नई दिल्ली: भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रफ्तार कम होने के बाद एक बार फिर वायरस का प्रसार तेजी से होने लगा है। केरल, महाराष्ट्र सहित देश के कई राज्यों में फिर मरीजों के आंकड़ों में तेजी से इजाफा हो रहा है। हालात को देखते हुए पीएम मोदी ने कल अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। वहीं, विशेषज्ञों की मानें तो अक्टूबर महीने में कोरोना की रफ्तार फिर एक बार जोर पकड़ सकती है।
बैठक के दौरान केंद्र सरकार ने केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में कोरोना के नए केसों की संख्या पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि अभी किसी भी तरह की ढिलाई नहीं की जा सकती है। सरकार ने इस बारे में चेतावनी भी दी है कि अभी कोरोना को लेकर बेफिक्र नहीं हो सकते हैं।
सरकार द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने ‘कोविड इमरजेंसी रिस्पांस पैकेज दो के तहत बाल चिकित्सा देखभाल और अन्य सुविधाओं के लिए बिस्तर क्षमता में वृद्धि की स्थिति की समीक्षा की है और राज्यों को ग्रामीण क्षेत्रों में हालात से निपटने के लिए इन क्षेत्रों में प्राथमिक देखभाल और ब्लॉक स्तर के स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को फिर से डिजाइन और तैयार करने की सलाह भी दी गई है।
बता दें कि देश में एक दिन में कोविड-19 के 33,376 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 3,32,08,330 हो गए हैं जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या शुक्रवार के मुकाबले थोड़ी बढ़कर 3,91,516 पर पहुंच गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 308 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,42,317 हो गई। देश में 3,91,516 लोगों का अब भी कोविड-19 का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.18 प्रतिशत है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.49 प्रतिशत है।
पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मामलों में 870 और मरीज शामिल हो गए हैं। शुक्रवार को उपचाराधीन मामले 3,90,646 थे। इसके अलावा, शुक्रवार को कुल 15,92,135 नमूनों की कोविड-19 के लिए जांच की गई जिसके बाद देश में अब तक जांचे गए नमूनों की कुल संख्या 54,01,96,989 हो गई है।
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