स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन बनने के बाद सबसे पहले कोरोना योद्धाओं को उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि अभी तीन वैक्सीन परीक्षण के विभिन्न चरणों में हैं और वैज्ञानिक इनकी सफलता के लिए कठिन परिश्रम कर रहे हैं। अश्विनी कुमार चौबे ने राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के शुभारंभ का स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम संबोधन में इस मिशन के शुभारंभ की घोषणा की थी। स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि यह स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एतिहासिक निर्णय है। इससे स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापक बदलाव होगा।
राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के तहत देश के प्रत्येक नागरिक को स्वास्थ्य पहचान पत्र दिया जायेगा, जिससे चिकित्सा सेवाओं तक पहुंच आसान होगी। इस कार्ड में रोगी के स्वास्थ्य से संबंधित पूरी जानकारी होगी जिससे चिकित्सक रोग का निदान कर सटीक उपचार शुरू कर सकेंगे।
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, इसका भी आरंभ किया जा रहा है। भारत के हेल्थ सेक्टर में ये एक नई क्रांति ले आएगा। इलाज में आने वाली परेशानियां कम करने के लिए टैक्नॉलोजी का बहुत सुविचारित रूप से उपयोग होगा। प्रत्येक भारतीय को हेल्थ आई-डी दी जायेगी। ये हेल्थ आई-डी प्रत्येक भारतीय के स्वास्थ्य खाते की तरह काम करेगी। आपके हर टेस्ट, हर बीमारी, आपको किस डॉक्टर के पास कौन सी दवा ली थी, उनका क्या डायग्नोसिज था, कब दी थी, आपकी रिपोर्ट क्या थी। ये सारी जानकारी इस एक हेल्थ आइ-डी में आपको समाहित की जाएगी।
प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में यह भी घोषणा की थी कि देश ने बड़े पैमाने पर कोविड-19 वैक्सीन तैयार करने की योजना बना ली है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि कोविड-19 वैक्सीन जल्द से जल्द हर एक तक पहुंचाने की कार्य योजना तैयार है।
भारत में तीन-तीन वैक्सीन उसके टेस्टिंग के अलग-अलग चरण में हैं। वैज्ञानिकों से जब हरी झंडी मिल जाएगी, बडे पैमाने पर प्रोडेक्शन होगा और तेजी से प्रोडक्शन के साथ वैक्सीन हर भारतीय तक कम से कम समय में कैसे पहुंचे, उसका खाका भी तैयार है। उसकी रूपरेखा भी तैयार है।
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