Monday, August 1, 2022

पुतिन ने अमेरिका को बताया रूस के लिए सबसे बड़ा खतरा, भारत से रणनीतिक संबंध बढ़ाने पर दिया जोर


पुतिन ने अमेरिका को बताया रूस के लिए सबसे बड़ा खतरा (News18)

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को कहा कि रूस के लिए सबसे बड़ा खतरा अमेरिका है. रूस की प्राथमिकता भारत के साथ रणनीतिक और नौसैनिक सहयोग बढ़ाने के साथ ही ईरान, इराक, सऊदी अरब के साथ व्यापक सहयोग विकसित करना है. रूस के नेवल डे के मौके पर पुतिन ने एक नए नौसैनिक सिद्धांत पर हस्ताक्षर किए. जिसमें अमेरिका को रूस के लिए मुख्य खतरे के रूप में पेश किया गया है. इसमें आर्कटिक और काला सागर जैसे महत्वपूर्ण इलाकों के लिए रूस की वैश्विक समुद्री महत्वाकांक्षाओं को भी बताया गया है.

न्यूज एजेंसी रायटर्स की एक खबर के मुताबिक सेंट पीटर्सबर्ग में रूस के नौसेना दिवस पुतिन ने एक छोटा भाषण दिया. जिसमें उन्होंने कहा कि जिरकोन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइलों जैसे हथियारों के बल पर रूस के पास किसी भी संभावित हमलावरों को हराने के लिए सैन्य ताकत मौजूद है. अपने भाषण से कुछ समय पहले पुतिन ने एक नए 55-पेज के नौसैनिक सिद्धांत पर हस्ताक्षर किए. उन्होंने कहा कि रूस के लिए मुख्य खतरा दुनिया के महासागरों पर हावी होने की अमेरिका की रणनीति और नाटो सैन्य गठबंधन का रूस की सीमाओं के करीब फैलते जाना है.

रूस के नए नौसैनिक सिद्धांत में यह स्वीकार किया गया है कि रूस के पास विश्व स्तर पर पर्याप्त नौसैनिक ठिकाने नहीं हैं. इसलिए रूस की प्राथमिकता भारत के साथ रणनीतिक और नौसैनिक सहयोग बढ़ाने के साथ-साथ ईरान, इराक, सऊदी अरब और क्षेत्र के अन्य राज्यों के साथ व्यापक सहयोग विकसित करना है. पुतिन ने अपने भाषण में यूक्रेन में जारी जंग का उल्लेख नहीं किया. लेकिन इस नए नौसैनिक सिद्धांत में काले और अजोव सागर में रूस की भू-राजनीतिक स्थिति को बहुत मजबूत करने की परिकल्पना की गई है. गौरतलब है कि यूक्रेन से पिछले पांच महीनों से जारी रूस की जंग के कारण उसके और पश्चिमी दशों के बीच संबंधों में गहरा तनाव आ गया है. रूस की विशाल 37,650 किमी. (23,400 मील) तटरेखा है, जो जापान के सागर से लेकर काला सागर और कैस्पियन सागर तक फैला है.

No comments:

Post a Comment

परम तत्व दर्शन