Monday, February 7, 2022

धर्म संसद में कही गई बातें हिंदुत्व नहीं, संघ बांटने का काम नहीं करता

बेहद सीधे और सपाट लहजे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने धर्म संसद के बैनर तले आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में हिंदुत्व औऱ हिंदू से जुड़ी बातों से खुद को किनारे कर लिया है. संघ प्रमुख मोहन भागवत ने लोकतंत्र और वीर सावरकर का जिक्र करते हुए धर्म संसद की बातों से असहमति जताई है. गौरतलब है कि विगत दिनों दो स्थानों पर आयोजित धर्म संसद में बेहद भड़काऊ बातें कही गई थीं. उसका जिक्र करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि आरएसएस और हिंदुत्व में विश्वास रखने वाले लोग ऐसी बातों पर भरोसा नहीं करते हैं.

गुस्से में कही गई बात हिंदुत्व नहीं
हिंदुत्व और राष्ट्रीय अखंडता विषय पर आयोजित व्याख्यानमाला में उन्होंने कहा, धर्म संसद से निकली बातें हिंदू और हिंदुत्व की परिभाषा के अनुसार नहीं थीं. अगर कोई बात किसी समय गुस्से में कही जाए तो वह हिंदुत्व नहीं है. वीर सावरकर का जिक्र करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि सावरकर ने हिंदू समुदाय की एकता और उसे संगठित करने की बात कही थी. हालांकि उनकी यह बात भगवद गीता का संदर्भ में कही थी. किसी को खत्म करने या नुकसान पहुंचाने के परिप्रेक्ष्य में नहीं.

No comments:

Post a Comment

परम तत्व दर्शन