भारत और चीन के सीमा विवाद की स्थिति उस समय दुखदायी हो गयी जब कई दिन से चली आ रही उच्च स्तरीय बैठकों के बावजूद दोनों सेनाओं में हिंसक झड़प हुई। आज हमारे बीस से अधिक सैनिक मारे जा चुके है तथा कई घायल हुए हैं। वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सैनिकों को मैं ह्रदय से नमन करते हुए अश्रुपूरित श्रध्दांजलि देता हूँ। और भारत सरकार को अवगत कराना चाहता हूँ। चीन बहुत ही धोखेबाज पड़ोसी है। चीन पूरे विश्व का दुश्मन है। उसका भरोसा करना अपने पैर पर कुल्हाड़ी मरना है। उसको उसी की भाषा जवाब देना पड़ेगा। हम निडर होकर जैसे कोरोना से लड़ रहे हैं चीन से भी लड़ेंगे और उसको तबाह करके ही दम लेंगे।
भारत से जो आर्थिक नुकसान उसे होना संभावित है, उसी की कल्पना करके वह नई नई चाल चल रहा है। लेकिन अब उसकी कोई भी चाल कामियाब न होइसके लिए पक्ष विपक्ष दोनों को एकजुट होना चाहिए अगर विपक्ष उल्टी सीधी बयानबाजी करता है तो इसे लोकतंत्र का अपमान माना जाय। वन्दे मातरम।।
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