यूक्रेन युद्ध अब 11वें दिन में प्रवेश कर गया है और दो राउंड की बातचीत के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला है और इन सबके बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुकिन ने यूक्रेन को सख्त चेतावनी दी है और कहा है कि, अब यूक्रेन का अस्तित्व ही खत्म कर दिया जाएगा।
आगबबूला हुए पुतिन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को चेतावनी दी कि यूक्रेनी राज्य का दर्जा खतरे में है और रूस के खिलाफ पश्चिमी देश जो प्रतिबंध लगा रहे हैं, वो रूस के खिलाफ युद्ध का ऐलान करने जैसा है। इन सबके बीच अब रूस ने यूक्रेन की समुद्री इलाकों को काटना शुरू कर दिया है और बंदरगाह वाले शहर मारियुपोल को करीब करीब यूक्रेन से काट चुका है और अगर मारियुपोल पूरी तरह से यूक्रेन से कट जाता है, तो फिर पश्चिमी देशों के लिए यूक्रेन में हथियार पहुंचाना करीब करीब नामुमकिन हो जाएगा और रूस की यही कोशिश है कि, मरियुपोल को जल्द से जल्द काटा जाए और यूक्रेनी सेना बंदरगाह वाले इस शहर को बचाने की हरसंभव कोशिश कर रही है और इसीलिए भीषण जंग जारी है।
यूक्रेनी शहरों पर कसता फंदा
यूक्रेन युद्ध जैसे-जैसे खींच रहा है, वैसे वैसे रूस की तरफ से बयानबाजी काफी उग्र होती जा रही है और रूसी सेना लगातार नये नये शहरों को तबाह और बर्बाद कर रही है और रूसी हमलों की वजह से अभी तक करीब 15 लाख यूक्रेनी नागरिक देश छोड़कर बाहर जा चुके हैं। यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि, शनिवार की रात तक, रूसी सेना ने मारियुपोल पर गोलाबारी काफी तेज कर दी थी, जबकि कीव के उत्तर में स्थित एक शहर चेर्निहाइव के रिहायशी इलाकों पर भी शक्तिशाली बम गिराए थे। हालांकि, ये यूक्रेन का दावा है और स्वतंत्र रिपोर्ट्स में इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
मृतकों के लिए शोक सभाएं
वहीं, यूक्रेन युद्ध में मारे गये बच्चों और सैनिकों के लिए उनकी मांओं ने शोक सभाओं का आयोजन करना शुरू किया है और घायल सैनिकों से यूक्रेनी अस्पताल लगातार भर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेन में अब उदासी और हताशा बढ़ती जा रही है और विध्वंस के लिए पुतिन ने यूक्रेनी नेतृत्व को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया है। राष्ट्रपति पुतिन का कहना है कि, जेलेंस्की नाटो को युद्ध में शामिल कर रूस को नाटो से लड़वाना चाहते हैं, लेकिन अगर नाटो बीच में आता है, तो दुनिया सिर्फ तीसरे युद्ध में नहीं, बल्कि परमाणु युद्ध में फंस जाएगी। पुतिन ने कहा कि, 'अगर वे वही करना जारी रखते हैं जो वे कर रहे हैं, तो वे यूक्रेनी राज्य के भविष्य पर सवाल उठा रहे हैं''।
प्रतिबंध लगाना युद्ध जैसा- पुतिन
रूसी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि, 'और अगर ऐसा होता है, तो यह पूरी तरह से उनके विवेक पर होगा।' इसके साथ ही रूसी राष्ट्रपति ने रूसी अर्थव्यवस्था को पंगु बनाने के लिए लगाए गये प्रतिबंधों पर भी निशाना साधा है। प्रतिबंधों से बौखलाए रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि, 'ये प्रतिबंध जो लगाए जा रहे हैं, वे युद्ध की घोषणा करने के समान हैं'। रूसी एयरलाइन एअरोफ़्लोत के फ़्लाइट अटेंडेंट के साथ एक टेलीविज़न बैठक के दौरान रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि, 'लेकिन भगवान का शुक्र है, हम अभी तक वहां नहीं पहुंचे हैं।'
रूस में वीज़ा, मास्टरकार्ड बंद
वहीं, रूस को एक और बहुत बड़ा झटका देते हुए वीज़ा और मास्टरकार्ड़ ने रूस में अपना ऑपरेशन बंद कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा रूस के खिलाफ लगाए गये कई आर्थिक प्रतिबंधों के बाद अब वीज़ा और मास्टरकार्ड ने रूस में अपना ऑपरेशन बंद करने का फैसला लिया है। वहीं, यूक्रेन के उत्तरपूर्वी शहर सूमी में कम से कम 1,500 अंतर्राष्ट्रीय छात्र फंसे हुए हैं। छात्रों को निकालने के लिए कॉरिडोर बनाया गया था, लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाया और युद्ध के दसवें दिन भी दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी जारी रही, जिसकी वजह से सैकड़ों छात्र अभी भी फंसे हुए हैं। तीन दिनों से शहर में पानी बंद होने और खाद्य आपूर्ति कम होने से स्थिति और भी भयावह होती जा रही है।
सोमवार को तीसरे दौर की बातचीत
पहले दो दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन उनमें कुछ खास नतीजा नहीं निकला। यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य डेविड अरखामिया के अनुसार, रूस और यूक्रेन के बीच तीसरे दौर की वार्ता सोमवार को होगी। उन्होंने कोई अतिरिक्त विवरण नहीं दिया, जिसमें यह भी शामिल है कि वे कहाँ होंगे। बातचीत में शामिल एक यूक्रेनी वार्ताकार माइकाइलो पोडोलीक ने कनाडाई दैनिक द ग्लोब एंड मेल को बताया कि, रूस के साथ बातचीत 'सकारात्मक' दिशा में जा रही है और रूस को अब इस जंग की कीमत समझ में आने लगी है। उन्होंने कहा कि, यूक्रेन के पलटवा, प्रतिरोध और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की वजह से मास्को के रवैये में एक स्पष्ट बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि, 'युद्ध की शुरुआत में, वे (रूस) पूर्ण प्रभुत्व पर जोर दे रहे थे। वे उम्मीद नहीं कर रहे थे कि यूक्रेन इतना गंभीर प्रतिरोध करेगा।' उन्होंने कहा कि, 'उन्हें युद्ध की वास्तविक कीमत का अहसास अभी होने लगा है। और अब हम रचनात्मक बातचीत शुरू कर रहे हैं।' आपको बता दें कि, इस अधिकारी ने बेलारूस की सीमा पर आयोजित रूस और यूक्रेन के बीच पहले दो दौर की वार्ता में भाग लिया था। यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल के अनुसार, वार्ता का तीसरा सत्र सोमवार को निर्धारित है।
जारी है रूसी सैनिकों का हमला
पूर्वी यूक्रेन पर करीब करीब नियंत्रण स्थापित करने के बाद रूस ने दक्षिणी यूक्रेन में काफी महत्वपूर्ण प्रगति की है और यूक्रेन की समुद्र तक पहुंच को काटने की कोशिश अब आखिरी चरण में पहुंच चुकी है। मारियुपोल पर कब्जा करने से रूस को क्रीमिया के लिए एक 'जमीन कॉरिडोर' स्थापित करने की अनुमति मिल सकती है, जिसे उसने 2014 में कब्जा कर लिया था। इस बीच, चेर्निहाइव क्षेत्र के प्रमुख ने कहा कि रूस ने इसी नाम के शहर के रिहायशी इलाकों पर शक्तिशाली बम गिराए हैं, जिसकी आबादी 290,000 है। व्याचेस्लाव चौस ने एक तस्वीर ऑनलाइन पोस्ट की, जिसमें उन्होंने कहा था कि, जिस बम का इस्तेमाल किया गया है, वो FAB-500, एक 1,100-पाउंड (500-किलोग्राम) का बम था।
खून से लथपथ है यूक्रेन- विदेश मंत्री
वहीं, शनिवार को यूक्रेन के लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने '500 किलोग्राम के बमों' की ओर इशारा किया जो यूक्रेनियन के घरों पर गिराए गए थे। उन्होंने पूस के ऊपर स्कूलों और अस्पतालों पर बमबारी करने के आरोप लगाए। पश्चिम ने व्यापक रूप से यूक्रेन का समर्थन किया है, सहायता और हथियारों की पेशकश की है और रूस पर भारी प्रतिबंध लगाए हैं। लेकिन लड़ाई खुद यूक्रेनियन पर छोड़ दी गई है, जिन्होंने साहसी संकल्प और निराशा का मिश्रण व्यक्त किया है। वहीं, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने शनिवार को जारी एक वीडियो में कहा कि, ''यूक्रेन का खून बह रहा है, लेकिन अभी तक यूक्रेन गिरा नहीं है।' वहीं, राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने यू.एस. सांसदों को बताया कि, रूसी सैनिक तीसरे परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर आगे बढ़ रहे हैं, और रूस यूक्रेन के दो परमाणु संयंत्रों पर पहले ही कब्जा कर चुका है।
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