कैट देशभर में ‘भारतीय सामान-हमारा अभिमान’ चला रहा है। इस अभियान के तहत कैट ने भारतीय समानों के उपयोग से ही सभी त्योहारों को मनाने का आह्वान करते हुए कहा कि देशभर में इस साल की दिवाली हिन्दुस्तानी दिवाली के रूप में मनाई जायेगी।
नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवानों की शहादत के बाद से ही भारत में चीन के खिलाफ आक्रोश का माहौल है। इस झड़प के बाद से भारत की तरफ से कई बार चीन को आर्थिक चोट दी गई है। वहीं इस कड़ी में कनफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) देश में चीनी वस्तुओं के खिलाफ एक राष्ट्रीय अभियान चला रहा है।
क्या है भारतीय सामान-हमारा अभिमान?
कैट देशभर में ‘भारतीय सामान-हमारा अभिमान’ चला रहा है। इस अभियान के तहत कैट ने भारतीय समानों के उपयोग से ही सभी त्योहारों को मनाने का आह्वान करते हुए कहा कि देशभर में इस साल की दिवाली हिन्दुस्तानी दिवाली के रूप में मनाई जायेगी, इसमें किसी भी चाइनीज प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं होगा। इसी क्रम में कैट आगामी 22 अगस्त को भगवान श्री गणेश के जन्मदिवस गणेश चतुर्थी को भी नए तरीके से मनाने की तैयारी में है।
त्योहारी सीजन में बिकता है चाइनीज प्रोडक्ट
वहीं कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि अभी से लेकर दिवाली तक देश भर में त्योहारों का सीजन है। इस दौरान चीन से करीब 35 से 40 हजार करोड़ रुपये तक का आयात हुआ सामान बिकता है। इसमें खासतौर से इलेक्ट्रॉनिक्स, बिजली के बल्बों की झालर, बल्ब, सजावटी सामान, मूर्तियां, अगरबत्ती, खिलौने, फर्निशिंग फैबरिक, किचन इक्विप्मेंट, पटाखे और पीतल एवं अन्य धातुओं के दीए आदि शामिल हैं।
चीन को 40 हजार करोड़ रुपये का झटका देने की तैयार
उन्होंने कहा कि इस साल देशभर के व्यापारियों ने यह तय किया है कि वो इस त्योहारी सीजन में चाइनीज प्रोडक्ट नहीं बेचेंगे, बल्कि अपने देश में ही बने हुए सामानों को बेचेंगे और ऐसा कर राखी के बाद अब त्योहारी सीजन का चीन को करीब 40 हजार करोड़ रुपये का झटका देंगे।