September 14, 2020
2016 में भारत और अमेरिका ने साजो-सामान विनिमय सहमति ज्ञापन (LEMOA) पर हस्ताक्षर किया था, जिसके तहत दोनों सेनाएं एक दूसरे को मरम्मत और अन्य सेवा संबंधी जरूरतों के लिए एक दूसरे के अड्डे का उपयोग करेंगे। भारत फ्रांस, सिंगापुर, आस्ट्रेलिया और जापान से ऐसा करार कर चुका है ।
भारत और अमेरिका ने LEMOA पर किए थे हस्ताक्षर
भारत और अमेरिका ने समुद्र क्षेत्र में दोनों देशों की सेनाओं को मजबूत करने के लिए लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA) पर हस्ताक्षर किया था, ये समझौता 2016 में हुआ था इसके प्रावधानों के तहत भारत और अमेरिका की सेनाएं एक-दूसरे के सैन्य हवाई अड्डे और बंदरगाह का इस्तेमाल कर सकते हैं।
वहीं इसी साल जुलाई में इंडियन नेवी ने यूएस नेवी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के साथ अंडमान-निकोबार में सैन्य अभ्यास किया था। इसमें अमेरिका की तरफ से एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस निमिट्ज ने भी हिस्सा लिया था, इस सैन्य अभ्यास में इंडियन नेवी के 4 जंगी जहाजों ने भी हिस्सा लिया था।