नई दिल्ली। अफगानिस्तान में ताकत के दम पर दोबारा अपनी सत्ता स्थापित करने वाला तालिबान अपनी सरकार बना चुका है। इसके साथ ही तालिबान ने अपने कानून लगाने शुरू कर दिए हैं। चीन और पाकिस्तान ऐसे देश हैं जो तालिबान को समर्थन करते रहे हैं। अभी कुछ समय पहले ही पाकिस्तान की ओर से अंतराष्ट्रीय मंच पर तालिबान को सहयोग देने के लिए बात कही गई थी जिसके बाद अब पाकिस्तान को लेकर तालिबान का प्रेम जाग गया है। एक इंटरव्यू में अफगानिस्तान के डिप्टी इंफॉर्मेशन मिनिस्टर और तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तान की सराहना की है। मुजाहिद ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने अफगानिस्तान का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान की तारीफ के पुल बांधे। इस दौरान अफगानिस्तान ने भारत को लेकर भी ऐसा बयान दिया जिससे देश की उम्मीदों को झटका लगा सकता है।
दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान को लेकर पाकिस्तान मुखर रहा है। हमेशा से ही पाक अंतरराष्ट्रीय ताकतों से अपील करता आया है कि वे अफगानिस्तान के साथ जुड़ें। जबीहुल्लाह ने कहा कि पाकिस्तान हमारा पड़ोसी है और अफगानिस्तान को लेकर जो नजरिया पाकिस्तान का रहा है, उसके लिए हम आभारी हैं। जबीहुल्लाह ने उम्मीद जताते हुए कहा कि हमें ये यकीन है कि हमारे पड़ोसी देश अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने अफगानिस्तान को समर्थन देना इसी प्रकार जारी रखेंगे।
कश्मीर को लेकर भी दिया बयान
जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कश्मीर को लेकर भी बयान दिया। तालिबान ने पहले तो कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला बताया लेकिन आगे ये भी कहा कि कश्मीर के पीड़ित मुस्लिमों के लिए तालिबान आवाज उठाना जारी रखेगा। मुजाहिद ने कहा कि पूरी दुनिया में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां मुसलमानों के साथ गलत तरीके से व्यवहार किया जा रहा है चाहे वो फिलीस्तीन हो, कश्मीर हो या म्यांमार हो। ये चिंताजनक है और हम उसके खिलाफ हैं। मुजाहिद ने जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन की भी आलोचना की और कहा कि अफगान सरकार दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पीड़ित हो रहे मुस्लिमों को राजनयिक और राजनीतिक मदद प्रदान करना जारी रखेगी।
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