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नेपाल चीन के इशारे पर ठुमके लगा रहा है..नेपाल की इस समय की वामपंथी सरकार ने चीन से पैसे खा लिए हैं..यहां तक की नेपाल ये धमकी तक दे रहा है कि अगर भारत चीन युद्ध हुआ तो नेपाल के गोरखा सैनिक नहीं लड़ेंगे..भारतीय सेना में 40 गोरखा बटालियन हैं..इतिहास में ये पहली बार हुआ कि नेपाल ने हमारी सीमा पर सेना उतारी है..इतिहास में पहली बार हुआ है कि नेपाल ने हमारा पानी रोका हो…इतिहास में ये पहली बार हुआ है कि नेपाल ने नो मैंस लैंड वाली जमीन पर कब्जा कर लिया हो. इतिहास में पहली बार हुआ है कि बिहार बॉर्डर पर नेपालियों ने फायरिंग की जिसमें एक भारतीय मारा गया..
इतिहास में ये पहली बार हुआ है कि नेपाल जैसे देश ने अपने देश का नया नक्शा जारी करके भारत की जमीन को अपना बता दिया हो..इतिहास में पहली बार हुआ कि नेपाल अपने रेडियो पर भारतीय हिस्से में पड़ने वाले लिपुलेख और कालापानी के मौसम का हाल अपने देश के रेडियो पर बताने लगा हो..और 50 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है कि चीन ने हमारे 20 जवानों को मार दिया और 10 को बंदी बना लिया हो..ये सब कुछ ऐसे ही नहीं है..बॉर्डर पर बहुत बड़ी साजिश चल रही है..और इसीलिए हम कह करे हैं कि नेपाल चीन के इशारे पर मुजरा कर रहा है…नेपाल और चीन दोनों जगहों पर कम्युनिष्ट सरकारें आ चुकी हैं..नेपाल चीन का गुलाम बन चुका है..चीन ने नेपाल के कंधे पर हाथ रख दिया है..
आप पहले नेपाल और भारत की कहानी समझ लीजिए.. भारत नेपाल के बीच करीब 1,700 किलोमीटर की खुली सीमाएं हैं. इस पूरे विवाद को समझने के लिए, हमें यह समझना होगा कि नेपाल की सीमाएं सुगौली की संधि, 1816 के मुताबिक नदियों के आधार पर तय की गई हैं..ये संधि नेपाल के गोरखा साम्राज्य और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच 2 साल तक चले युद्ध के बाद हुई..संधि में ये तय किया गया कि पश्चिमी तरफ काली नदी भारत नेपाल की सीमा होगी और पूर्वी तरफ, मेची नदी को सीमा माना जाएगा..
अब नेपाल ने काली नदी और लिपुलेख को अपने नक्शे में दर्ज कर लिया है..भारत के लिए ये चिंताजनक है क्योंकि भारत के लिए, चीन के खिलाफ रक्षा की दृष्टि से ये ट्राइजंक्शन रणनीतिक रूप से अहम है. भारत के लोग अब तक बिना किसी रोकठोक नेपाल जा सकते थे लेकिन अब नेपालियों ने चेक पोस्ट बना दिए हैं..
नेपाल चीन की बोली बोल रहा है इसे समझने के लिए देखिए..अब तक भारत के लोग नेपाल बिना रोक-टोक अपनी सुविधा के मुताबिक आ जा सकते थे लेकिन अब नेपाल ने हर 100 मीटर पर चेकिंग प्वाइंट बना दिए हैं..और तो और नेपाल ने एक नया संविधान बनाया है जिसमें अगर भारतीय लड़कियां नेपाल में शादी करती हैं उन्हें राजनीतिक अधिकारों से वंचित होना होगा..सदियों से चले आ रहे रोटी बेटी के रिश्ते को नेपाल ने खत्म कर दिया है..नेपाल 1950 की मैत्री संधि तोड़ चुका है..कम्युनिस्ट नेताओं का एक बड़ा एजेंडा भारत के साथ रहे सांस्कृतिक, धार्मिक, पारिवारिक और राजनीतिक संबंधों को खत्म करना रहा है.
नेपाल की कम्युनिस्ट सरकार स्वतंत्र भारत के साथ हुए समझौतों को नहीं मानती है…हमारे भगवान श्रीराम की शादी जनकपुरी की माता सीता से हुई थी और जनकपुरी नेपाल में है..चंद पैसों के लिए अपना ईमान चीन के यहां गिरवी रख दिया है..चीन नेपाल की तरफ बहुत समय से बोटी फेंक रहा था लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाया था अब जाकर चीन नेपाल को बोतल में उतार पाया है..
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