लगातार मजबूती की तरफ बढ़ रहे वायुसेना के कदम कामयाबी का परचंम बुलंद करेगें। ऐसे में वायुसेना की ताकत बनने जा रहे राफेल फाइटर जेट पूरी तरह से अप्रैल 2022 में भारत आ जाएंगें।
नई दिल्ली। देश की भारतीय वायुसेना दुश्मनों के लिए नुकीली छूरी सी हो गई है। लगातार मजबूती की तरफ बढ़ रहे वायुसेना के कदम कामयाबी का परचंम बुलंद करेगें। ऐसे में वायुसेना की ताकत बनने जा रहे राफेल फाइटर जेट पूरी तरह से अप्रैल 2022 में भारत आ जाएंगें। जिसके चलते भारत-फ्रांस में हुए इस सबसे बड़े डिफेंस समझौते के तहत अगले महीने यानी मार्च में 6 राफेल भारत पहुंच रहे हैं। वैसे अभी 11 राफेल भारत में हैं जोकि लद्दाख सीमा से लेकर पश्चिमी सीमा तक उड़ान भरकर अपनी ताकत का शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।
अप्रैल 2022 तक सभी राफेल भारत में
दरअसल भारत ने पांच साल पहले सन् 2016 में फ्रांस के साथ 36 राफेल विमानों (Rafale Deal) का सौदा किया था। ये सौदा 59 हजार करोड़ का था। ऐसे में शुरुआती पांच विमान 10 सितंबर 2020 को भारतीय वायुसेना में शामिल हुए थे। जिन्हें अंबाला एयरबेस पर तैनात किया गया था। और जहां से लद्दाख से लेकर पूरा कश्मीर और राजस्थान से लगती भारतीय सीमा भी उसकी जद में है।
इस बारे में राज्य सभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा था कि भारत को अप्रैल 2022 तक सभी राफेल मिल जाएंगे। जो पूर्वी सीमा पर ताकत का समीकरण ही बदलकर रख देंगे।
83 तेजस विमानों को भी खरीदने का ऑर्डर
रक्षामंत्री ने कहा कि भारत सरकार मेक इन इंडिया हथियारों पर जोर दे रही है। जिसके लिए 101 सामानों-हथियारों की लिस्ट बनाकर उनका आयात प्रतिबंधित कर दिया गया है। साथ ही ये सभी सामान हिंदुस्तान की सरजमीं पर ही बनाए जाएंगे।
बता दें, भारत सरकार ने ढाई दशक के बाद किसी लड़ाकू विमान को खरीदने का सौदा किया था। वहीं आखिरी बार रूस से सुखोई विमान भारत आए थे। पर राफेल के आने से भारतीय वायुसेना को नई ताकत सी मिली है। दुश्मनों के इरादों को अब राफेल पलभर में भस्म कर देगा। भारत सरकार ने 83 तेजस विमानों को भी खरीदने का ऑर्डर दे दिया है।
इस बारे में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के चीफ आरकेएस भदौरिया ने कहा कि राफेल चीन के किसी भी विमान पर भारी पड़ेगा। हमारे पास चीन से बेहतर परिस्थितियां हैं। ऐसे में राफेल की तैनाती से पाकिस्तान में भी खौफ बना हुआ है।
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